Last Updated:September 05, 2025, 15:35 IST
हरियाणा के खटकड़ गांव ने साबित कर दिया है कि आसपास के गांवों में परेशानी आए तो कैसे मदद की जाती है. इस गांव ने पंजाब बाढ़ पीड़ितों के लिए इतनी बड़ी मात्रा में राशन और जानवरों के लिए चारा इकठ्ठा किया है, कि...और पढ़ें

आज भी गांवों के लोग मिलनसार होते हैं, दुख-दर्द में एक दूसरे का ख्याल रखते हैं, ये तो आपने कई बार सुना और देखा भी होगा, लेकिन उतने ही बड़े दिलदार भी होते हैं, ये आज देख लीजिए. ऊपर से यह गांव हरियाणा का हो तो कहना ही क्या है. हरियाणा के एक छोटे से खटकड़ गांव के लोगों ने ऐसा ही काम किया है, जिसके बारे में सुनकर आप सबसे पहले वाह बोल उठेंगे और फिर आपके दिमाग में सवाल आएगा कि.. क्या इस गांव के लोग बहुत पैसे वाले हैं?
दरअसल पंजाब में आई बाढ़ में डूबे गांवों की दुर्दशा देखने के बाद खटकड़ गांव के लोगों का दिल ऐसा पसीजा कि उन्होंने बाढ़ पीड़ितों की मदद करने का जिम्मा उठा लिया. इतना ही नहीं आर्य समाज से जुड़े गांव के युवाओं ने घर-घर जाकर मदद की गुहार लगाई. इतना कहना था कि पूरे गांव ने मिलकर इतना राशन इकठ्ठा कर दिया, जिसके बारे में सुनकर हर कोई अचंभा कर रहा है.
हरियाणा के खटकड़ गांववासियों ने पंजाब बाढ़ पीड़ितों के लिए मदद भेजी है.
सिर्फ इंसान ही नहीं गांववालों ने पशुओं के लिए भी चारा इकठ्ठा कर दिया है.खटकड़ गांववासियों ने पंजाब बाढ़ पीड़ितों के लिए इतना सामान दान किया है कि कई ट्रॉली भर जाएं. ये सभी गांववासी सार्वदेशिक आर्य युवक परिषद से भी जुड़े हैं.
ये है सामान
500 मन गेंहूँ
500 लीटर तेल
40 बोरी चावल
20 बोरी चीनी
5 क्विंटल सूखा सामान (मिर्च मसाले आदि)
50 पेटी पानी
10 क्विंटल सब्जी
60 ट्रॉली पशुओं का चारा
2 क्विंटल अचार
पंजाब के गुरदारसपुर पहुंच रहा सामान
इस बारे में गांववासी स्वामी आदित्यवेश ने बताया कि इस पूरे सामान को पंजाब में रावी नदी की बाढ़ पीड़ित गुरदासपुर के चार-पांच गांवों में भेजा जा रहा है. यह पूरा सामान कुल 3 बार में जाना है. इसकी पहली खेप 4 सितंबर को चली गई है. गुरदासपुर में भारतीय किसान यूनियन के सदस्यों की सहायता से सामान को गांवों में बाढ़ पीड़ितों को बांटा जा रहा है. एक ट्रैक्टर ट्रॉली भी उन गांवों में पहुंची हुई है, जिस पर आटा चक्की लगी हुई है. ताकि पहुंचाए जा रहे गेंहू को पिसवाकर आटा बनाया जा सके.
आदित्यवेश ने बताया कि आटे के बजाय 500 मन गेंहू भेजने का फैसला इसलिए किया गया क्योंकि आटा जल्दी खराब हो जाता है और वहां पहले से ही बाढ़ का पानी हालात खराब कर रहा है, ऐसे में गेंहू को लोग अपनी जरूरत के अनुसार पिसवा सकते हैं.
सरसों का 500 लीटर तेल भेजा जा रहा है. ये सभी 1-1 किलो की शीशियों में है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को राहत सामग्री मिल सके. इसके साथ ही सभी जरूरी मसालों के पैकेट, चीनी और चावल भी लोगों को दिए जा रहे हैं.
दवाएं, मच्छरदानी और चारा भी पहुंचेगा
वहीं अशोक आर्य की ओर से बताया गया कि बाढ़ के पानी के इकठ्ठा होने से मक्खी, मच्छर और कीड़े-मकोड़ों की बहुतायत हो गई है. इतना ही नहीं लोग बीमार हो रहे हैं तो दवाओं की भी जरूरत पड़ रही है. ऐसे में मच्छरदानी, तिरपाल, दवाएं और जरूरी सामान भी पहुंचाया जा रहा है.
इन गांवों में ज्यादातर घरों में गाय-भैंस होती हैं, ऐसे में मवेशियों का भी ध्यान रखते हुए 60 ट्रॉली चारा इकठ्ठा किया गया है, जो इन गांवों में तीन बार में पहुंचा रहे हैं.
अशोक आर्य ने कहा कि इस पूरी मुहिम को सतबीर सरपंच खटकड़, जयप्रकाश खटकड़ संजय पहलवान, सुरेंद्र, सुनील आदि ने युवाओं के सहयोग से संभाला है और यह बाढ़ राहत सामग्री इकठ्ठा की है. इसके अलावा गांव का एक प्रतिनिधिमंडल भी बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने के लिए पंजाब रवाना हुआ है जो वहां की हालत के अनुसार जरूरत की जानकारी देगा अगर और भी जरूरत पड़ेगी तो गांव पीछे नहीं हटेगा हरसंभव मदद करेगा.
priya gautamSenior Correspondent
अमर उजाला एनसीआर में रिपोर्टिंग से करियर की शुरुआत करने वाली प्रिया गौतम ने हिंदुस्तान दिल्ली में संवाददाता का काम किया. इसके बाद Hindi.News18.com में वरिष्ठ संवाददाता के तौर पर काम कर रही हैं. हेल्थ एंड लाइफस्...और पढ़ें
अमर उजाला एनसीआर में रिपोर्टिंग से करियर की शुरुआत करने वाली प्रिया गौतम ने हिंदुस्तान दिल्ली में संवाददाता का काम किया. इसके बाद Hindi.News18.com में वरिष्ठ संवाददाता के तौर पर काम कर रही हैं. हेल्थ एंड लाइफस्...
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Location :
Noida,Gautam Buddha Nagar,Uttar Pradesh
First Published :
September 05, 2025, 15:35 IST