Agency:News18 Bihar
Last Updated:January 29, 2025, 20:27 IST
Chhapra Crime News: सारण पुलिस ने साइबर क्राइम में बड़ी कार्रवाई की है. छपरा के शख्स से 45 लाख रूपये ठगी के मामले में पश्चिम बंगाल के 24 परगना से एक शातिर बदमाश को गिरफ्तार किया है. इसके तीन साथियों को पहले ही ...और पढ़ें
साइबर डीएसपी अमन कुमार ने मीडिया से जानकारी साझा की.
हाइलाइट्स
45 लाख की ठगी का आरोपी पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया गया. डिजिटल अरेस्ट के जरिये शख्स से की थी 45 लाख की धोखाधड़ी. सारण पुलिस ने पहले ही गाजियाबाद से 3 साथी को अरेस्ट किया था.छपरा. डिजिटल आरेस्ट कर 45 लाख ठगने के मामले में सारण पुलिस ने चौथे अभियुक्त को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया है. पुलिस इस मामले में पहले ही गाजियाबाद से तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी थी.साइबर डीएसपी अमन के नेतृत्व में हुई इस कार्रवाई में पकड़े गए आरोपी के खिलाफ पश्चिम बंगाल में भी कई साइबर अपराध के मामले दर्ज हैं.
बता दें कि आरोपी रितिक कुमार सिंह ने अपने गिरोह के साथ मिलकर मशरख के एक व्यवसायी से 45 लाख रुपए की धोखाधड़ी की थी. इस संदर्भ में पीड़ित व्यवसायी विकास कुमार ने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. अपनी शिकायत में उन्होंने बताया था कि क्राइम ब्रांच के अधिकारी बनकर किसी ने वीडियो कॉल किया. सुप्रीम कोर्ट का अपडेट बताकर ऑनलाइन हस्ताक्षर करवा लिए. इसी दौरान धोखाधड़ी से उनके खाते से 45.86 लाख रुपए निकाल लिए गए. जांच में पता चला कि इनमें से 15.66 लाख रुपए ऋतिक के खाते में ट्रांसफर किए गए, जिन्हें उसने तुरंत निकाल लिया गया था.
इस मामले में सारण पुलिस ने एक्शन लिया और गाजियाबाद से तीन आरोपियों को गिरफ्तार भी किया था. पूछताछ में रितिक ने खुलासा किया कि उनका साइबर अपराध का नेटवर्क उत्तर प्रदेश, बिहार, दिल्ली, महाराष्ट्र और झारखंड तक फैला हुआ है. गिरोह सुनियोजित तरीके से लोगों को डिजिटल अरेस्ट का झांसा देकर उनके खातों से पैसे निकाल लेता है.
गिरफ्तार रितिक कुमार पश्चिम बंगाल के साउथ 24 परगना जिला के बेहला थाने का निवासी है. उस के खाते में 15 लाख 66 हजार ट्रांसफर किया गया था. जिसे रितक की ओर से तुरंत निकाल लिया गया. पीड़ित विकास कुमार को गाजियाबाद से अपराधियों ने वीडियो कॉल कर बंगाल के खाते में पैसे को ट्रांसफर किया था.
रोहित ने पुलिस को बताया है कि साइबर क्रिमिनलों का जाल उत्तर प्रदेश, बिहार, दिल्ली, महाराष्ट्र और झारखंड से जुड़े हैं. एक सुनियोजित नेटवर्क बनाकर अपराधियों की ओर से लोगों के साथ धोखाधड़ी की जाती है. इस टीम की ओर से कई लोगों के साथ डिजिटल कर अवैध पैसे की निकासी की जा चुकी है. साइबर डीएसपी अमन कुमार ने बताया कि इस कांड में संलिप्त अन्य अभियुक्तों के विरुद्ध अग्रतर कार्रवाई की जा रही है.
First Published :
January 29, 2025, 20:27 IST