Paetongtarn Shinawatra: कौन हैं पैतोंगतार्न शिनावात्रा? जो बनीं थाईलैंड की सबसे युवा प्रधानमंत्री

1 month ago

Thailand News Prime Minister:  थाईलैंड की संसद ने अरबपति बिजनेसमैन और पूर्व पीएम थाकसिन की बेटी पैतोंगटार्न शिनावात्रा (Paetongtarn Shinawatra) को प्रधानमंत्री के रूप में चुना है. 37 साल की उम्र में, वह देश की सबसे कम उम्र की प्रधानमंत्री होंगी और अपनी चाची यिंगलक के बाद इस पद पर दूसरी महिला होंगी.

बीबीसी के मुताबिक शिनावात्रा का चयन पूर्व प्रधानमंत्री श्रेथा थाविसिन (PM Srettha Thavisin ) को संवैधानिक न्यायालय द्वारा बर्खास्त किए जाने के दो दिन बाद हुआ है. दोनों फेउ थाई पार्टी से हैं, जो 2023 के चुनाव में दूसरे स्थान पर आई थी, लेकिन उसने सत्तारूढ़ गठबंधन बनाया.

पैतोंगटार्न के सामने चुनातियों का अंबार लगा है. थाईलैंड की ठप पड़ी अर्थव्यवस्था को फिर से खड़ा करने, सैन्य तख्तापलट और अदालती हस्तक्षेप से बचने का कठिन काम उन्हें पूरा करना है. ये वो चुनौतियां है जिसके कारण उनकी पार्टी के नेतृत्व वाली चार पूर्ववर्ती सरकारें गिर गई थीं.

पीएम बनने वाली परिवार की चौथी सदस्य
पैतोंगटार्न  के समर्थन में शुक्रवार को 319 और विरोध में 145 वोट मिले. पिछले दो दशकों में प्रधानमंत्री बनने वाली शिनावात्रा परिवार की चौथी सदस्य हैं.  उनके पिता थाकसिन और चाची यिंगलक सहित – तीन सदस्यों को सैन्य तख्तापलट या संवैधानिक न्यायालय के फैसलों के द्वारा पद से हटा दिया गया था.

इसी संवैधानिक न्यायालय ने बुधवार को श्रेथा थाविसिन को अपने मंत्रिमंडल में एक पूर्व वकील को नियुक्त करने के लिए बर्खास्त कर दिया, जो कभी जेल में बंद था.

प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में नाम आगे किए जाने के बाद पैतोंगटार्न ने गुरुवार को फ्यू थाई के मुख्यालय में मीडिया से कहा कि वह श्रेष्ठा के काम की प्रशंसा करती हैं. उन्होंने कहा कि पूर्व पीएम की बर्खास्तगी को दुर्भाग्यपूर्ण है.

परिवार के होटल ग्रुप में किया काम
पैतोंगटार्न ने थाईलैंड के कुलीन स्कूलों और ब्रिटेन की यूनिवर्सिटी में शिक्षा प्राप्त करने के बाद, उन्होंने कुछ साल शिनावात्रा परिवार के रेंडे होटल ग्रुप में काम किया, जहां उनके पति उप मुख्य निवेश अधिकारी के रूप में काम करते हैं.

पैतोंगटार्न 2021 में फ्यू थाई में शामिल हुईं और अक्टूबर 2023 में उन्हें पार्टी नेता नियुक्त किया गया.

पैतोंगटार्न की नियुक्ति थाईलैंड के शीर्ष नेतृत्व में नई ऊर्जा लेकर आई है. फेउ थाई के सदस्य उम्मीद कर रहे हैं कि वह पार्टी के राजनीतिक भाग्य को पुनर्जीवित करने में मदद कर सकती हैं.

Read Full Article at Source