आरके सिंह: लालू के आदेश पर आडवाणी को किया गिरफ्तार, फिर BJP ने पलको पर बिठाया!

1 hour ago

Last Updated:November 16, 2025, 11:29 IST

 लालू के आदेश पर आडवाणी को किया गिरफ्तार, फिर BJP ने पलको पर बिठाया!पूर्व आईएएस अधिकारी आरके सिंह ने भाजपा से इस्तीफा दे दिया है.

IAS RK Singh Journey From Bureaucrat To Central Minister: पूर्व आईएएस अफसर राज कुमार सिंह यानी आरके सिंह इन दिनों चर्चा में हैं. उन्होंने भाजपा से इस्तीफा दे दिया है. पिछले दिनों उन्होंने बिहार में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया था. उन्होंने विधानसभा चुनाव में अपनी ही पार्टी के कई उम्मीदवारों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे. इसके बाद पार्टी ने उनको सस्पेंड कर दिया. खैर हम आपको कोई खबर नहीं बता रहे हैं. बल्कि आज आरके सिंह से जुड़ी एक कहानी सुना रहे हैं. आरके सिंह 1975 बैच के बिहार कैडर के आईएएस अधिकारी हैं. ब्यूरोक्रेसी में उन्होंने बहुत ऊंचा मुकाम हासिल किया. वह राजनीति में आने से पहले भारत सरकार के गृह सचिव तक का पद संभाला.

आडवाणी की गिरफ्तारी से हुए चर्चित

एक नौकरशाह के तौर पर उन्होंने बिहार के कई जिलों में अपनी सेवाएं दी. लेकिन, उसका सबसे चर्चित कार्यकाल बतौर समस्तीपुर जिले के जिलाधिकारी के तौर पर रहा. वह 1990 के दशक में वहां तैनात थे. उनकी पहचान एक कड़क अधिकारी की रही है. उसी वक्त देश में भाजपा के वयोवृद्ध नेता लालकृष्ण आडवाणी अयोध्या में राममंदिर के लिए रथ यात्रा निकाल रहे थे. उस समय बिहार में लालू प्रसाद यादव मुख्यमंत्री थे. केंद्र में विश्वनाथ प्रताप सिंह की संयुक्त मोर्चा की सरकार थी. उस सरकार को भाजपा ने बाहर से समर्थन दिया था.

उस देश के हालात बेहद नाजुक थे. एक तरफ वीपी सिंह ने अन्य पिछड़ा वर्ग को आरक्षण देने के लिए मंडल कमिशन की रिपोर्ट लागू की तो दूसरी तरफ अयोध्या में राम मंदिर के नाम पर आंदोलन काफी आक्रामक रूप ले चुका था. केंद्र और राज्य को सरकारी नौकरियों में ओबीसी वर्ग को 27 फीसदी आरक्षण देने की सिफारिश करने वाले मंडल कमिशन की रिपोर्ट लागू होने के बाद इसके विरोध में उग्र प्रदर्शन हो रहे थे.

राज्यसभा में एक डिबेट के दौरान आरके सिंह.

आडवाणी की रथ यात्रा

इस बीच आडवाणी की रथ यात्रा गुजरात के सोमनाथ से चलकर बिहार पहुंची थी. लालू प्रसाद यादव ने इस रथ यात्रा को सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाला बताया था. उन्होंने चेतावनी दी थी कि वह आडवाणी की रथ यात्रा को बिहार से आगे नहीं बढ़ने देंगे. ऐसे में उन्होंने आडवाणी के बिहार पहुंचने पर उनकी गिरफ्तारी का आदेश दे दिया. इस आदेश को क्रियान्वित कराने की जिम्मेदारी समस्तीपुर के जिलाधिकारी रहे आरके सिंह पर आई. आरके सिंह ने आदेश का पूरी शिद्दत से पालन करते हुए आडवाणी को गिरफ्तार कर लिया. आडवाणी की इस गिफ्तारी का राष्ट्रीय राजनीति पर गहरा प्रभाव पड़ा. इस गिरफ्तारी के विरोध में केंद्र सरकार से भाजपा ने अपना समर्थन वापस ले लिया.

वीपी सिंह की सरकार का पतन

इस कारण वीपी सिंह की जनता दल की सरकार गिर गई. लालू यादव भी इस जनता दल के नेता थे और उस वक्त बिहार में उनकी तूती बोलती थी. बेहद पेशेवर नौकरशाह आरके सिंह बाद में केंद्र सरकार में आ गए. उन्होंने मनमोहन सिंह के कार्यकाल में देश के गृह सचिव का पद संभाला. वह 2011 में भारतीय प्रशासिन सेवा से रिटायर हुए फिर 2013 में राजनीति में आ गए. वह भाजपा में शामिल हो गए. फिर 2014 में वह बिहार के आरा से भाजपा के सांसद चुने गए. 2019 में भी वह फिर से विजयी हुए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनको अपनी मंत्रिमंडल में जगह दी. वह ऊर्जा, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मामलों के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बने फिर कैबिनेट मंत्री बने. हालांकि 2024 के लोकसभा चुनाव में वह आरा से हार गए. उनकी हार को लेकर कई तरह के सवाल भी उठाए गए. उसके बाद से वह खुद को पार्टी के भीतर भी अलग-थलग महसूस करने लगे. बीते बिहार विधानसभा चुनाव में उन्होंने पार्टी विरोधी बयानबाजी की. इस कारण उनको पार्टी से निकाल दिया गया.

संतोष कुमार

न्यूज18 हिंदी में बतौर एसोसिएट एडिटर कार्यरत. मीडिया में करीब दो दशक का अनुभव. दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, आईएएनएस, बीबीसी, अमर उजाला, जी समूह सहित कई अन्य संस्थानों में कार्य करने का मौका मिला. माखनलाल यूनिवर्स...और पढ़ें

न्यूज18 हिंदी में बतौर एसोसिएट एडिटर कार्यरत. मीडिया में करीब दो दशक का अनुभव. दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, आईएएनएस, बीबीसी, अमर उजाला, जी समूह सहित कई अन्य संस्थानों में कार्य करने का मौका मिला. माखनलाल यूनिवर्स...

और पढ़ें

न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।

First Published :

November 16, 2025, 11:27 IST

homenation

आरके सिंह: लालू के आदेश पर आडवाणी को किया गिरफ्तार, फिर BJP ने पलको पर बिठाया!

Read Full Article at Source