Last Updated:September 07, 2025, 22:34 IST
Chandra Grahan 2025 Photos: साल का आखिरी पूर्ण चंद्रग्रहण भारत समेत पूरी दुनिया में दिखाई दे रहा है. दिल्ली के प्रधानमंत्री संग्रहालय से चांद के खूबसूरत नजारे सामने आए हैं. जैसे-जैसे रात गहराती जा रही है आसमान में लालिमा लिए चांद ने लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया. इस खगोलीय घटना को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग सड़कों और छतों पर निकल आए.

लखनऊ, जयपुर और भोपाल जैसे शहरों में लोगों ने परिवार संग ग्रहण का नजारा देखा. बच्चे हाथों में दूरबीन लेकर आसमान की ओर टकटकी लगाए रहे. वहीं, कई धार्मिक स्थलों पर भक्त ग्रहण के दौरान मंत्र जाप में लीन दिखाई दिए. खगोल प्रेमियों के लिए यह रात बेहद खास है. (फोटो PTI)

उत्तर भारत के कई हिस्सों में मौसम ने थोड़ी निराशा दी. हरियाणा और पंजाब, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बादलों की वजह से कई शहरों में लोगों को साफ़ चांद देखने में मुश्किल हुई. कई जगहों पर हल्की बारिश ने भी मजा किरकिरा कर दिया. बावजूद इसके सोशल मीडिया पर लोग लगातार तस्वीरें और वीडियो साझा कर रहे हैं. (फोटो PTI)

वाराणसी, अहमदाबाद और पुणे जैसे शहरों में आसमान बिल्कुल साफ रहा. यहां लोगों ने ब्लड मून का नज़ारा साफ-साफ देखा. गंगा घाटों पर नावों में बैठे पर्यटक मंत्रमुग्ध होकर इस अद्भुत खगोलीय घटना को कैमरे में कैद करते दिखे. मंदिरों की घंटियों और मंत्रों की गूंज से माहौल और भी पवित्र हो गया. (फोटो PTI)

खगोल विज्ञानियों के मुताबिक, यह ग्रहण रात 11 बजकर 58 मिनट पर चरम पर पहुंचा. इसके बाद धीरे-धीरे चांद पर धरती की परछाई का असर कम होता गया. पूरी घटना करीब 82 मिनट तक चली, जो हाल के वर्षों में सबसे लंबी अवधि में से एक है. इस दौरान चांद का रंग गहरा लाल हो गया, जिसे ‘ब्लड मून’ कहा जाता है. (फोटो Reuters)

कोलकाता और बेंगलुरु जैसे बड़े शहरों में लोग ऊंची इमारतों की छतों से टेलिस्कोप लगाकर ग्रहण देख रहे थे. कई एस्ट्रो क्लबों ने विशेष इवेंट भी आयोजित किए, जहां लोगों को ग्रहण के वैज्ञानिक कारण समझाए गए. बच्चों में इस दौरान खगोल विज्ञान को लेकर खासा उत्साह देखने को मिला. (फोटो Reuters)

ग्रामीण इलाकों में भी चंद्रग्रहण का खासा उत्साह रहा. राजस्थान के छोटे कस्बों से लेकर बिहार और उत्तर प्रदेश के गांवों तक लोग आसमान में टकटकी लगाए इस नजारे का आनंद ले रहे थे. कई जगहों पर लोगों ने परंपरा के मुताबिक इस दौरान उपवास और पूजा-पाठ भी किया. (फोटो Reuters)

पूरे एशिया, यूरोप, अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया तक यह ग्रहण साफ़ दिखाई दिया. भारत में तो हर शहर से ब्लड मून की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं. यह खगोलीय घटना केवल विज्ञान प्रेमियों के लिए नहीं, बल्कि आम लोगों के लिए भी यादगार रात बन गई है. (फोटो ANI)
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