नई दिल्ली (CBSE Class 12 AI Exam Date 2026). सीबीएसई कक्षा 12वीं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विषय की परीक्षा 27 फरवरी 2026 को होगी. एआई को भविष्य की स्किल माना जाता है. सीबीएसई 12वीं एआई सिलेबस सिर्फ टेक्निकल नॉलेज पर आधारित नहीं है, यह क्रिटिकल थिंकिंग और डिजाइन थिंकिंग के जरिए जटिल समस्याओं को हल करने का तरीका भी सिखाता है. एआई की थ्योरेटिकल परीक्षा के लिए 50 अंक और प्रैक्टिकल एप्लिकेशन/प्रोजेक्ट वर्क के लिए भी 50 अंक निर्धारित हैं.
सीबीएसई 12वीं एआई परीक्षा के लिए मशीन लर्निंग मॉडल लाइफसाइकल, डेटा स्टोरीटेलिंग और मॉडल मूल्यांकन जैसी थ्योरीज समझना जरूरी है. सीबीएसई 12वीं एआई प्रश्नपत्र में केस स्टडी के जरिए देखा जाता है कि स्टूडेंट्स एआई के एथिक पहलुओं को समझते हुए सोशल चुनौतियों के समाधान में इन डिवाइस का इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं. स्ट्रैटेजिक तैयारी के साथ सीबीएसई 12वीं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विषय में टॉप मार्क्स हासिल कर सकते हैं.
CBSE 12th AI Exam Pattern: सीबीएसई 12वीं एआई परीक्षा पैटर्न
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानी सीबीएसई 12वीं एआई परीक्षा में पिछले साल स्टूडेंट्स को 2 घंटे का वक्त दिया गया था. सीबीएसई 12वीं एआई पेपर में कुल 21 सवाल पूछे गए थे, जिन्हें 2 खंडों में बांटा गया था. स्टूडेंट्स को इनमें से 15 सवाल अटेंप्ट करने थे. इसमें खंड अ (ऑब्जेक्टिव) 24 अंकों का और खंड ब (सब्जेक्टिव) 26 अंकों का होता है. 50 अंकों के इस थ्योरी पेपर के अलावा 50 अंक प्रैक्टिकल्स के लिए निर्धारित किए गए थे.
सीबीएसई 12वीं एआई परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रमुख सवाल
सीबीएसई कक्षा 12 एआई (विषय कोड 843) की परीक्षा में मुख्य रूप से निम्नलिखित खंडों से प्रश्न पूछे जाते हैं:
1. रोजगार कौशल (Employability Skills)
यह खंड 1-2 अंकों के वस्तुनिष्ठ (Objective) और अति-लघु उत्तरीय प्रश्नों पर केंद्रित होता है. इस सेक्शन में कम्युनिकेशन स्किल्स, सेल्फ मैनेजमेंट स्किल्स, आईसीटी स्किल्स, Entrepreneurial स्किल्स और ग्रीन स्किल्स से जुड़े सवाल पूछे जाते हैं.
प्रश्न का प्रकार: स्ट्रेस प्रबंधन के तरीके, ई-वेस्ट निपटान, उद्यमी के गुण और वर्कशीट शॉर्टकट जैसी प्रैक्टिकल नॉलेज पर आधारित सवाल.
2. विषय-विशिष्ट थ्योरेटिकल प्रश्न
यह सेक्शन एआई की मुख्य थ्योरीज और कॉन्सेप्ट की समझ पर आधारित होता है. इसमें नीचे लिखे टॉपिक्स पर प्रमुखता से सवाल पूछे जाते हैं.
मॉडल लाइफसाइकल: एआई प्रोजेक्ट लाइफसाइकल की विभिन्न स्टेजेस (जैसे, डेटा अधिग्रहण, मॉडलिंग, मूल्यांकन, Deployment). डेटा स्टोरीटेलिंग: डेटा, विजुअलाइजेशन और नैरेटिव के तत्वों और डेटा के माध्यम से प्रभावी ढंग से कहानी कहने की जरूरत पर आधारित प्रश्न. मॉडल मूल्यांकन मैट्रिक्स: रिग्रेशन (Regression) और क्लासिफिकेशन के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले RMSE (Root Mean Squared Error) और MSE (Mean Squared Error) जैसे विभिन्न मेट्रिक्स के कॉन्सेप्ट और उनकी उपयोगिता.3. केस स्टडी और प्रैक्टिकल बेस्ड सवाल
इनमें हायर ऑर्डर थिंकिंग स्किल्स (HOTS) की जरूरत होती है.
