CBSE, IB या IGCSE, किस बोर्ड में करवाएं बच्चे का एडमिशन?

1 week ago

Last Updated:April 08, 2025, 15:32 IST

CBSE vs IGCSE vs IB: भारत में 70 से ज्यादा एजुकेशन बोर्ड हैं. इनमें से ज्यादातर स्टेट बोर्ड हैं. फिर सीबीएसई यानी केंद्रीय बोर्ड और इंटरनेशनल बोर्ड भी हैं. स्कूल में एडमिशन के समय बेस्ट एजुकेशन बोर्ड चुन पाना आ...और पढ़ें

CBSE, IB या IGCSE, किस बोर्ड में करवाएं बच्चे का एडमिशन?

CBSE vs IGCSE vs IB: तीनों बोर्ड के अंतर समझकर ही बच्चे का एडमिश करवाएं

हाइलाइट्स

सीबीएसई, आईबी और आईजीसीएसई में अंतर जानना जरूरी है.आईबी बोर्ड ओवरऑल डेवलपमेंट पर ध्यान देता है.सीबीएसई बोर्ड एग्जाम-सेंट्रिक अप्रोच अपनाता है.

नई दिल्ली (CBSE vs IGCSE vs IB). बीते कुछ सालों में पढ़ाई के तौर-तरीकों मे बहुत बदलाव आया है. पहले ऑप्शंस कम थे तो स्ट्रेस भी कम था. अब स्कूल में बच्चों का एडमिशन करवाते समय मन में कई तरह के सवाल रहते हैं. स्कूल कौन सा चुनें, बोर्ड कौन सा चुनें, विषय कौन से लें आदि. भारत में स्टेट बोर्ड के साथ ही सीबीएसई, आईबी और आईजीसीएसई जैसे बोर्ड भी काफी प्रचलित हैं. बच्चे के लिए सही बोर्ड का चयन करने के लिए सीबीएसई, आईबी और आईजीसीएसई बोर्ड में अंतर पता होने चाहिए.

बच्चे के लिए सही बोर्ड और सिलेबस का सेलेक्शन करना बहुत जरूरी और बड़ा फैसला है (School Education). इसमें न तो कोई शॉर्टकट है और न ही ऐसी कोई अप्रोच, जो हर किसी पर समान रूप से लागू हो सके. एडमिशन के लिए स्कूल चुनते समय अपने बच्चे की जरूरतों और लर्निंग पैटर्न को समझना जरूरी है. Shrewsbury School India के फाउंडर और प्रेसिडेंट अभिषेक मोहन गुप्ता से समझिए सीबीएसई, आईबी और आईजीसीएसई बोर्ड के बीच अंतर.

CBSE vs IGCSE vs IB: सीबीएसई, आईबी और आईजीसीएसई बोर्ड में क्या अंतर है?

सीबीएसई का फुल फॉर्म केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, आईजीसीएसई का इंटरनेशनल जनरल सर्टिफिकेट ऑफ सेकंडरी एजुकेशन और आईबी का  Baccalaureate है. इन तीनों बोर्ड की एजुकेशनल फिलॉसफी और स्ट्रक्चर अलग-अलग है. तीनों ही बोर्ड ग्रोथ के लिए कई तरह के अवसर प्रदान करते हैं. लेकिन बच्चे का एडमिशन इनमें से किसमें करवाएं, यह फैसला लेने के लिए इनके बीच का अंतर समझना जरूरी है.

IB Full Form: आईबी बोर्ड में क्या खास है?
आईबी का फुल फॉर्म इंटरनेशनल बैकुलरेट ( Baccalaureate) है. आईबी स्कूलों का सिलेबस इंटरनेशनल पाठ्यक्रम पर आधारित है. आईबी पाठ्यक्रम में स्टूडेंट्स विभिन्न विषयों को गहराई से समझ सकते हैं. इसमें सिर्फ एकेडमिक स्किल्स पर फोकस नहीं किया जाता है, बल्कि हर स्टूडेंट के ओवरऑल डेवलपमेंट पर भी बराबर ध्यान दिया जाता है. छात्रों को इंडिपेंडेंट रिसर्च में शामिल होने का अवसर मिलता है. कई क्षेत्रों में रुचि रखने वाले स्टूडेंट्स के लिए यह बोर्ड बेस्ट है.

IGCSE Full Form: आईजीसीएसई बोर्ड में क्या खास है?
आईबी की तुलना में आईजीसीएसई यानी इंटरनेशनल जनरल सर्टिफिकेट ऑफ सेकंडरी एजुकेशन का सिलेबस ज्यादा बैलेंस्ड और फ्लेक्सिबल माना जाता है. इसमें भी स्टूडेंट्स को कई तरह के विषय ऑफर किए जाते हैं. लेकिन उन्हें अपनी रुचि और स्ट्रेंथ के हिसाब से ऑप्शंस को कस्टमाइज करने का ऑप्शन भी मिलता है. इसमें थ्योरी और प्रैक्टिकल, दोनों पर फोकस किया जाता है. अंतरराष्ट्रीय मान्यता के संदर्भ में इसे यूरोप (विशेष तौर पर यूके) में स्वीकृता मिली हुई है.

CBSE Full Form: सीबीएसई बोर्ड में क्या खास है?
इन दोनों बोर्ड की तुलना में सीबीएसई की अप्रोच सबसे अलग है. सीबीएसई बोर्ड के स्कूलों में एग्जाम-सेंट्रिक अप्रोच अपनाई जाती है. सीबीएसई बोर्ड स्टूडेंट्स को जेईई, नीट, सीयूई़टी जैसी राष्ट्रीय प्रवेश परीक्षाओं के लिए तैयार करता है. इस बोर्ड से पढ़ाई करके बच्चा एकेडमिक विषयों पर सॉलिड पकड़ बना सकता है. लेकिन इसमें आईबी और आईजीसीएसई जैसी फ्लेक्सिबिलिटी नहीं मिलती है. हालांकि अगले कुछ सालों में सीबीएसई बोर्ड सिलेबस और पैटर्न में बदलाव की तैयारी चल रही है.

School Admission: बच्चे के लिए सही बोर्ड कैसे चुनें?
हर बच्चा अलग होता है. सबकी पढ़ने और समझने की क्षमता भी अलग होती है. बच्चे के लिए कौन सा बोर्ड सबसे उपयुक्त है, यह उसकी अपनी स्ट्रेंथ, रुचियों और करियर प्लान्स पर निर्भर करता है. शिक्षा पर एआई के बढ़ते प्रभाव और स्कूली पढ़ाई खत्म करने के बाद हायर एजुकेशन के लिए उपलब्ध संसाधनों जैसे फैक्टर्स पर विचार करना भी जरूरी है. इसके लिए माता-पिता को बच्चे से सही सवाल पूछने चाहिए और साथ ही सही निर्णय लेने के लिए अलग-अलग विकल्प एक्सप्लोर करने चाहिए.

First Published :

April 08, 2025, 15:32 IST

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