'ट्रंप ने यौन पीड़िता के साथ घंटों बिताए...' एक Email से व्हाइट हाउस में मचा हड़कंप, जानिए पूरा मामला

1 hour ago

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का नाम एक बार फिर विवादों में है. इस बार वजह है कुख्यात यौन अपराधी जेफरी एपस्टीन (Jeffrey Epstein) से जुड़ी फाइलें, जिनके दस्तावेज हाल ही में सार्वजनिक किए गए हैं. बुधवार को सामने आए इन ईमेल्स ने अमेरिकी राजनीति में हलचल मचा दी है. डेमोक्रेटिक पार्टी ने एपस्टीन के पुराने ईमेल्स जारी किए हैं, जिनमें यह दावा किया गया है कि ट्रंप और एपस्टीन के बीच नजदीकी रिश्ते थे और ट्रंप ने उसके घर पर एक यौन पीड़िता के साथ घंटों समय बिताया था. हालांकि, व्हाइट हाउस ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है और कहा है कि यह सिर्फ राजनीतिक साजिश है.

व्हाइट हाउस ने किया आरोपों का खंडन
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट (Karoline Leavitt) ने बयान जारी कर कहा, “ये ईमेल इस बात का सबूत नहीं हैं कि राष्ट्रपति ट्रंप ने कोई गलत काम किया.” उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि एपस्टीन ने अपने ईमेल में लिखा था कि “ट्रंप ने एक पीड़िता के साथ मेरे घर पर घंटों बिताए,” लेकिन व्हाइट हाउस ने इस बयान को “ग़लत संदर्भ में पेश किया गया” बताया.

लेविट ने डेमोक्रेटिक पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि यह पूरी कवायद ट्रंप की छवि खराब करने के लिए की जा रही है. उन्होंने कहा, “राष्ट्रपति ट्रंप ने एपस्टीन को अपने फ्लोरिडा क्लब से इसलिए बाहर निकाला था क्योंकि वह एक ‘पीडोफाइल’ (बाल यौन अपराधी) और ‘घिनौना इंसान’ था.”

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एपस्टीन और ट्रंप का पुराना रिश्ता
कैरोलिन लेविट के मुताबिक, डोनाल्ड ट्रंप और जेफरी एपस्टीन दोनों पाम बीच (Palm Beach) से थे और एपस्टीन, ट्रंप के क्लब मार-ए-लागो (Mar-a-Lago) का सदस्य था. लेकिन जब ट्रंप को एपस्टीन की यौन गतिविधियों की जानकारी मिली, तो उन्होंने उसे क्लब से निकाल दिया.

इससे पहले, डेमोक्रेट्स द्वारा जारी किए गए मेल्स में एपस्टीन ने 2011 में अपनी सहयोगी गिस्लेन मैक्सवेल (Ghislaine Maxwell) को लिखा था- “मैं चाहता हूं कि तुम जानो, वह पीड़िता मेरे घर में ट्रंप के साथ कई घंटे रही… लेकिन उसका नाम कभी सामने नहीं आया।” इसके जवाब में मैक्सवेल ने लिखा, “मैं इस बारे में सोच रही थी।” यानी यह बातचीत संकेत देती है कि एपस्टीन और मैक्सवेल दोनों को इस मुलाकात की जानकारी थी.

ईमेल्स ने फिर जगा दी पुरानी बहस
डेमोक्रेट्स द्वारा जारी दस्तावेजों में बताया गया है कि यह मेल अप्रैल 2011 का है. इसमें जिस महिला का जिक्र है, व्हाइट हाउस ने बाद में उसकी पहचान वर्जीनिया गिफ्रे (Virginia Giuffre) के रूप में की- जो एपस्टीन केस की मुख्य अभियुक्त और पीड़िता रही है. इसके अलावा, 31 जनवरी 2019 को लेखक माइकल वोल्फ (Michael Wolff) को लिखे एक अन्य ईमेल में एपस्टीन ने लिखा था, “बेशक उन्हें (ट्रंप को) लड़कियों के बारे में सब पता था, इसलिए उन्होंने गिस्लेन को ऐसा करने से मना किया था।” इन मेल्स के सामने आने के बाद अमेरिकी राजनीति में एक बार फिर ‘एपस्टीन-ट्रंप कनेक्शन’ पर बहस शुरू हो गई है.

(इनपुट-आईएएनएस)

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