छात्र ने हैक किया गर्लफ्रेंड के घर का CCTV, मोबाइल पर देख रहा था सबकुछ

55 minutes ago

तकनीक ने हमारी जिंदगी आसान जरूर बनाई है, लेकिन जब यह गलत हाथों में पड़ जाए, तो यह कितनी खौफनाक हो सकती है, इसका एक जीता-जागता उदाहरण असम से सामने आया है. हम अक्सर फिल्मों और वेब सीरीज में देखते हैं कि कैसे एक सनकी प्रेमी अपनी प्रेमिका पर नजर रखने के लिए जासूसी करता है. लेकिन असम के श्रीभूमि जिले में जो हुआ, उसने रील और रियल लाइफ के फर्क को मिटा दिया है. यहां 12वीं कक्षा में पढ़ने वाले एक छात्र ने अपनी गर्लफ्रेंड पर नजर रखने के लिए उसके घर का CCTV कैमरा ही हैक कर लिया. वह अपने फोन पर 24 घंटे गर्लफ्रेंड के घर की हर गतिविधि देख रहा था. जब पड़ोसियों ने उसे पकड़ा, तो सच्चाई जानकर सबके होश उड़ गए.

घटना असम के श्रीभूमि जिले की है. मामला 29 नवंबर को तब प्रकाश में आया जब एक रिहायशी कॉम्प्लेक्स के लोगों ने एक लड़के को संदिग्ध हालत में इमारत के आसपास मंडराते देखा. यह लड़का उसी कॉम्प्लेक्स में रहने वाली एक लड़की का बॉयफ्रेंड बताया जा रहा है. पड़ोसियों को शक हुआ कि यह लड़का अक्सर बिना किसी वजह के बिल्डिंग के चक्कर काटता रहता है. जब शक गहराया, तो स्थानीय लोगों ने उसे पकड़ लिया और पूछताछ शुरू की.

लड़का पहले तो बहाने बनाता रहा, लेकिन जब लोगों ने सख्ती से पूछताछ की और उसका मोबाइल चेक किया, तो वहां मौजूद हर शख्स सन्न रह गया. लड़के के मोबाइल स्क्रीन पर एक वीडियो लाइव चल रहा था. गौर से देखने पर पता चला कि यह कोई फिल्म नहीं, बल्कि उसी इमारत के एक फ्लैट का सीसीटीवी फुटेज था. जी हां, उसकी गर्लफ्रेंड के घर का लाइव वीडियो!

‘डिजिटल ताक-झांक’ का खौफनाक सच
पूछताछ में यह बात सामने आई कि लड़के ने कथित तौर पर लड़की के घर में लगे सीसीटीवी सिस्टम का एक्सेस हासिल कर लिया था. वह अपने फोन के जरिए यह देख रहा था कि उसकी गर्लफ्रेंड कब घर आ रही है, कब जा रही है, घर में कौन आ रहा है और वह क्या कर रही है.

इसे एक तरह का ‘डिजिटल स्टॉकिंग’ कहा जा रहा है. लड़के की इस हरकत ने न सिर्फ लड़की की निजता का हनन किया, बल्कि पूरे इलाके में सुरक्षा को लेकर एक डर पैदा कर दिया. लोग यह सोचकर हैरान हैं कि जिस सीसीटीवी को वे अपनी सुरक्षा के लिए लगाते हैं, वही उनकी जासूसी का हथियार बन गया. मामला बढ़ने पर लोगों ने लड़के को पुलिस के हवाले कर दिया. चूंकि आरोपी 12वीं का छात्र है और नाबालिग है, इसलिए उस पर किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल और संरक्षण) अधिनियम, 2015 (Juvenile Justice Act) के तहत मामला चलाया जाएगा.

इंटरनेट पर छिड़ी बहस: यह प्यार है या बीमारी?

जैसे ही इस घटना का वीडियो और खबर सोशल मीडिया पर वायरल हुई, लोगों ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी. लड़के को पुलिस द्वारा ले जाते हुए और पड़ोसियों द्वारा डांटते हुए वीडियो ने इंटरनेट पर बहस छेड़ दी है. कई यूजर्स ने इस घटना की तुलना नेटफ्लिक्स की मशहूर वेब सीरीज ‘You’ से की है, जिसमें मुख्य किरदार ‘जो गोल्डबर्ग’ (Joe Goldberg) अपनी प्रेमिकाओं पर नजर रखने के लिए तकनीक का सहारा लेता है और धीरे-धीरे एक साइको किलर बन जाता है.

