Storm Eowyn: इस देश पर बम की तरह फूटा तूफान का कहर, मौसम वैज्ञानिकों ने दी डरावनी चेतावनी

4 days ago

Storm Eowyn News: तूफान इओविन ने 24 जनवरी की मध्यरात्रि तक अपनी ताकत दिखाते हुए केंद्र में हवा के दबाव को 50 मिलीबार तक कम कर दिया. यह कमी 'विस्फोटक चक्रवात' की परिभाषा से दोगुनी है. दूसरे शब्दों में यह एक ऐसा तूफान है जो तेजी से गंभीर रूप लेता है मानो बम फटने की तरह. इस कारण इसे 'बम चक्रवात' कहा जा रहा है.

सर्दियों में बम चक्रवात का सामान्य होना

सर्दियों के दौरान इस क्षेत्र में तूफानों का बम चक्रवात की स्थिति तक पहुंचना असामान्य नहीं है. हालांकि, हाल के वर्षों में बहुत कम तूफान ऐसे रहे हैं, जिनमें इओविन जैसी तीव्रता देखी गई हो. इससे पता चलता है कि खुले इलाकों में हवा की गति 80-90 मील प्रति घंटे तक हो सकती है. आयरलैंड के पश्चिमी तट पर मेस हेड में रिकॉर्ड 114 मील प्रति घंटे की हवाएं चली हैं.

1987 के ग्रेट स्टॉर्म की याद

इसी तरह के भीषण तूफानों ने पहले भी व्यापक तबाही मचाई है. 1987 के "ग्रेट स्टॉर्म" के दौरान हवा की रफ्तार 115 मील प्रति घंटे तक पहुंच गई थी. हालांकि, एनीमोमीटर की रिकॉर्डिंग बंद हो जाने के कारण वास्तविक गति इससे भी अधिक हो सकती थी.

हाल के तूफानों की तुलना

2022 में तूफान यूनिस के दौरान इंग्लैंड के आइल ऑफ वाइट में हवा की गति 122 मील प्रति घंटे दर्ज की गई थी. 2023 में तूफान सियारन ने भी इतनी ही रफ्तार से हवाएं चलाई थीं. तूफान इओविन के दौरान दर्ज की जा रही माप भी इन भीषण तूफानों के बराबर हैं.

तूफान को 'विस्फोटक' क्यों कहा गया

तूफान इओविन को विस्फोटक चक्रवात बनाने के लिए कई कारकों ने भूमिका निभाई. उत्तरी अटलांटिक के ऊपर जेट स्ट्रीम, जो लगभग 200 मील प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही थी, ने इसे ऊर्जा प्रदान की. यह जेट स्ट्रीम अमेरिका के पूर्वी हिस्से की ठंडी हवाओं और अटलांटिक महासागर की गर्म हवाओं के बीच तापमान के अंतर से बनी थी.

महासागर की गर्मी ने बढ़ाई ताकत

तूफान इओविन के भीतर गहरे बादल भारी बारिश के साथ ऊर्जा उत्पन्न कर रहे हैं. ये बादल गर्म महासागर की सतह से गर्मी और नमी खींचते हैं. हाल के वर्षों में उत्तरी अटलांटिक में समुद्री सतह का तापमान रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा है, जिसने इस तूफान को और ताकतवर बना दिया.

2,000 मील का सफर तय किया

तूफान इओविन ने 22 जनवरी को अमेरिका के पूर्वी तट से अपनी शुरुआत की और 2,000 मील का सफर तय करते हुए 24 जनवरी तक पश्चिमी स्कॉटलैंड तक पहुंच गया. इसका निम्न दबाव केंद्र जेट स्ट्रीम के साथ आदर्श मार्ग पर बढ़ा, जिससे इसकी तीव्रता और बढ़ गई.

क्या कहती है भविष्यवाणी?

मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इस तूफान का प्रभाव आने वाले दिनों में भी देखने को मिलेगा. इसके कारण भारी बारिश, तेज हवाएं और समुद्र में ऊंची लहरें उठ सकती हैं. लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है.

(एजेंसी इनपुट के साथ)

Read Full Article at Source