Last Updated:July 05, 2025, 21:14 IST
दुबई में बैठे नवाब अली उर्फ लविश चौधरी के नेटवर्क का जांच एजेंसी ED ने पर्दाफाश किया है. अब तक करीब 270 करोड़ की संपत्ति को कुर्क किया गया है.

मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में ईडी ने 270 करोड़ की प्रापर्टी कुर्क की. (Image:News18)
हाइलाइट्स
नवाब अली उर्फ लविश चौधरी के नेटवर्क का ED ने पर्दाफाश किया.अब तक करीब 270 करोड़ की संपत्ति को कुर्क किया गया है.एक धर्म के नाम पर चल रही थी देशभर में ठगी.नई दिल्ली. केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय (ED), चंडीगढ़ जोनल ऑफिस ने मल्टी-लेवल मार्केटिंग (MLM) स्कीम के नाम पर मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA) के तहत एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए नवाब अली उर्फ लविश चौधरी नाम के एक आरोपी के नेटवर्क को ध्वस्त करने का काम किया है. जो पिछले कई सालों से दुबई में बैठकर भारत देश के अंदर कई राज्यों में ‘एक धर्म सम्प्रदाय’ के मानने वाले लोगों को अपना जाल में फंसाकर करोड़ो रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग के मामले को अंजाम दे रहा था. जांच एजेंसी की चंडीगढ़ जोनल ऑफिस द्वारा QFX और YFX जैसे फॉरेक्स मामले से जुड़े फर्जीवाड़ा मामले की पड़ताल करते हुए करीब 100 करोड़ की चल- अचल संपतियों को अटैच कर लिया है. हालांकि इसी मामले में फरवरी महीने में करीब 170 करोड़ की संपत्ति को अटैच किया गया था यानी अब तक करीब 270 करोड़ की संपत्ति को अटैच करके उसे बड़ा झटका दिया गया है. सूत्र के मुताबिक 5 जुलाई की शाम तक उसके करीब 116 बैंक खाता को फ्रीज किया जा चुका है. हालांकि इस मामले में उसके खिलाफ आगे की कार्रवाई लगातार आगे बढ़ाया जा रहा है.
सर्च ऑपरेशन के दौरान हुआ था बड़ा खुलासा
जांच एजेंसी के मुताबिक QFX और YFX जैसे फॉरेक्स मामले से जुड़े फर्जीवाड़ा मामले में इसी साल 11 फरवरी 2025 को दिल्ली, नोएडा, रोहतक और शामली (उत्तर प्रदेश) में कई ठिकानों पर छापेमारी की है. यह कार्रवाई QFX ट्रेड लिमिटेड और अन्य के खिलाफ चल रही जांच का हिस्सा था, जिसमें मल्टी-लेवल मार्केटिंग (MLM) स्कीम के नाम पर फॉरेक्स ट्रेडिंग का फर्जीवाड़ा किया जा रहा था.
कौन हैं आरोपी?
ईडी के अनुसार, इस घोटाले को QFX ट्रेड लिमिटेड के निदेशक राजेन्द्र सूद, विनीत कुमार, संतोष कुमार और मास्टरमाइंड नवाब अली उर्फ लविश चौधरी सहित कई अन्य आरोपियों द्वारा अंजाम दिया गया.
कैसे हुआ खुलासा?
इस मल्टी-लेवल मार्केटिंग (MLM) स्कीम के खिलाफ आम लोगों के द्वारा देश के कई राज्यों जैसे उत्तरप्रदेश के सहारनपुर, मेरठ, मुजफ्फरनगर, मध्यप्रदेश के भोपाल, चंडीगढ़, असम में कई FIR दर्ज हुए थे, उसी दौरान ईडी ने हिमाचल प्रदेश पुलिस द्वारा दर्ज कई एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की थी. QFX कंपनी ने फर्जी फॉरेक्स ट्रेडिंग स्कीम के जरिए हजारों निवेशकों को चूना लगाया. कंपनी ने बिना किसी नियामक मंजूरी के उच्च रिटर्न का लालच देकर निवेश जुटाया.
ऐसे चलता था MLM रैकेट
QFX ग्रुप ने ‘QFX इन्वेस्टमेंट प्लान’ के नाम से MLM स्कीम चलाई, इस स्कीम के तहत एक विशेष धर्म सम्प्रदाय के लोगों को इस स्कीम में शामिल करवाया गया, उसे ये भरोसा दिलाया गया कि उस धर्म सम्प्रदाय के लोगों के लिए ही ये स्कीम है. लेकिन आरोपियों के द्वारा ये झूठ बोलकर उसके साथ फर्जीवाड़ा किया जा रहा था. उस मल्टी-लेवल मार्केटिंग (MLM) स्कीम की अगर बात करें तो जिसमें वेबसाइट, ऐप और सोशल मीडिया विज्ञापनों के जरिए निवेशकों को आकर्षित किया जाता था. कंपनी 5% मंथली रिटर्न का झांसा देकर लोगों से निवेश कराती थी.
हिमाचल पुलिस द्वारा एफआईआर दर्ज होने के बाद कंपनी ने नाम बदलकर ‘YFX (Yorker FX)’ कर लिया, लेकिन ठगी का तरीका वही रहा. इसके अलावा, मास्टरमाइंड नवाब अली उर्फ लविश चौधरी ने BotBro, TLC Coin और Yorker FX जैसी और भी फर्जी स्कीमें चला रखी थीं. इन योजनाओं के प्रचार के लिए भारत और दुबई में बड़े इवेंट भी आयोजित किए गए. ईडी की जांच में सामने आया कि NPay Box Pvt. Ltd., Capter Money Solutions Pvt. Ltd. और Tiger Digital Services Pvt. Ltd. जैसी शेल कंपनियों के बैंक खातों का इस्तेमाल निवेशकों से पैसे इकट्ठा करने में किया जा रहा था. इन कंपनियों के ऑफिस और डायरेक्टर्स के ठिकानों पर छापेमारी के दौरान पाया गया कि ये कंपनियां QFX/YFX स्कीम के जरिए जनता से पैसा बटोरने का जरिया बनी हुई थीं.
Rakesh Singh is a chief sub editor with 14 years of experience in media and publication. affairs, Politics and agriculture are area of Interest. Many articles written by Rakesh Singh published in ...और पढ़ें
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New Delhi,Delhi