केंद्रीय विद्यालय या नवोदय विद्यालय, किसमें करवाएं बच्चे का एडमिशन?

1 week ago

नई दिल्ली (KVS vs NVS). केंद्रीय विद्यालय (Kendriya Vidyalaya) और नवोदय विद्यालय (Navodaya Vidyalaya), दोनों सरकारी स्कूलों का संचालन भारत सरकार करती है. लेकिन इनके उद्देश्य, संरचना, प्रवेश प्रक्रिया और सुविधाओं में कई बड़े अंतर हैं. भारत में कुल 1253 केंद्रीय विद्यालय हैं. इनके अलावा 3 विदेशों में भी हैं. वहीं, जवाहर नवोदय विद्यालय की बात करें तो इनकी संख्या 661 है. दिसंबर 2024 में कुछ नए केवी और जेएनवी को मंजूरी दी गई है, जिन पर जल्द ही काम शुरू होगा.

केंद्रीय विद्यालय और जवाहर नवोदय विद्यालय में क्या अंतर है?

केंद्रीय विद्यालय और जवाहर नवोदय विद्यालय के बीच कई अंतर हैं. बच्चे का एडमिशन करवाने से पहले आपको इन अंतरों की जानकारी होनी चाहिए:

1. उद्देश्य
केंद्रीय विद्यालय: इनका मुख्य उद्देश्य केंद्रीय सरकार के कर्मचारियों (जैसे सेना, पुलिस, रेलवे आदि) के बच्चों को कम फीस में हाई क्वॉलिटी शिक्षा देना है. खासकर उन परिवारों के लिए, जिनमें माता या पिता ट्रांसफरेबल नौकरी करते हैं.

नवोदय विद्यालय: इनका लक्ष्य ग्रामीण क्षेत्रों के प्रतिभाशाली बच्चों को मुफ्त, उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा देना और सामाजिक-आर्थिक असमानता को कम करना है.

2. स्थापना और संचालन
केंद्रीय विद्यालय: केंद्रीय विद्यालय संगठन (KVS) द्वारा संचालित. यह मानव संसाधन विकास मंत्रालय (अब शिक्षा मंत्रालय) के तहत आता है. पहला KV 1963 में शुरू हुआ था.

नवोदय विद्यालय: जवाहर नवोदय विद्यालय समिति (JNVS) द्वारा संचालित. यह शिक्षा मंत्रालय के अधीन है. पहला JNV 1986 में शुरू हुआ था.

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3. प्रवेश प्रक्रिया
केंद्रीय विद्यालय में एडमिशन कैसे मिलेगा?
केवीएस में एडमिशन के लिए कोई प्रवेश परीक्षा नहीं (कक्षा 1 के लिए लॉटरी सिस्टम, कक्षा 2 से 8 तक सीटों की उपलब्धता पर) होती है. यहां केंद्रीय सरकार के कर्मचारियों के बच्चों को प्राथमिकता दी जाती है, फिर राज्य सरकार और आम लोगों को.

नवोदय विद्यालय में एडमिशन कैसे मिलेगा?
नवोदय विद्यालय क्लास 6 में एडमिशन के लिए जवाहर नवोदय विद्यालय चयन परीक्षा (JNVST) पास करनी अनिवार्य है. कक्षा 9 और 11 में भी सीमित सीटों के लिए अलग परीक्षा होती है.

4. फीस
केंद्रीय विद्यालय की फीस (Kendriya Vidyalaya Fees): किफायती फीस (लगभग 500-1000 रुपये प्रति माह), लेकिन केंद्रीय कर्मचारियों के बच्चों को कई तरह की छूट मिलती है. SC/ST और लड़कियों के लिए मुफ्त शिक्षा की सुविधा भी है.

नवोदय विद्यालय की फीस (Navodaya Vidyalaya Fees): पूरी तरह मुफ्त (शिक्षा, हॉस्टल, किताबें, यूनिफॉर्म सब शामिल), सिर्फ कक्षा 9 से ऊपर के लिए मामूली शुल्क (लगभग 600 रुपये/माह) लिया जा सकता है. गरीब बच्चों के लिए छूट.

5. लोकेशन
केंद्रीय विद्यालय कहां है: ज्यादातर शहरी और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में, जहां केंद्रीय कर्मचारी तैनात होते हैं.

नवोदय विद्यालय कहां है: मुख्य रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में, हर जिले में एक JNV.

6. बोर्ड और पाठ्यक्रम
केंद्रीय विद्यालय: CBSE (केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड) से संबद्ध. अंग्रेजी और हिंदी, दोनों माध्यम में पढ़ाई होती है.

नवोदय विद्यालय: CBSE से संबद्ध. हिंदी, अंग्रेजी और क्षेत्रीय भाषाओं में पढ़ाई पर जोर दिया जाता है.

7. हॉस्टल सुविधा
केंद्रीय विद्यालय: ज्यादातर केंद्रीय विद्यालय डे-स्कूल हैं. इनकी कुछ ही ब्रांचेस में हॉस्टल सुविधा है (जैसे KV IIT चेन्नई).

नवोदय विद्यालय: सभी आवासीय (रेजिडेंशियल) स्कूल हैं, जहां कक्षा 6 से 12 तक हॉस्टल में रहकर पढ़ाई होती है.

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8. छात्र संख्या और फोकस
केंद्रीय विद्यालय: सभी वर्गों के लिए खुला है, लेकिन सरकारी कर्मचारियों के बच्चों को प्राथमिकता दी जाती है.

नवोदय विद्यालय: ग्रामीण प्रतिभाओं पर फोकस किया जाता है. जेएनवी की 75% सीटें ग्रामीण बच्चों के लिए आरक्षित हैं.

9. सुविधाएं
केंद्रीय विद्यालय: बुनियादी सुविधाएं (लैब, लाइब्रेरी), लेकिन बड़े शहरों में बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर.

नवोदय विद्यालय: आधुनिक सुविधाएं (स्मार्ट क्लास, खेल मैदान) और ग्रामीण क्षेत्रों में भी बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर.

10. परिणाम
केंद्रीय विद्यालय: बोर्ड परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन, लेकिन नवोदय की तुलना में कम प्रतिस्पर्धी.

नवोदय विद्यालय: बोर्ड परीक्षा में शानदार परिणाम, IIT-JEE, NEET जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं में छात्रों का बेहतरीन प्रदर्शन.

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