Poseidon Underwater Drone: 60 फीट लंबी, 90 टन वजन और 115 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार. खूबियां देखकर ही लगता है कि बात किसी 'दानव' ही हो रही है. जी हां आपने सही पहचाना. अब तक दुनिया पुतिन की 14 हजार किलोमीटर दूर तक मार करने वाली परमाणु मिसाइल बुरेवेस्तनिक को देखकर ही हैरान हो रही थी और अब उन्होंने एक और धमाका कर पश्चिमी देशों की नींद उड़ा दी है.
पुतिन के देश रूस ने इस बार पानी के अंदर चलने वाले परमाणु ड्रोन (टॉरपीडो) का परीक्षण किया है, जिसका नाम है Poseidon. पुतिन का दावा है कि यह टॉरपीडो रेडियोएक्टिव सुनामी तक ला सकता है.
पुतिन का सीधा संदेश-झुकेंगे नहीं
एक के बाद एक हथियारों के टेस्ट से पुतिन ने अपने इरादे साफ कर दिए हैं कि वह किसी भी सूरत में पश्चिमी देशों के आगे झुकने वाले नहीं हैं. यूक्रेन और रूस के बीच 1343 दिन से जंग चल रही है और बीते कुछ दिनों से रूस ने अपने हमले और तेज कर दिए हैं. ऐसे में पुतिन के इस नए अस्त्र से तनाव और ज्यादा बढ़ने की टेंशन पैदा हो गई है.
Putin said that Russia yesterday tested a new Poseidon unmanned underwater vehicle with a nuclear power plant.
"The Poseidon's power significantly exceeds that of our most advanced intercontinental missile, the Sarmat; there's nothing like it anywhere else." pic.twitter.com/LqlSQIKCvE
— MilitaryNews (@front_ukrainian) October 29, 2025
पुतिन ने बुधवार को Poseidon टॉरपीडो के परीक्षण को बड़ी कामयाबी बताई. हालांकि इस टॉरपीडो के बारे में ज्यादा जानकारी सामने नहीं आई है लेकिन कहा जाता है कि इसमें विनाशकारी रेडियोएक्टिव सुनामी लाने और तटीय शहरों को तबाह करने की क्षमता है. रूस का एक हफ्ते में यह किसी परमाणु हथियार का दूसरा टेस्ट है. इसका मतलब साफ है कि अब पुतिन का फोकस डिफेंस पर नहीं बल्कि आक्रमकता पर है.
यूक्रेन वॉर में घायल सैनिकों के साथ चाय पर मॉस्कों में बातचीत के दौरान पुतिन ने बताया कि इसका टेस्ट मंगलवार को किया गया. उन्होंने कहा, 'इसके जैसा कोई नहीं है. पहली बार हमने इसे सिर्फ एक पनडुब्बी से लॉन्च इंजन के साथ ही लॉन्च नहीं किया, बल्कि एटमी पावर यूनिट को भी लॉन्च करने में कामयाब रहे, जिस पर यह डिवाइस एक तय वक्त तक रहा.'
ICBM मिसाइलों से भी ताकतवर
पुतिन ने दावा किया कि Poseidon टॉरपीडो की पावर के आगे रूस की कई एडवांस इंटरकॉन्टिनेंटल मिसाइलें भी फीकी हैं. यानी ये अकेला टॉरपीडो रूस की कई ICBM मिसाइलों से भी ताकतवर है.
पुतिन ने कहा कि Poseidon टॉरपीडो की ताकत हमारी सरमत इंटरकॉन्टिनेंटल मिसाइल से भी ज्यादा है. उन्होंने इसे Satan II करार दिया.
रूस के राष्ट्रपति का बयान ऐसे वक्त पर आया है, जब कुछ ही दिन पहले उन्होंने परमाणु क्षमता से लैस बुरेवेस्तनिक मिसाइल के सफल टेस्ट का ऐलान किया था, जो एक छोटा न्यूक्लियर रिएक्टर लेकर चलती है और एक सबमरीन जितनी ताकत है. लेकिन उससे 1000 गुना छोटी है.
Russia tested its nuclear-powered underwater vehicle ‘Poseidon’ yesterday — Putin
He added that the Sarmat missile will be deployed soon — and that Poseidon cannot be intercepted pic.twitter.com/cKKGmlq6jy
— Open Source Intel (@Osint613) October 29, 2025
इसी के साथ पुतिन ने यह भी संकेत दे दिया कि रूस की सरमत न्यूक्लियर आईसीबीएम मिसाइल, जो कई वॉरहेड्स को ले जा सकती है वह जल्द ही जंग के मैदान के लिए तैयार होगी. Poseidon टॉरपीडो के बारे में पुतिन ने कहा कि यह न्यूक्लियर पावर से लैस है और इसे इंटरसेप्ट नहीं किया जा सकता.
पश्चिमी देशों को सीधा संदेश
2018 में दुनिया ने पहली बार Poseidon की झलक देखी थी. तब इसे रूस की नेक्स्ट जनरेशन पावरहाउस के तौर पर पेश किया गया था. यानी ऐसा हथियार जो पश्चिम के डिफेंस सिस्टम को भी भेद डाले.
अब समझिए Poseidon है क्या?
इस टॉरपीडो को रूस के रुबीन डिजाइन ब्यूरो ने डिजाइन किया है. यह एक अंडरवाटर ड्रोन है. यह 2 मेगाटन तक पारंपरिक और न्यूक्लियर वॉरहेड्स ले जा सकता है.
यानी हिरोशिमा पर जो न्यूक्लियर बम गिराया गया था, उससे यह 133 गुना ज्यादा ताकतवर है. यह पानी में एक किलोमीटर अंदर तक जा सकती है.
इसमें एक छोटा न्यूक्लियर रिएक्टर लगा है. यानी Poseidon की रेंज अनलिमिटेड है. यह महासागरों को पार करके हजारों किलोमीटर दूर जाकर चुपके से और बिना पकड़ में आए दुश्मन को नेस्तनाबूद कर सकती है.
रूस की मीडिया और मिलिट्री एक्सपर्ट्स की माने तो Poseidon दागने पर 500 मीटर की ऊंचाई तक रेडियोएक्टिव सुनामी आ सकती है, जिससे कोई भी समुद्र के किनारे वाला शहर तबाह हो सकता है और वहां दशकों बाद भी रहना नामुमकिन होगा.

5 hours ago