एक इंस्टाग्राम यूजर ने लिखा, मुझे समझ नहीं आता कि आज के दौर में लोग इतने ‘पजेसिव’ (Possessive) क्यों हो गए हैं? यह प्यार नहीं, यह मानसिक बीमारी है. एक अन्य यूजर ने कमेंट किया, “यह फिल्मों में सनक और जुनून को ‘रोमांटिसाइज’ करने का नतीजा है. युवाओं को लगता है कि किसी पर 24 घंटे नजर रखना प्यार की निशानी है, जबकि यह एक अपराध है.”

तकनीकी चूक
वहीं, कुछ लोगों ने इसे तकनीकी नजरिए से देखा. एक यूजर ने सलाह दी, CCTV कंपनियां एक ही ‘डिफॉल्ट पासवर्ड’ देती हैं. लोग उसे बदलते नहीं हैं और यही गलती उन्हें भारी पड़ती है.

बड़ा सवाल: आखिर उसने यह किया कैसे?

इस घटना ने हमारे घरों में लगे स्मार्ट डिवाइसेज की सुरक्षा पोल खोल दी है. हालांकि पुलिस ने अभी तक यह खुलासा नहीं किया है कि लड़के ने सिस्टम को हैक करने के लिए कौन सा तरीका अपनाया, लेकिन साइबर एक्सपर्ट्स और सोशल मीडिया यूजर्स के मुताबिक इसके दो मुख्य कारण हो सकते हैं: डिफॉल्ट पासवर्ड (Default Password): ज्यादातर सीसीटीवी कैमरे ‘Admin’ यूजरनेम और ‘12345’ या ‘admin’ जैसे पासवर्ड के साथ आते हैं. इंस्टॉलेशन के समय लोग इसे बदलना भूल जाते हैं या आलस कर जाते हैं. हैकर्स (या इस मामले में प्रेमी) आसानी से इंटरनेट पर उस कैमरा मॉडल का डिफॉल्ट पासवर्ड ढूंढ लेते हैं और सिस्टम में घुस जाते हैं. कुछ इंटरनेट यूजर्स का यह भी कहना है, 100% लड़की ने ही उसे एक्सेस दिया होगा. हालांकि, यह सिर्फ एक कयास है. अगर लड़के ने चुपके से लड़की के फोन या लैपटॉप से पासवर्ड चुराया हो, या वाई-फाई नेटवर्क का इस्तेमाल कर कैमरे को एक्सेस किया हो, तो यह सीधा-सीधा साइबर अपराध है.

क्यों खतरनाक है यह ट्रेंड?
यह घटना सिर्फ एक लड़के और लड़की की कहानी नहीं है, बल्कि यह जेन-जी और नई पीढ़ी के रिश्तों में बढ़ते अविश्वास और तकनीक के दुरुपयोग की ओर इशारा करती है. यूट्यूब और गूगल पर आज How to hack CCTVजैसे ट्यूटोरियल्स की बाढ़ है. तकनीक सीखने के लिए बने ये प्लेटफॉर्म अब जासूसी के औजार बन रहे हैं. जब रिश्तों में भरोसा कम और शक ज्यादा होता है, तो तकनीक का इस्तेमाल इस तरह के ‘सर्विलांस’ के लिए किया जाता है.

अपनी प्राइवेसी कैसे बचाएं?
असम की इस घटना से हर किसी को सबक लेने की जरूरत है. अगर आपके घर में सीसीटीवी कैमरा लगा है, तो आज ही ये काम करें.

डिफॉल्ट पासवर्ड बदलें: कैमरा इंस्टाल होते ही कंपनी का दिया हुआ पासवर्ड बदलकर कोई मजबूत पासवर्ड (Strong Password) रखें. वाई-फाई सुरक्षा: अपने घर के वाई-फाई का पासवर्ड किसी बाहरी व्यक्ति के साथ साझा न करें. टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA): अगर आपके कैमरा एप में यह सुविधा है, तो इसे जरूर ऑन करें. इससे अगर किसी को आपका पासवर्ड पता भी चल जाए, तो भी वह आपके फोन पर आए ओटीपी के बिना कैमरा नहीं देख पाएगा. सॉफ्टवेयर अपडेट: अपने सीसीटीवी सिस्टम के फर्मवेयर (Firmware) को समय-समय पर अपडेट करते रहें.
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