Last Updated:April 11, 2025, 14:49 IST
Mumbai Attack: मुंबई हमले का मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा अब भारत की कस्टडी में है. उसका दोस्त आतंकी डेविड हेडली अमेरिका में. उसने ही मुंबई हमलों की रेकी की थी और 2009 में फिर भारत आया था.

मुंबई हमले का मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा भारत की गिरफ्त में है.
हाइलाइट्स
मुंबई हमले का मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा भारत की कस्टडी में है.राणा ने हेडली को वैध कवर प्रदान किया था.हेडली ने हमलों की रेकी की और 2009 में फिर भारत आया था.Tahawwur Rana : 26 नवंबर 2008 की रात बहुत भारी थी. मायानगरी अपने रंग में रंगी थी. तभी उस पर आतंक का साया पड़ा. समंदर के रास्ते 10 आतंकी मुंबई में घुस आए. इसके बाद मुंबई में आतंकियों ने खून की ऐसी होली खेली, जिसका जख्म अब भी याद है. अब उस जख्म पर मरहम लगने वाला है. जी हां, जिस दरिंदे की वजह से मुंबई लहूलुहान हुआ, अब वह भारत के पंजे में है. जी हां, भारत आतंकी तहव्वुर राणा को अमेरिका से घसीटकर ले आया है. मुंबई हमले का मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा एनआईए की कस्टडी में है. अब उससे 166 लोगों की मौत का हिसाब मांगा जाएगा. हालांकि, भारत का एक दुश्मन अब भी गिरफ्त से बाहर है. नाम है डेविड हेडली यानी दाऊद सईद गिलानी है.
अब सवाल है कि मुंबई को दहलाने में डेविड हेडली का क्या रोल था? उसने मुंबई में कैसे रेकी कर आतंकियों की मदद की? और क्या आपको पता है कि मुंबई अटैक के बाद भी डेविड हेडली भारत आया था? सबसे पहले डेविड हेडली का मुंबई अटैक से कनेक्शन जानते हैं. डेविड हेडली का असली नाम दाऊद सईद गिलानी है. वह मुंबई अटैक का प्रमुख साजिशकर्ता है. वह आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का प्रमुख सहयोगी रहा है. उसने हमलों की साजिश में अहम भूमिका निभाई. मुंबई के कई जगहों जैसे ताज होटल, ओबेरॉय ट्राइडेंट, छत्रपति शिवाजी टर्मिनस और नरीमन हाउस को आतंकियों ने निशाना बनाया था. इन सभी जगहों की हेडली ने ही रेकी की थी.
मुंबई अटैक में हेडली का रोल
जी हां, इन सभी जगहों की हेडली ने तस्वीरें ली थीं और अपने आकाओं तक पहुंचाया था. हेडली ने 2006 से 2008 के बीच कई बार मुंबई का दौरा किया. अपने टारगेट्स की टोह ली. हेडली ने नक्शे बनाए,तस्वीरें और वीडियो बनाए, जो हमलावर आतंकियों को दिए. अमेरिका में गिरफ्तारी के बाद उसने अपनी भूमिका कबूल की, जिससे साजिश का खुलासा हुआ. मुंबई अटैक के बाद जब मायानगरी दहल उठी, तब भी आतंकी हेडली चैन से नहीं बैठा. मुंबई में आतंकी हमले का क्या असर हुआ, यह जानने के लिए वह हमलों के बाद भी भारत आया था.
मुंबई अटैक के बाद हेडली भारत आया?
जी हां, रिपोर्ट में दावा किया गया है कि आतंकी डेविड हेडली मुंबई अटैक के बाद भी भारत आया था. आतंकी डेविड हेडली 2008 के मुंबई अटैक के बाद साल 2009 में फिर से भारत आया था. उसकी इन यात्राओं का मकसद संभावित अन्य टारगेट्स की जानकारी जुटाना और लश्कर-ए-तैयबा के लिए अतिरिक्त साजिशों की योजना बनाना था. डेविड हेडली मार्च 2009 में भारत आया था. इस दौरान वह दिल्ली, मुंबई, और अन्य शहर गया था. कहा जाता है कि इस दौरान भी उसने कुछ जगहों की टोह ली थी और रेकी की थी. इस बार भी वह अपनी पहचान छिपाने में कामयाब रहा था. यह बात उसने खुद तब कबूली, जब अमेरिका में गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की गई.
राणा और हेडली का क्या कनेक्शन?
डेविड हेडली अगर मुंबई में बगैर रोक-टोक घूमता रहा तो उसकी वजह तहव्वुर राणा है. तहव्वुर राणा और डेविड हेडली बचपन के दोस्त रहे हैं. तहव्वुर राणा ने अपनी मुंबई स्थित इमिग्रेशन कंपनी का इस्तेमाल हेडली को भारत में वैध कवर प्रदान करने के लिए किया. इसकी वजह से ही वह बिना शक के टोह ले सका. अभी डेविड हेडली अमेरिका में है और तहव्वुर भारत की कैद में. अमेरिका ने तहव्वुर को लेकर एक नया खुलासा किाय है. तहव्वुर राणा चाहता था कि मुंबई अटैक को अंजाम देने वाले ‘लश्कर-ए-तैयबा’ के आतंकवादियों को ‘निशान-ए-हैदर’ से सम्मानित किया जाए.अमेरिका ने राणा और डेविड कोलमैन हेडली के बीच बातचीत को इंटसेप्ट कर यह दावा किया.
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Delhi,Delhi,Delhi
First Published :
April 11, 2025, 14:49 IST