Last Updated:January 30, 2025, 14:50 IST
Delhi Chunav: आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक चुनाव आयोग के दूसरे नोटिस पर प्रतिक्रिया देते हुए केजरीवाल ने कहा, "राजीव कुमार को रिटायरमेंट के बाद नौकरी चाहिए. किसी ने लोकतंत्र को इतना बर्बाद नहीं किया...और पढ़ें
राजीव कुमार अरविंद केजरीवाल ने निशाना साधा है. (फोटो X)
हाइलाइट्स
केजरीवाल ने हरियाणा सरकार पर यमुना को जहरीला बनाने का आरोप लगाया.चुनाव आयोग ने केजरीवाल से यमुना में जहर के साक्ष्य मांगे.केजरीवाल ने चुनाव आयोग पर पक्षपात का आरोप लगाया.नई दिल्ली: दिल्ली चुनाव में यमुना के पानी पर बवाल मचा हुआ है. इस बीच चुनाव आयोग (EC) ने आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा यमुना को जहरीला बनाने के आरोप पर कड़ी प्रतिक्रिया दी और आरोपों के तथ्यात्मक साक्ष्य की मांग की. चुनाव आयोग ने केजरीवाल से कहा कि यमुना के पानी में उच्च अमोनिया के मुद्दे को उनके आरोपों के साथ न मिलाएं कि नदी में जहर मिलाने से जनसंहार हो सकता है.
चुनाव आयोग के दूसरे नोटिस पर प्रतिक्रिया देते हुए केजरीवाल ने कहा, “राजीव कुमार को रिटायरमेंट के बाद नौकरी चाहिए. किसी ने लोकतंत्र को इतना बर्बाद नहीं किया जितना उन्होंने किया है. उन्होंने जो भाषा इस्तेमाल की है, वह चुनाव आयोग का काम नहीं है. उन्हें दिल्ली की किसी भी सीट से चुनाव लड़ना चाहिए. हम राजीव कुमार को भी तीन बोतलें भेजेंगे. मुझे पता है कि वे मुझे तीन दिनों में गिरफ्तार कर लेंगे, कर लें, मुझे डर नहीं है.”
पढ़ें- Delhi Chunav Live: राजीव कुमार को हम 3 बोतल पानी भेजेंगे… अरविंद केजरीवाल का EC चीफ पर निशाना
चुनाव आयोग ने क्या कहा?
मालूम हो कि चुनाव आयोग ने केजरीवाल से 31 जनवरी को सुबह 11 बजे तक यमुना में जहर के प्रकार, मात्रा, प्रकृति और तरीके के साथ-साथ दिल्ली जल बोर्ड के इंजीनियरों द्वारा जहर का पता लगाने की विधि और स्थान के बारे में तथ्यात्मक साक्ष्य प्रस्तुत करने की मांग की.
आयोग ने कहा कि अगर केजरीवाल साक्ष्य प्रस्तुत करने में विफल रहते हैं, तो मामले में उचित निर्णय लिया जाएगा. चुनाव आयोग ने यह भी कहा कि पर्याप्त और स्वच्छ पानी की उपलब्धता एक शासन का मुद्दा है और सभी संबंधित सरकारों को हमेशा इसे सभी लोगों के लिए सुरक्षित करने में संलग्न होना चाहिए.
चुनाव आयोग ने कहा कि वह लंबे समय से चले आ रहे जल-साझाकरण और प्रदूषण के मुद्दों पर संक्षिप्त चुनाव अवधि के दौरान मध्यस्थता से परहेज करेगा और इसे सरकारों और एजेंसियों की क्षमता और विवेक पर छोड़ देगा.
केजरीवाल ने क्या कहा था?
गौरतलब है कि विधानसभा चुनावों से कुछ दिन पहले, केजरीवाल ने हरियाणा की भाजपा सरकार पर राष्ट्रीय राजधानी की जल आपूर्ति में “जहर मिलाने” का आरोप लगाया ताकि “अराजकता पैदा हो… और दोष आप प्रशासन पर आए.” केजरीवाल ने कहा था, “दिल्ली के लोग हरियाणा और उत्तर प्रदेश से पीने का पानी प्राप्त करते हैं… लेकिन हरियाणा सरकार ने यमुना से दिल्ली आने वाले पानी में जहर मिला दिया और इसे यहां भेज दिया… यह केवल हमारे दिल्ली जल बोर्ड के इंजीनियरों की सतर्कता के कारण था कि इस पानी को रोका गया.”
यमुना को जहरीला बनाने के आरोप पर चुनाव आयोग द्वारा भेजे गए नोटिस का जवाब देते हुए, केजरीवाल ने कहा कि उनके द्वारा की गई टिप्पणियां “पीने के पानी की गुणवत्ता पर एक तात्कालिक सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट” के संदर्भ में की गई थीं. केजरीवाल ने दावा किया कि हरियाणा से आने वाले कच्चे पानी में अमोनिया का स्तर “अत्यधिक” था और दिल्ली के जल शोधन संयंत्र इसे मानव उपभोग के लिए उपयुक्त नहीं बना पा रहे थे.
केजरीवाल ने अपने पत्र में कहा, “बयान हरियाणा से प्राप्त कच्चे पानी की गंभीर विषाक्तता और प्रदूषण को उजागर करने के लिए एक अनिवार्य सार्वजनिक कर्तव्य के तहत दिए गए थे, जो सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए एक आसन्न और प्रत्यक्ष खतरा प्रस्तुत करता है.”
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
January 30, 2025, 14:50 IST