Last Updated:April 04, 2025, 16:46 IST
CA, CMA और CS को क्या एक साथ मर्ज किया जा सकता है. इस पर ICMAI के अध्यक्ष बिभूति भूषण नायक ने बड़ी बात कही है. उन्होंने इसके बारे में क्या कहा, आप नीचे विस्तार से पढ़ सकते हैं.

CA, CMA और CS क्या एक साथ होगा मर्ज?
CA CMA CS Merger News: इंस्टीट्यूट ऑफ कॉस्ट अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICMAI) के अध्यक्ष बिभूति भूषण नायक ने देश में चार्टर्ड अकाउंटेंट्स (ICAI), कंपनी सेक्रेटरीज (ICSI) और कॉस्ट अकाउंटेंट्स (ICMAI) का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रोफेशनल बॉडीज को एक करने पर जोर दिया है. उन्होंने इसका पुरजोर समर्थन भी किया है. उनका मानना है कि यदि सरकार इन संस्थानों को एक करने का फैसला लेती है, तो यह एक सकारात्मक कदम होगा.
विलय से राष्ट्र को हो सकता है फायदा
नायक का कहना है कि यदि विलय से देश को लाभ होता है, तो इस दिशा में आगे बढ़ना चाहिए. उन्होंने इस विचार को समर्थन देते हुए कहा कि अगर यह कदम राष्ट्रहित में है, तो हमें कोई आपत्ति नहीं है और हम इसका पूरा समर्थन करेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि तीनों संस्थानों के विलय से बेहतर प्रशासन, पारदर्शिता और प्रोफिशिएंसी सुनिश्चित की जा सकती है, जिससे फाइनेंसियल एंड रेगुलेटरी सिस्टम को मजबूती मिलेगी.
विलय करने की प्रक्रिया कठिन, लेकिन दूर करने की है जरूरत
नायक ने यह भी स्वीकार किया कि संस्थानों को एकीकृत करना एक कठिन प्रक्रिया होगी. इसके लिए कई महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा करनी होगी. उन्होंने आगे कहा कि हमें कार्यप्रणाली, नियम, शर्तों और मैनेजमेंट स्ट्रक्चर पर विचार-विमर्श करना होगा ताकि विलय को प्रभावी ढंग से लागू किया जा सके. यह टिप्पणी ऐसे समय आई है जब आयकर विधेयक, 2025 में ICMAI और ICSI के प्रोफेशनल्स को टैक्स ऑडिट करने की योग्यता को लेकर बहस चल रही है.
ICAI के अध्यक्ष चरणजोत सिंह नंदा ने कंपनी सेक्रेटरीज और कॉस्ट अकाउंटेंट्स को ‘अकाउंटेंट’ की परिभाषा में शामिल करने का विरोध किया था. वहीं, ICMAI और ICSI ने सरकार से ‘अकाउंटेंट’ की परिभाषा में शामिल किए जाने की अपील की थी. कुछ इंडस्ट्रीज स्पेशलिस्ट का मानना है कि यदि तीनों संस्थानों को एकजुट किया जाता है, तो यह विवाद समाप्त हो सकता है, क्योंकि संयुक्त संस्थान के सदस्य टैक्स ऑडिट करने के योग्य होंगे.
प्रोफेशनल और छात्रों के लिए होगा फायदेमंद
नायक ने कहा कि किसी भी बदलाव का प्रभाव मौजूदा प्रोफेशनल्स पर पड़ेगा, इसलिए यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि राष्ट्रीय हित को प्राथमिकता दी जाए न कि केवल पर्सनल प्रोफेशनल को मान्यता दी जाए. उन्होंने उन छात्रों की कठिनाइयों की ओर भी ध्यान दिलाया जो अपनी शिक्षा में निवेश करते हैं, लेकिन अन्य प्रोफेशनल की तुलना में समान स्तर की मान्यता नहीं प्राप्त कर पाते.
ICMAI के अध्यक्ष ने स्पष्ट रूप से कहा कि अगर सरकार CA, CS और CMA संस्थानों का विलय करने का निर्णय लेती है, तो यह एक सकारात्मक पहल हो सकती है. हालांकि, इसके लिए सही रणनीति और स्ट्रक्टर तैयार करना आवश्यक होगा ताकि सभी प्रोफेशनल्स और छात्रों के हितों की रक्षा की जा सके.
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First Published :
April 04, 2025, 16:46 IST