Last Updated:December 14, 2025, 18:13 IST
Air India Express Increased IndiGo's Tension: एयर इंडिया एक्सप्रेस का नए दांव ने इंडिगो की बेचैनी तो बढ़ाई ही है, साथ ही एयरलाइन के अपने पायलट्स की टेंशन बढ़ा दी है. दरअसल, एयर इंडिया एक्सप्रेस ने A-320 प्लेन्स के लिए नए पायलट भर्ती करने का विज्ञापन जारी किया है. माना जा रहा है कि क्राइसिस के बाद इंडिगो के नाराज पायलट एयर इंडिया एक्सप्रेस का रुख कर सकते हैं.
Air India Express Increased IndiGo’s Tension: एयर इंडिया एक्सप्रेस के नए दांव ने यात्रियों को रुलाने वाली इंडिगो की बेचैनी बढ़ा दी है. इंडिगो को डर है कि एयर इंडिया एक्सप्रेस का यह कदम उसने लिए कही नई चुनौतियां न खड़ी कर दें. दरअसल, एयर इंडिया समूह की लो-कॉस्ट एयरलाइन एयर इंडिया एक्सप्रेस (AI Express) ने एयरबस A320 के कैप्टन्स की भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया है. इस विज्ञापन के पब्लिक डोमेन में आने के बाद इंडिगो में पायलट्स के बीच हलचल और एयरलाइन मैंनेजमेंट की टेंशन बढ़ गई है.
आपको बता दें कि एयर इंडिया एक्सप्रेस ने यह कदम ऐसे समय पर उठाया है, जब इंडिगो अपने इंटरनल रोस्टरिंग और ऑपरेशनल चुनौतियों से जूझ रही है. बीते दिनों, इंडिगो क्राइसिस शुरू के बाद कई ऐसे ओपेन लेटर आए है, जिन्होंने खासतौर पर इंडिगो के पायलट्स-केबिन क्रू की बेचैनी को जगजाहिर कर दिया है. ऐसे में, एयर इंडिया एक्सप्रेस इंडिगो के नाखुश और अनुभवी पायलटों को आकर्षित कर वह अपनी क्षमता मजबूत कर सकती है, लेकिन इस रणनीति से एयर इंडिया एक्सप्रेस के A320 पायलटों में चिंता और असुरक्षा की भावना बढ़ गई है.
पायलट्स को है अपनी सैलरी कम होने का डर
एआई-एक्सप्रेस के A-320 पायलट्स का कहना है कि पहले से ही उनके फ्लीट के फ्लाइंग ऑवर्स कम हैं. ऐसे में, अगर बाहर से नए पायलट लाए गए, तो उनके फ्लाइंग आवर्स घट सकते हैं, जिसका सीधा असर उनकी सैलरी पर पड़ेगा. अबतक करीब 100 पायलट मैनेजमेंट को लेटर लिखकर इस प्रस्तावित भर्ती पर अपना विरोध कर चुके हैं. उल्लेखनीय है कि मौजूदा समय में एआई-एक्सप्रेस के पास कुल 110 प्लेन हैं, जिनमें बोइंग 737 के 76 और A-320 फैमिली के 34 प्लेन हैं. एयरलाइन को ये प्लेन एयर इंडिया और एयर एशिया से आए हैं.
सभी एयरलाइंस घटा चुकी हैं फ्लाइंग ऑवर्स
सूत्रों के अनुसार, A320 के 35 प्लेन्स में से 10 प्लेन अगले साल की शुरुआत में लीज पर लौटाए जाएंगे. नए A320 प्लेन्स की एंट्री जरूर होगी, लेकिन उसमें अभी समय लगेगा. इस अंतराल में पायलटों को केवल न्यूनतम 40 घंटे की फ्लाइंग ही मिल पाएगी. कोविड काल के दौरान, तत्कालीन एयरएशिया इंडिया ने पायलटों का फिक्स्ड फ्लाइंग ऑवर कॉन्ट्रैक्ट 70 घंटे से घटाकर 40 घंटे कर दिया था. बाद में, एयर इंडिया ने भी यही कदम उठाया था. सिर्फ विस्तारा ऐसी एयरलाइन थी, जिसने सैलरी कट के बावजूद फिक्स्ड ऑवर कॉन्ट्रैक्ट में कटौती नहीं की थी.
नाराज पायलट्स ने मैनेजमेंट से पूछे सवाल
हाल ही में इंडिगो ने भी नए जूनियर फर्स्ट ऑफिसर्स के लिए फिक्स्ड कॉन्ट्रैक्ट 70 घंटे से घटाकर 50 घंटे कर दिया है. वर्तमान समय में, एआई-एक्सप्रेस में करीब 1,600 पायलट कार्यरत हैं और A320 कैडर खासतौर पर नाराज है. पायलटों द्वारा लिखे गए पत्रों में सवाल उठाया गया है कि जब पिछले एक साल से यह कहा जा रहा है कि A320 कैप्टन सरप्लस में हैं, तो अब बाहर से भर्ती क्यों की जा रही है. उन्होंने यह भी पूछा है कि जब आंतरिक उपयोग कम है और हाल में कई पायलट इस्तीफा दे चुके हैं, तो पहले रिटेंशन और री-एंगेजमेंट पर ध्यान क्यों नहीं दिया जा रहा.
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Anoop Kumar MishraAssistant Editor
Anoop Kumar Mishra is associated with News18 Digital for the last 6 years and is working on the post of Assistant Editor. He writes on Health, aviation and Defence sector. He also covers development related to ...और पढ़ें
First Published :
December 14, 2025, 18:13 IST

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