Bangladesh Unrest Sheikh Hasina news: बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना देश छोड़ कर निकल गई हैं. मिलिट्री के हेलिकॉप्टर से वो देश छोड़ चुकी हैं. उनका हेलीकॉप्टर भारत की ओर रवाना हुआ है. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक हसीना ने इस्तीफा दे दिया है. आरक्षण को लेकर एक महीने से जारी बवाल के बाद आखिर ये नौबत आ गई कि उन्हें अपने पद से इस्तीफा देकर देश छोड़ना पड़ा है. इस बीच बांग्लादेश में तख्तापलट की अटकलें भी चल रही हैं. देश के एक बड़े हिस्से में सेना के टैंक कूच कर रहे हैं. प्रदर्शनकारी पीएम आफिस में दाखिल हो चुके हैं. सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा था कि सेना ने खुद हसीना से इस्तीफा मांगा था. सेना प्रमुख ने सभी दलों के नेताओं से बैठक की है. थोड़ी देर में सेना प्रमुख देश को संबोधित करेंगे.
. 20 लाख लोगों का ढाका कूच इंटरनेट बंद
बांग्लादेश सरकार ने प्रदर्शनकारियों के आम जनता से ‘लॉन्ग मार्च टू ढाका’ में भाग लेने का आह्वान करने के बाद इंटरनेट को पूरी तरह बंद करने का सोमवार को आदेश दिया. इससे एक दिन पहले बांग्लादेश में प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों और सत्तारूढ़ पार्टी के समर्थकों के बीच देश के विभिन्न हिस्सों में झड़प में 100 से अधिक लोगों की मौत हो गयी थी.
हिंसक झड़पें रविवार की सुबह हुईं जब प्रदर्शनकारी ‘स्टूडेंट्स अगेंस्ट डिस्क्रिमिनेशन’ के परचम तले आयोजित ‘असहयोग कार्यक्रम’ में भाग लेने पहुंचे. अवामी लीग, छात्र लीग और जुबो लीग के कार्यकर्ताओं ने उनका विरोध किया तथा फिर दोनों पक्षों के बीच झड़प हुई. प्रदर्शनकारी सरकारी नौकरियों में आरक्षण व्यवस्था के मुद्दे को लेकर हसीना का इस्तीफा मांग रहे हैं. बांग्ला भाषा के प्रमुख समाचार पत्र ‘प्रोथोम आलो’ ने बताया कि रविवार को हुई झड़पों में 14 पुलिसकर्मियों समेत कम से कम 101 लोगों की मौत हो गयी. हिंसा के कारण प्राधिकारियों को मोबाइल इंटरनेट बंद करना पड़ा और पूरे देश में अनिश्चितकाल के लिए कर्फ्यू लागू करना पड़ा.
नया बांग्लादेश बनाने का ऐलान
‘एंटी-डिस्क्रिमिनेशन स्टूडेंट मूवमेंट’ ने सोमवार को अपना ‘‘लॉन्ग मार्च टू ढाका’’ आयोजित करने की योजना बनायी है जिसे पूर्व में एक दिन बाद आयोजित किया जाना था. आंदोलन के समन्वयक आसिफ महमूद ने रविवार रात को एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि देश में बढ़ रही चिंताओं के बीच बुलायी गई एक आपात बैठक में यह फैसला लिया गया. उन्होंने कहा, ‘हालात की समीक्षा के लिए एक आपात फैसले में हमारा ‘मार्च टू ढाका’ कार्यक्रम छह अगस्त के बजाय पांच अगस्त को होगा. दूसरे शब्दों में, हम देशभर के छात्रों से सोमवार को ढाका आने का आह्वान कर रहे हैं.’ उन्होंने आम जनता से इसमें भाग लेने का आह्वान करते हुए कहा, ‘अंतिम लड़ाई का वक्त आ गया है. इतिहास का हिस्सा बनने के लिए ढाका आइए. छात्र एक नया बांग्लादेश बनाएंगे.’
(इनपुट: एजेंसी)