जब मोदी ने सुबह 5 बजे उठकर सबके लिए बनाई चाय, त्रिनिदाद का रोचक किस्सा

6 hours ago

PM Narendra Modi Connection with Trinidad and Tobago Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी त्रिनिदाद और टोबैगो की यात्रा पर हैं. वहां पीएम नरेंद्र मोदी का पारंपरिक अंदाज़ में जोरदार स्वागत हुआ. उनकी अगवानी पारंपरिक भोजपुरी चौताल की सांस्कृतिक प्रस्तुति के साथ की गई. मोदी का बतौर प्रधानमंत्री इस कैरेबियाई देश का पहला आधिकारिक दौरा है और वर्ष 1999 के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली द्विपक्षीय यात्रा भी है. हालांकि पीएम मोदी का इस देश से 25 साल पुराना नाता रहा है और उसी समय का एक किस्सा वायरल हो रहा है.

25 साल पुराना किस्सा

करीब 25 साल पहले, बीजेपी के राष्ट्रीय नेता के रूप में, नरेंद्र मोदी ने छोटे कैरेबियाई देश त्रिनिदाद और टोबैगो का दौरा किया था. तब वह उद्योगपति एम.एल. के आवास पर रुके थे. मित्तल को आज भी मोदी की सरल जीवनशैली और गहरी सोच की याद ताजा है. उन्होंने पीएम मोदी की सादगी से जुड़ा एक वीडियो एक्स पर साझा किया तो उनकी 25 साल पुरानी कहानी वायरल हो गई.

मित्तल ने अपनी मेमोरी पर जोर डालते हुए कहा, 'वह कुछ वरिष्ठ कार्यकर्ताओं के साथ आए और मेरे अपार्टमेंट में रुके, जिसमें सिर्फ चार बेडरूम थे. वातानुकूलित कमरे वरिष्ठ नेताओं को आवंटित किए गए थे. मैंने उनसे आग्रह किया कि मोदी मेरा कमरा ले लें या मुझे उनके लिए होटल की व्यवस्था करने दें, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया. इसके बजाय, वो कपड़े प्रेस करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले छोटे से कमरे में सो गए. उस कमरे में ना तो एयर कंडीशनर था और ना ही कोई अटैच बाथरूम था'.

जब मोदी ने बनाई चाय

मित्तल ने कहा कि पीएम मोदी हर सुबह, करीब 5 बजे उठते थे, चाय बनाते थे और कर्मचारियों के आने से पहले ही सबके लिए नाश्ता तैयार कर देते थे. एक नेता में इस तरह की ज़मीनी सोच दुर्लभ थी. 

जिस बात ने मित्तल को सबसे ज्यादा प्रभावित किया वह थी मोदी की विचारों की स्पष्टता और सत्ता में कोई औपचारिक पद न होने के बावजूद जमीनी स्तर का दृष्टिकोण. उन्होंने कहा, 'उनके पास अपार ज्ञान था और उन्होंने गरीबी उन्मूलन और भारतीय प्रवासियों की वैश्विक भूमिका के बारे में उल्लेखनीय स्पष्टता के साथ बात की थी. उनकी समझ और विनम्रता की गहराई स्पष्ट थी.'

मित्तल ने मोदी के अनुशासन से बार-बार प्रभावित होने का जिक्र करते हुए कहा, 'मेरी दिल्ली यात्रा के दौरान, जब मोदी बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव थे, तब मैंने उन्हें एक सांसद के स्टाफ क्वार्टर में रहते हुए देखा तो हैरान रह गया. उन्होंने एक छोटे से बिस्तर और कुछ सामान के साथ एक छोटे से कमरे में मेरा स्वागत किया. यहां तक ​​कि उन्होंने अपनी बोतल में नल से पानी भी खुद ही निकाला. पार्टी में लगातार अपने बढ़ते कद के बावजूद, मोदी ने कभी भी सत्ता या पद की वजह से अपनी सादगी या व्यक्तिगत अनुशासन को प्रभावित नहीं करने दिया.'

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