एआई एप्लिकेशन: चैटबॉट्स, कंप्यूटर विजन, एनएलपी (NLP) और रिकमेंडर सिस्टम जैसे विभिन्न क्षेत्रों में एआई के वास्तविक दुनिया के उपयोग और उदाहरणों पर आधारित केस स्टडी. डिजाइन थिंकिंग: एआई प्रोजेक्ट के लिए समस्या को समझने, विचार करने और प्रोटोटाइप बनाने में डिजाइन थिंकिंग फ्रेमवर्क (Empathize, Define, Ideate, Prototype, Test).4. प्रैक्टिकल/प्रोजेक्ट आधारित प्रश्न
यह मुख्य रूप से इंटरनल असेसमेंट का हिस्सा है, थ्योरी पेपर में कैपस्टोन प्रोजेक्ट से जुड़े प्रश्न पूछे जा सकते हैं.
विषय-वस्तु: प्रोजेक्ट डेवलपमेंट के चरण, मॉडल वेरिफिकेशन टेक्नीक (जैसे, ट्रेन-टेस्ट-स्प्लिट, क्रॉस-वैल्यूएशन) और एआई मॉडल के एथिकल इंप्लीमेंटेशन.
सीबीएसई 12वीं एआई परीक्षा की तैयारी कैसे करें?
सीबीएसई 12वीं एआई परीक्षा में टॉप मार्क्स हासिल करने के लिए स्ट्रक्चर्ड और प्रैक्टिकल अप्रोच अपनाना जरूरी है-
1. समझें एआई सिलेबस और ब्लूप्रिंट
सीबीएसई 12वीं एआई सिलेबस और मार्किंग स्कीम को अच्छी तरह से समझें. इससे पता चलता है कि किस यूनिट पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है. AI स्किल बेस्ड विषय है. इसलिए थ्योरी और प्रैक्टिकल, दोनों हिस्सों पर बराबर ध्यान दें.
2. मुख्य थ्योरीज पर मजबूत पकड़
कॉन्सेप्ट पर फोकस: मशीन लर्निंग, मॉडल लाइफसाइकल और डेटा स्टोरीटेलिंग जैसे प्रमुख शब्द और कॉन्सेप्ट उदाहरणों के साथ समझें. रटने के बजाय यह समझने की कोशिश करें कि ये टेक्नीक्स कैसे काम करती हैं.
गणित के बेसिक्स: RMSE और MSE जैसे मूल्यांकन मैट्रिक्स के पीछे के बेसिक गणितीय तर्क समझें, भले ही कॉम्प्लेक्स कैलकुलेशन की जरूरत न हो.
3. प्रैक्टिकल पर दें ध्यान
सीबीएसई 12वीं एआई सैंपल पेपर और पिछले सालों के प्रश्न पत्र निर्धारित समय सीमा में हल करें. इससे परीक्षा पैटर्न और प्रश्नों का प्रकार समझने में मदद मिलेगी.
प्रोजेक्ट वर्क: अपने कैपस्टोन प्रोजेक्ट की हर स्टेज को पूरी तरह से समझें. प्रोजेक्ट से संबंधित प्रश्न (जैसे डेटा सैंपलिंग, मॉडलिंग अप्रोच और नैतिक पहलुओं) को विस्तार से तैयार करें.
4. आंसर राइटिंग स्किल्स
केस स्टडी: केस स्टडी-आधारित प्रश्नों के उत्तर देने की प्रैक्टिस करें, जिनमें एआई थ्योरी को वास्तविक दुनिया की समस्याओं पर लागू करना होता है.
रोजगार कौशल: ‘रोजगार कौशल’ भाग के लिए छोटे, सटीक और सीधे उत्तर लिखने की प्रैक्टिस करें. यह भाग डायरेक्ट और स्कोरिंग होता है.

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