Last Updated:January 26, 2025, 20:54 IST
Saif Ali Khan Attack: सैफ अली खान पर चाकू से 6 बार हमला किया गया था, जिसके बाद उन्हें तुरंत लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने तुरंत सर्जरी कर उन्हें खतरे से बचा लिया.
सैफ अली खान पर उनके घर में ही जानलेवा हमला हुआ था. (पीटीआई)
मुंबई. सैफ अली खान पर बीते दिनों हुए हमले के बाद निवा बूपा की तरफ से उनकी मेडिकल इंश्योरेंस क्लेम को तेजी से मंजूरी देने के मामले में, एक मेडिकल प्रोफेशनल्स की संस्था ने इंश्योरेंस रेगुलेटर इरडा (IRDAI) को पत्र लिखकर सेलिब्रिटीज को मिलने वाले “विशेषाधिकार” पर सवाल उठाए हैं. मुंबई स्थित अपने घर में चोरी की कोशिश के दौरान सैफ अली खान पर चाकू से हमले के बाद, उनकी मेडिक्लेम मंजूरी का एक डॉक्यूमेंट सोशल मीडिया पर सामने आया था. इसके अनुसार, ऐक्टर के पांच दिन के इलाज के लिए लगभग 36 लाख रुपये की कैशलेस रिक्वेस्ट की गई थी. शुरुआती मंजूरी में, इंश्योरेंस देने वाली कंपनी ने 25 लाख रुपये की राशि को मंजूरी दी थी. निवा बूपा ने प्री-ऑथराइजेशन रिक्वेस्ट की पुष्टि की और कहा कि आगे के क्लेम गाइडलाइंस के अनुसार प्रोसेस किए जाएंगे.
मुंबई स्थित एसोसिएशन ऑफ मेडिकल कंसल्टेंट्स, जो कहता है कि वह 14,000 से अधिक मेडिकल प्रैक्टिशनर्स की अगुवाई करता है और कई शहरों में इसके ब्रांच हैं, ने IRDAI के चेयरमैन को सैफ अली खान के इलाज के लिए कैशलेस क्लियरेंस पर लेटर लिखा है. संगठन ने एक बयान में कहा, “हम यह पत्र लिखकर अपनी चिंता और असंतोष जाहिर कर रहे हैं कि हाल ही में सैफ अली खान को उनकी इंश्योरेंस पॉलिसी के तहत कैशलेस इलाज के लिए 25 लाख रुपये की मंजूरी दी गई है, जो आम पॉलिसीधारकों को उपलब्ध लाभों की तुलना में एक विशेषाधिकार जैसा लगता है.”
लेटर में कहा गया है, “यह घटना एक परेशानी को जाहिर करती है जहां सेलिब्रिटी और हाई-प्रोफ़ाइल व्यक्ति और कॉर्पोरेट नीतियों वाले मरीजों को बेहतर शर्तें और उच्च कैशलेस इलाज सीमाएं मिलती हैं, जबकि आम नागरिक नाकाफी कवरेज और कम रीइंबर्समेंट दरों के साथ परेशानी झेलते हैं.” मेडिकल कंसल्टेंट्स एसोसिएशन ने कहा है कि ऐसी प्रथाएं “अन्यायपूर्ण असमानता” पैदा करती हैं. उन्होंने आगे कहा, “हम मानते हैं कि बीमा सभी के लिए एक सुरक्षा कवच होना चाहिए, चाहे सामाजिक स्थिति कुछ भी हो. सेलिब्रिटी स्थिति के आधार पर स्पेशल ट्रीटमेंट एक डबल स्टैंडर्ड सिस्टम बनाता है, जो आम पॉलिसीधारकों के खिलाफ भेदभावपूर्ण है. बीमा दावों और कैशलेस इलाज सीमाओं को कैसे निर्धारित किया जाता है, इसमें अधिक ट्रांसपेरेंसी की जरूरत है.”
Location :
Mumbai,Maharashtra
First Published :
January 26, 2025, 20:46 IST