Last Updated:December 29, 2025, 20:19 IST
Amit Shah News: अमित शाह ने बोरदुवा में कहा कि कांग्रेस असम की पहचान को खतरे में डालती है. उन्होंने कहा कि भाजपा ने बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ कार्रवाई की और शंकरदेव के जन्मस्थान का पुनर्विकास किया. उन्होंने बताया कि पिछले 11 सालों में भाजपा सरकार ने राज्य में कई उग्रवादी संगठनों के साथ शांति समझौते किए हैं और इन समझौतों की 92 प्रतिशत शर्तें पूरी की गई हैं.
अमित शाह ने कहा कि असम को घुसपैठियों से मुक्त करने के लिए भाजपा को पांच साल और दें.बोरदुवा. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह असम के लोगों, उनकी संस्कृति, जमीन और पहचान को खतरा पहुंचाने वाले बांग्लादेशी घुसपैठियों को अपना वोट बैंक मानती है. यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि केंद्र सरकार न सिर्फ असम बल्कि पूरे भारत से पड़ोसी देश के सभी अवैध प्रवासियों की पहचान करेगी.
उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असमिया लोगों की सांस्कृतिक पहचान की रक्षा ही नहीं की, बल्कि राज्य के सर्वांगीण विकास पर भी ध्यान दिया है. गृह मंत्री ने यहां नागांव जिले में वैष्णव संत श्रीमंत शंकरदेव के जन्मस्थान बटद्रवा थान के 227 करोड़ रुपये के पुनर्विकास परियोजना का उद्घाटन किया. शाह ने कहा कि यह ऐतिहासिक मौका है कि श्रीमंत शंकरदेव के जन्मस्थान को अतिक्रमण से मुक्त किया गया है.
उन्होंने कहा, ‘मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने बांग्लादेशी घुसपैठियों से एक लाख बीघा से ज्यादा जमीन खाली कराई है.’ उन्होंने रैली में लोगों से कहा, “असम को घुसपैठियों से मुक्त करने के लिए भाजपा को पांच साल और दें.” शाह ने कहा, “हम न सिर्फ असम बल्कि पूरे भारत से सभी बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान करेंगे. शंकरदेव ने ‘एक भारत’ का संदेश दिया था, जिसे अब प्रधानमंत्री अपना रहे हैं.”
शाह ने कहा, “प्रधानमंत्री ने असम में शांति और विकास के लिए कदम उठाए हैं, जो सिर्फ कागजों पर नहीं बल्कि हकीकत में दिख रहे हैं.” उन्होंने बताया कि पिछले 11 सालों में भाजपा सरकार ने राज्य में कई उग्रवादी संगठनों के साथ शांति समझौते किए हैं और इन समझौतों की 92 प्रतिशत शर्तें पूरी की गई हैं.
श्रीमंत शंकरदेव के 227 करोड़ रुपये से बने नए जन्मस्थान का उद्घाटन
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 227 करोड़ रुपये की लागत से पुनर्निर्मित वैष्णव संत श्रीमंत शंकरदेव के जन्मस्थान बटद्रवा थान का सोमवार को उद्घाटन किया. यह स्थान असम के नगांव जिले में स्थित है. मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा, केंद्रीय मंत्री सर्बानंदा सोनोवाल और पवित्रा मार्गेरिटा तथा राज्य के संस्कृति मंत्री बिमल बोरा उद्घाटन अवसर पर मौजूद थे. गृह मंत्री का पारंपरिक ‘सत्त्रिया’ स्वागत गायन-बयान (गायक और ढोल वादक) से किया गया. उन्होंने मुख्य केंद्रीय भवन भी देखा, जहां ‘गुरु आसन’ (पूजनीय संत का आसन) स्थित है. ‘महापुरुष श्रीमंत शंकरदेव अभिरभव क्षेत्र’ नामक इस स्थल के पुनर्विकास का प्रस्ताव सबसे पहले 2021-22 के राज्य बजट में रखा गया था.
इस परियोजना का उद्देश्य न केवल ऐतिहासिक स्थल को एक प्रमुख पर्यटन स्थल बनाना बल्कि महापुरुष शंकरदेव से जुड़े जीवन, आदर्शों और कलात्मक विरासत तथा राज्य की व्यापक सांस्कृतिक परंपराओं को भी प्रतिबिंबित करना है. सरमा ने कहा कि महापुरुष श्रीमंत शंकरदेव की विरासत को सम्मानित करने वाली यह परियोजना ‘असम के सत्र, नामघरों और सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत करती है’. बटद्रवा में भूमि से अतिक्रमण हटाने के लिए दिसंबर 2022 में एक अभियान संचालित किया गया था. इस पुनर्विकास परियोजना की नींव शाह ने दिसंबर 2020 में रखी थी.
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राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h...और पढ़ें
Location :
Guwahati,Kamrup Metropolitan,Assam
First Published :
December 29, 2025, 20:11 IST

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