Last Updated:April 09, 2025, 12:53 IST
BJP Dalit Vote Bank Plan: बीजेपी ने दलित वोट बैंक को अपने पक्ष में करने के लिए नेताओं को संभलकर बोलने की हिदायत दी है. डॉ. बीआर अंबेडकर सम्मान अभियान की कार्यशाला में यह फैसला लिया गया. वक्फ कानून पर भी पार्टी ...और पढ़ें

भाजपा का संगठन दलित वोट बैंक को साधने की रणनीति पर काम कर रहा है.
हाइलाइट्स
बीजेपी ने दलित वोट बैंक के लिए बड़ा प्लान तैयार किया.नेताओं को संभलकर बोलने की हिदायत दी गई.वक्फ कानून पर भी बीजेपी सक्रिय हो रही है.बीजेपी ने दलित वोट बैंक को अपने पक्ष में करने के लिए एक बड़ा प्लान तैयार किया है. पार्टी ने अपने नेताओं को साफ संदेश दिया है कि वे डॉ. बीआर अंबेडकर, संविधान, आरक्षण और दलित मुद्दों पर संभलकर बोलें. बीजेपी चाहती है कि उसके नेता अनावश्यक बयानों से बचें और सिर्फ पार्टी की नीति के अनुसार ही अपनी बात रखें. यह फैसला हाल ही में हुई डॉ. बीआर अंबेडकर सम्मान अभियान की राष्ट्रीय कार्यशाला में लिया गया. इस कार्यशाला में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद थे. यहीं पर संगठन महासचिव बीएल संतोष ने नेताओं को यह नसीहत दी.
पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी को संविधान बदलने वाले बयानों की वजह से काफी नुकसान उठाना पड़ा था. पार्टी के कुछ नेताओं जैसे अनंत हेगड़े, लल्लू सिंह और ज्योति मिर्धा ने ऐसे बयान दिए थे, जिनका विपक्ष ने जमकर फायदा उठाया. इन बयानों से यह धारणा बनी थी कि बीजेपी संविधान बदलना और आरक्षण खत्म करना चाहती है. इस बार पार्टी कोई जोखिम नहीं लेना चाहती. इसलिए उसने अपने नेताओं को सख्त हिदायत दी है कि वे ऐसी कोई बात न कहें, जिससे दलित समाज में गलत संदेश जाए.
बीजेपी का प्लान सिर्फ बयानों तक सीमित नहीं है. पार्टी के बड़े नेता अब दलित समाज के बीच जाएंगे, उनकी समस्याएं सुनेंगे और उन्हें हल करने की कोशिश करेंगे. सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी चाहती है कि दलित वोटरों का भरोसा जीता जाए. इसके लिए वह जमीन पर काम करेगी और लोगों से सीधा संपर्क बनाएगी. पिछले चुनावों में दलित वोटों का बंटवारा बीजेपी के लिए चुनौती बना था. इस बार पार्टी इसे अपने पक्ष में करना चाहती है.
वक्फ कानून को लेकर बीजेपी सक्रिय
दूसरी तरफ, वक्फ कानून को लेकर भी बीजेपी सक्रिय हो रही है. इस विधेयक के समर्थन में आरएसएस से जुड़ा राष्ट्रीय मुस्लिम मंच देश भर में एक मुहिम चलाएगा. मंच का कहना है कि यह विधेयक मुस्लिम समाज के लिए फायदेमंद है. इसके लिए सेमिनार और सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे, ताकि लोगों को इसके लाभ समझाए जा सकें. खास तौर पर पसमांदा मुस्लिमों के बीच जागरूकता फैलाने की योजना है. मंच का मानना है कि यह विधेयक गरीब मुस्लिमों को उनकी संपत्ति पर ज्यादा अधिकार दिलाएगा.
First Published :
April 09, 2025, 12:53 IST