इंडियन आर्मी के 'लव' और 'कुश', दुश्‍मनों पर चीते की तरह करते हैं वार

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Last Updated:November 13, 2025, 12:13 IST

Indian Army News: ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत अपने सशस्‍त्र बलों को अपग्रेड करने के साथ ही उसे और मजबूत बनाने पर लगातार काम कर रहा है. एयरफोर्स और नेवी के बाद अब आर्मी पर भी फोकस बढ़ा है.

इंडियन आर्मी के 'लव' और 'कुश', दुश्‍मनों पर चीते की तरह करते हैं वारIndian Army News: इंडियन आर्मी में दो स्‍पेशियलाइज्‍ड ग्रुप बनाए गए हैं. ये खासतौर पर पाकिस्‍तान और चीन की तरफ से पैदा होने वाले खतरों से निपटने के लिए हैं. (फोटो: पीटीआई)

Indian Army News: इंडियन आर्मी, एयरफोर्स और नेवी के बीच कोऑर्डिनेशन को ज्‍यादा स्‍मूद बनाने की प्रक्रिया सालों से चल रही है. मॉडर्न वॉरफेयर में यह और भी अहम हो गया है. किसी भी तरह के संकट या फिर अटैक के समय में सेना के तीनों अंगों का एकजुट होकर काम करना बहुत जरूरी है, ताकि दुश्‍मनों से प्रभावशाली तरीके से निपटा जा सके. इसे देखते हुए कंबाइंड चीफ ऑफ डिफेंस स्‍टाफ (CDS) को अस्तित्‍व में लाया गया. अब थिएटर कमांड पर काम किया जा रहा है. इन सबके बीच आर्मी की ताकत और हमला करने की क्षमता को और बढ़ाने के लिए दो क्‍लासीफाइड ग्रुप क्रिएट किए गए हैं. इनमें से एक है रुद्र ब्रिगेड और दूसरा है भैरव बटालियन. जैसलमेर से लगती पाकिस्‍तान सीमा के करीब ‘त्रिशूल’ ज्‍वाइंट एक्‍सरसाइज के तहत हाल में ही अस्तित्‍व में आए आर्मी के रुद्र ब्रिगेड और भैरव बटालियन के जवानों ने अपने कौशल से दुनिया को रूबरू कराया.

भारतीय सेना चीन और पाकिस्तान की सीमाओं पर अपनी ऑपरेशनल क्षमताओं को बढ़ाने के उद्देश्य से नई ‘रुद्र’ ऑल-आर्म्स ब्रिगेड्स और ‘भैरव’ लाइट कमांडो बटालियन को क्रिएट किया है. इसका उद्देश्‍य खासतौर से चीन और पाकिस्‍तान की ओर से आने वाले खतरों से निपटना है. दरअसल, इंडियन आर्मी ने बॉर्डर पर तैनात अपनी दो पैदल सेना ब्रिगेड्स को रुद्र ब्रिगेड्स में परिवर्तित कर दिया है. रुद्र ब्रिगेड्स में पैदल सेना, मेकेनाइज्‍ड इंफेंट्री, टैंक, आर्टिलरी, स्‍पेशल फोर्स और ड्रोन जैसी विभिन्‍न यूनिट्स शामिल हैं.

ऐसे काम करता है रुद्र ब्रिगेड

स्‍ट्रक्‍चर: यह ऑल आर्म्‍स फॉरमेशन की थ्‍योरी पर काम करता है. यानी इनमें विभिन्न सैन्य घटकों को एक ही यूनिट में इंटीग्रेट किया जाता है, ताकि कंबाइंड आर्म्‍स ऑपरेशन में सहूलियत रहे. कॉम्‍पोनेंट: इनमें पैदल सेना, मेकेनाइज्‍ड इंफेंट्री, टैंक, आर्मर्ड यूनिट, स्‍पेशल फोर्स और ड्रोन यूनिट शामिल होती हैं. उद्देश्य: आक्रामक अभियानों और सीमित लक्ष्यों को सुरक्षित करने के लिए एक अधिक समन्वित और शक्तिशाली स्‍ट्रक्‍चर के तहत काम करना.
इंडियन आर्मी ने राजस्‍थान के रेगिस्‍तान में अपना जौहर दिखाया है. (फोटो: पीटीआई)

रुद्र ब्रिगेड

रुद्र ब्रिगेड के बारे में आर्मी चीफ जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने खुद जानकारी दी थी. उन्‍होंने रुद्र ब्रिगेड के फॉरमेशन और उसके कामकाज के बारे में भी जानकारी दी थी. उन्‍होंने बताया था कि रुद्र ब्रिगेड में इंफेंट्री, मेकेनाइज्‍ड इंफेंट्री, आर्मर्ड यूनिट, आर्टिलरी, स्‍पेशल फोर्स और ड्रोन यूनिट्स होंगी. आर्मी चीफ ने बताया था कि लॉजिस्टिक्‍स के साथ ही कॉम्‍बैट सपोर्ट में भी रुद्र ब्रिगेड अहम भूमिका निभाएगा. फर्ज कीजिए कि सैन्य टकराव की स्थिति पैदा हो गई है तो यह ब्रिगेड एक इंटीग्रेटेड यूनिट की तरह काम करेगा.

दुश्‍मनों का काल भैरव बटालियन

स्‍ट्रक्‍चर: लाइटवेट एजाइल कमांडो यूनिट. क्षमताएं: हाई पावर ऑपरेशन के लिए तैयार और सीधे मिशन पर फोकस. भूमिका: पारंपरिक पैदल सेना और एलीट स्‍पेशल फोर्सेज के बीच सेतु का काम करना. प्रभाव, निगरानी और ‘हिट-एंड-रन’ (मारो और निकलो) रणनीति पर केंद्रित. गठन: मौजूदा पैदल सेना बटालियनों की ‘घातक’ पलटनों का पुनर्गठन करके तैयार की गई है.

भैरव बटालियन

रुद्र ब्रिगेड के साथ ही इंडियन आर्मी ने घातक स्‍पेशल फोर्स यूनिट का भी गठन किया है. इस स्‍पेशल यूनिट को भैरव का नाम दिया गया है. भैरव यूनिट एक लाइट कमांडो बटालियन है. यह यूनिट बॉर्डर पर सरप्राइज एक्टिविटी के लिए डेडिकेटेड है. दुश्‍मनों को पता भी नहीं चलेगा और उसका काम तमाम दिया जाएगा. सेना अध्‍यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने भैरव बटालियन के बारे में जानकारी देते हुए बताया था कि हम एक विकसित, आधुनिक और फ्यूचर पावर बनने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं. एक नई ब्रिगेड की स्थापना की गई है. भैरव बटालियन में मेकेनाइज्‍ड इंफेंट्री, बख्तरबंद यूनिट, तोपख़ाना और स्‍पेशल फोर्स शामिल हैं. लॉजिस्टिक और कॉम्बैट सपोर्ट काफ अहम है. सेनाध्‍यक्ष ने बताया था कि भैरव बटालियन के स्‍पेशल फोर्स हमेशा सीमा पर दुश्मन को झटका देने के लिए तैयार रहेंगे.

Manish Kumar

बिहार, उत्‍तर प्रदेश और दिल्‍ली से प्रारंभिक के साथ उच्‍च शिक्षा हासिल की. झांसी से ग्रैजुएशन करने के बाद दिल्‍ली यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में PG डिप्‍लोमा किया. Hindustan Times ग्रुप से प्रोफेशनल कॅरियर की शु...और पढ़ें

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Location :

New Delhi,Delhi

First Published :

November 13, 2025, 12:11 IST

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