Last Updated:April 09, 2025, 21:08 IST
Rising Bharat Summit 2025: 'राइजिंग भारत समिट 2025' के दूसरे दिन गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस और गांधी परिवार पर हमला बोला और भाषा विवाद पर खुलकर बात की. उन्होंने भारतीय भाषाओं को जीवित रखने की आवश्यकता पर ज...और पढ़ें

‘राइजिंग भारत समिट 2025’ में गृह मंत्री अमित शाह. (फोटो NW18)
हाइलाइट्स
अमित शाह ने गांधी परिवार पर भाषा विवाद में निशाना साधा.भारतीय भाषाओं को जीवित रखने की आवश्यकता पर जोर दिया.हर नागरिक का दायित्व है अपनी मातृ भाषा को संरक्षित करना.नई दिल्ली: ‘राइजिंग भारत समिट 2025’ का आज दूसरा और आखिरी दिन है. इसमें आज गृह मंत्री अमित शाह ने भाग लिया. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस और गांधी परिवार पर हमला बोला. उन्होंने भाषा विवाद पर खुलकर बात की. उन्होंने कहा, मैं हिंदी भाषी नहीं हूं, मैं गुजराती हूं. मैं हिंदी में बात करता हूं ये विपक्ष का प्रचार है. मैं भारतीय भाषाओं की जरूर बात करता हूं और मैं मानता हूं कि इस देश को अपनी संस्कृति, अपने संस्कार और अपने इतिहास के साथ जुड़ना है तो देश के हर भाषा को जिंदा रखना होगा.
उन्होंने आगे कहा, ‘ये मेरे अकेले का दायित्व नहीं देश के हर नागरिक का दायित्व है. क्योंकि व्यक्ति अपने मातृ भाषा में ही सोच सकता है. मातृ भाषा में ही व्यक्ति विश्लेषण कर सकता है. अपनी ही मातृ भाषा में वह तर्क कर सकता है और उसके आधार पर निर्णय ले सकता है. और इसी के आधार पर वह इसे लागू करने की योजना बना सकता है. मगर कुछ लोगों की मातृ भाषा ही यहां की नहीं है तो मैं क्या कर सकता हूं.’
कांग्रेस ने हिंदी और अंग्रेजी को थोपा
उन्होंने आगे कहा, ये सब भाषा पर निरर्थक हल्ला करते हैं. हमारे आने से पहले कांग्रेस ने हिंदी और अंग्रेजी को सभी भाषा के बच्चों को पर थोपा था. UPSC की परीक्षा अन्य भाषाओं में नहीं आती थी. 2015 में नरेंद्र मोदी की सरकार ने निर्णय लिया कि आप UPSC का पेपर तमिल में दे सकते हो, गुजराती में भी दे सकते हो, मराठी में दे सकते हो मलयाली में भी दे सकते है. 2020 तक CAPF की जो भर्ती होती है इनका पेपर सिर्फ अंग्रेजी और हिंदी में लिखा जाता था. आज यह पेपर 13 भाषाओं में लिखा जा सकता है.
Location :
New Delhi,New Delhi,Delhi
First Published :
April 09, 2025, 21:01 IST