CISF: ड्यूटी पर तैनात थे जवान, घर में चालू थी अलग लड़ाई, एक कदम ने बदली जिंदगी

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Last Updated:December 13, 2025, 13:47 IST

A Story from CISF: सीआईएसएफ ने अपने कर्मियों के परिवारों के लिए एक भावनात्मक और सहायक पहल करते हुए स्पेशल नीड्स बच्चों के लिए काउंसलिंग कार्यक्रम आयोजित किया है. नई दिल्ली स्थित सीआईएसएफ मुख्यालय में हुए इस कार्यक्रम में 74 परिवारों ने भाग लिया. महानिदेशक प्रवीर रंजन ने भरोसा दिलाया कि बल अपने परिवारों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है. कार्यक्रम में थेरेपी, शिक्षा और भविष्य के अवसरों के बारे में बताया गया.

 ड्यूटी पर तैनात थे जवान, घर में चालू थी अलग लड़ाई, एक कदम ने बदली जिंदगीसीआईएसएफ ने जवानों के लिए खास पहल शुरू की है, जिसमें उनके स्‍पेशल नीड्स वाले बच्‍चों को मदद दी जा रही हे.

A Story from CISF: जब वर्दी पहनकर देश की सुरक्षा की जिम्मेदारी निभाने वाला सीआईएसएफ का जवान ड्यूटी पर होता है, तब उसके घर में कई अनकही लड़ाइयां भी चल रही होती हैं. खासकर तब, जब घर में कोई बच्चा ‘स्पेशल नीड्स’ वाला हो. इन्हीं भावनाओं और जरूरतों को समझते हुए केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने अपने कर्मियों के परिवारों के लिए एक संवेदनशील और सराहनीय पहल की है.

सीआईएसएफ ने ‘स्पेशल नीड्स’ वाले बच्चों के परिवारों के लिए एक विशेष काउंसलिंग प्रोग्राम का आयोजन किया है. यह कार्यक्रम दिल्‍ली स्थित सीआईएसएफ मुख्यालय में हुआ, जिसका उद्देश्य उन माता-पिता को सहारा देना था, जो हर दिन अपने बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए संघर्ष कर रहे हैं. यह पहल केंद्र सरकार के ‘सुगम्य भारत अभियान’ की भावना से जुड़ी हुई है, जो समान अवसर और समावेशन पर जोर देती है.

नीति आयोग से मिलकर सपोर्ट सिस्‍टम मजबूत करेगी सीआईएसएफ
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता सीआईएसएफ के डायरेक्टर जनरल प्रवीर रंजन ने की. यह सत्र हाइब्रिड मोड में आयोजित हुआ, जिसमें देशभर से 74 सीआईएसएफ परिवारों ने हिस्सा लिया. इस अवसर पर डीजी प्रवीर रंजन ने कहा कि सीआईएसएफ सिर्फ एक सुरक्षा बल नहीं, बल्कि अपने कर्मियों और उनके परिवारों का एक मजबूत परिवार है. उन्होंने भरोसा दिलाया कि बल भविष्य में नीति आयोग के साथ मिलकर ऐसे परिवारों के लिए सपोर्ट सिस्टम को और मजबूत करेगा.

सीआईएसएफ के डीजी प्रवीर रंजन ने जवानों बेहद खास सौगात दी है.

कार्यक्रम में ‘साई स्वयं संस्थान’ की फाउंडर और सीईओ मीरा भाटिया ने सरल भाषा में माता-पिता को समझाया कि बचपन में ही स्पेशल नीड्स की पहचान कितनी जरूरी है. उन्होंने बताया कि सही समय पर शुरू की गई थेरेपी बच्चों की जिंदगी बदल सकती है. होम-बेस्ड थेरेपी, पढ़ाई, आत्मनिर्भरता और भविष्य में रोजगार जैसे विषयों पर उनकी बातें अभिभावकों के लिए उम्मीद की किरण बनीं है.

ताकि कोई भी सीआईएसएफ कर्मी खुद को अकेला न महसूस करे
इस आयोजन का सबसे भावुक पल तब आया, जब सीआईएसएफ महानिदेशक प्रवीर रंजन ने 12 वर्षीय मास्टर आदित्य सिकरवार को एक खास तौर पर तैयार की गई व्हीलचेयर भेंट की. आदित्य सीआईएसएफ की समाधि स्थल यूनिट में तैनात हेड कांस्टेबल संजय सिंह सिकरवार के बेटे हैं. व्हीलचेयर पाकर आदित्य के चेहरे पर आई मुस्कान ने पूरे माहौल को भावुक कर दिया.

वहीं, सीआईएसएफ ने दोहराया कि वह भविष्य में भी ऐसे प्रयासों के जरिए अपने कर्मियों और उनके परिवारों को हर संभव सहयोग देता रहेगा, ताकि कोई भी परिवार खुद को अकेला महसूस न करे.

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Anoop Kumar MishraAssistant Editor

Anoop Kumar Mishra is associated with News18 Digital for the last 6 years and is working on the post of Assistant Editor. He writes on Health, aviation and Defence sector. He also covers development related to ...और पढ़ें

First Published :

December 13, 2025, 13:47 IST

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