Agency:Local18
Last Updated:January 31, 2025, 16:58 IST
Surat News: सूरत की 4 साल की गिर गाय मीरा, एक आंख की रोशनी कम होने के बावजूद रोज़ाना श्रीकृष्ण की मूर्ति की 11,000 तक परिक्रमा करती है. उसकी यह अनोखी भक्ति सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है और श्रद्धालु इसे चमत्कार...और पढ़ें
श्री कृष्ण की परिक्रमा करती गिर गाय
सूरत के अडाजन पाल इलाके में स्थित गौशाला में एक अनोखा और चमत्कारी दृश्य देखने को मिल रहा है. यहां मीरा नाम की एक 4 साल की गिर गाय रोज़ाना श्रीकृष्ण की मूर्ति की परिक्रमा करती है. यह गाय बिना रुके घंटों तक परिक्रमा करती है और दिनभर में 5,000 से 11,000 चक्कर पूरे कर लेती है. उसकी इस अद्भुत भक्ति ने न केवल गौशाला के संचालकों बल्कि श्रद्धालुओं को भी चकित कर दिया है.
एक आंख की रोशनी कम, फिर भी अटूट भक्ति
मीरा जन्म से ही आंशिक दृष्टिहीन है. उसकी एक आंख की रोशनी कम होने के बावजूद उसकी भक्ति में कोई कमी नहीं आती. खास बात यह है कि वह हमेशा घड़ी की दिशा में ही परिक्रमा करती है और थकने के बाद कुछ समय आराम कर फिर से अपने इस भक्तिपूर्ण कार्य में लग जाती है. लगातार 3 घंटे तक परिक्रमा करना उसकी दिनचर्या का हिस्सा बन चुका है.
गौशाला में है 300 गायें, लेकिन मीरा है अनोखी
गौशाला के संचालक प्रज्ञेशभाई का कहना है कि उनके यहां करीब 300 गिर गायें हैं, लेकिन मीरा का व्यवहार सबसे अलग और अनोखा है. उन्होंने इस विशेष गाय का स्वास्थ्य परीक्षण भी करवाया, जिसमें उसकी दृष्टि के अलावा किसी भी तरह की कोई समस्या नहीं पाई गई. वह पूरी तरह से स्वस्थ है और उसकी ऊर्जा भी सामान्य गायों से अधिक प्रतीत होती है.
सोशल मीडिया पर वायरल हुई मीरा की भक्ति
मीरा की यह असामान्य भक्ति अब सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रही है. उसके वीडियो और तस्वीरें इंटरनेट पर तेजी से फैल रही हैं और लोग इसे कृष्ण भक्ति का चमत्कार मान रहे हैं. गौशाला में दूर-दूर से श्रद्धालु सिर्फ मीरा को देखने आ रहे हैं और उसकी भक्ति को नमन कर रहे हैं.
आत्मिक जुड़ाव का सच्चा उदाहरण
मीरा की यह भक्ति हमें यह सिखाती है कि भगवान के प्रति प्रेम और श्रद्धा के लिए शारीरिक क्षमता मायने नहीं रखती, बल्कि यह आत्मा का गहरा जुड़ाव होता है. यह घटना हिंदू धर्म में गाय की महत्ता और कृष्ण भक्ति का एक जीवंत उदाहरण बन गई है. मीरा की यह अद्भुत भक्ति आज के समय में लाखों लोगों के लिए प्रेरणादायक बन रही है, जो सच्चे भक्ति भाव को समझने का संदेश देती है.
First Published :
January 31, 2025, 16:58 IST