Last Updated:April 08, 2025, 06:54 IST
Bangladesh News: बांग्लादेश और चीन की सांठ-गांठ के सबूत अब दिखने लगे हैं. बांग्लादेश की सीमा पर हलचल बढ़ गई है. त्रिपुरा में संदिग्ध बांग्लादेशी ड्रोन मिलने से हड़कंप मच गया. अब सवाल है कि आखिर यह ड्रोन किसने भ...और पढ़ें

त्रिपुरा के बांग्लादेश से लगे एक गाँव में कैमरा लगे ड्रोन मिलने से हड़कंप मच गया. (फोटो-पीटीआई)
हाइलाइट्स
त्रिपुरा में संदिग्ध बांग्लादेशी ड्रोन मिला.ड्रोन मिलने से सीमा पर तनाव बढ़ा.भारत ने बांग्लादेश की गतिविधियों पर आपत्ति जताई.नई दिल्ली: बांग्लादेश के मुखिया मोहम्मद यूनुस बीते दिनों चीन गए. चीन में जिनपिंग के सामने यूनुस ने भारत के पूर्वोत्तर राज्यों का खुद को एकमात्र गार्जियन बताया. इसके बाद उन्होंने लगे हाथ चीन को बांग्लादेश में निवेश और आर्थिक प्रभाव बढ़ाने के लिए इनवाइट कर दिया. इस पर भारत सरकार ने आपत्ति जताई. मोहम्मद यूनुस की चाल को भारत समझ गया. वह भारत से सटी सीमा के आस-पास चीन की मौजूदगी को बढ़ाना चाहता है. इस बीच बांग्लादेश से सटे भारत के गांव में एक कैमरा लगे ड्रोन मिलने से हड़कंप मच गया है. यह वाकया त्रिपुरा की है. त्रिपुरा बांग्लादेश से पूरी तरह सटा है.
दरअसल, साउथ त्रिपुरा जिले के एक सीमावर्ती गांव में सोमवार को उस समय तनाव फैल गया, जब स्थानीय लोगों ने भारतीय क्षेत्र के अंदर एक संदिग्ध बांग्लादेशी ड्रोन देखा. ग्रामीणों के मुताबिक, बिलोनिया सबडिवीजन के अंतर्गत बलमुख में भारत-बांग्लादेश सीमा के पास एक धान के खेत में सबसे पहले एक किसान ने ड्रोन को देखा. यह जगह सीमा पर लगे कटीले तारों की बाड़ से लगभग 300 मीटर की दूरी पर है. किसान ने फौरन इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी.
किसान का दावा है कि कुछ दिन पहले उन्होंने बांग्लादेश की दिशा से एक ड्रोन को इलाके के ऊपर उड़ते देखा था. उन्हें शक है कि बरामद किया गया ड्रोन वही हो सकता है. मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने कैमरे से लैस ड्रोन को बरामद कर लिया. त्रिपुरा पुलिस और सीमा सुरक्षा बल दोनों ने ड्रोन की उड़ान के पीछे के मकसद और इसके स्रोत का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी है.
स्थानीय लोगों के अनुसार, पिछले कुछ दिनों से इलाके में ड्रोन को उड़ते देखा जा रहा था और आशंका है कि यह बांग्लादेश की तरफ से आया होगा. बता दें कि 4,096 किलोमीटर लंबी भारत-बांग्लादेश सीमा का 857 किलोमीटर हिस्सा त्रिपुरा में पड़ता है. त्रिपुरा की तीन तरफ की अंतरराष्ट्रीय सीमा का 97 प्रतिशत से अधिक हिस्सा कटीले तारों से घिरा हुआ है.
ड्रोन से उठे कई सवाल
इस ड्रोन के मिलने से लोगों के मन में तरह-तरह के सवाल हैं. आखिर बांग्लादेश से यह ड्रोन क्यों आया था? ड्रोन के कैमरे से लैस होने का क्या मतलब, क्या कोई सीमा पर जासूसी का प्लान है? क्या भारत की गतिविधि पर विदेशी ताकतें नजर रख रही हैं. क्या यूनुस के चीन दौरे और उनके बयान का इस ड्रोन से कोई संबंध है? क्या यूनुस ने चीन को इन इलाकों का एक्सेस दे दिया है? ऐसे सवाल इसलिए क्योंकि यूनुस ने चीन में जो कहा था, वह अपने आप में बांग्लादेश की मंशा को दर्शाता है.
यूनुस ने क्या कहा था?
मोहम्मद यूनुस ने भारत के सेवेन सिस्टर्स पर टिप्पणी की थी. उन्होंने कहा था भारत के ये सात राज्य असम, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम, नागालैंड, त्रिपुरा और अरुणाचल प्रदेश चारों ओर से जमीन से घिरे हुए (लैंडलॉक्ड) हैं और इनकी समुद्र तक सीधी पहुंच नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि बांग्लादेश इस क्षेत्र में समुद्र का एकमात्र संरक्षक यानी गार्जियन है, जिससे यह चीन के लिए एक बड़ा आर्थिक अवसर हो सकता है. उनका इशारा था कि चीन बांग्लादेश के जरिए इस क्षेत्र में अपनी आर्थिक पैठ बढ़ा सकता है, जैसे कि सामान का उत्पादन और व्यापार करके चीनी अर्थव्यवस्था का विस्तार कर सकता है.
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Delhi,Delhi,Delhi
First Published :
April 08, 2025, 06:54 IST