अहमदाबाद: आजकल डिजिटल अरेस्ट एक बड़ी समस्या बन चुकी है, जिसका इस्तेमाल फ्रॉडस्टर्स पैसे लूटने और लोगों को धमकाने के लिए कर रहे हैं. हाल ही में अहमदाबाद में ऐसा ही एक मामला सामने आया है. यह घटना 5 दिन पुरानी है, लेकिन इसे बताना जरूरी है क्योंकि इससे आप सावधान हो सकते हैं. बता दें कि इस बार एक लड़की को डिजिटल तरीके से गिरफ्तार किया गया. ना सिर्फ उसका पैसा लूटा गया, बल्कि ठगों ने उससे कपड़े उतारने की भी मांग की.
जानिए पूरा मामला?
नारायणपुरा पुलिस ने उन 12 लोगों को गिरफ्तार किया है जो इस गैंग का हिस्सा थे और उन्होंने लड़की से 4 लाख 92 हजार रुपये चुरा लिए. ऐसा लगता है कि इन लोगों ने देश भर में कई लोगों से पैसा लूट लिया है. लेकिन इस घटना की एक खास बात यह है कि पैसे लूटने के बाद, लड़की के पड़ोसी ने उसे वीडियो कॉल करके बताया कि उसे धोखा दिया गया है.
शहर की एक और लड़की डिजिटल अरेस्ट का शिकार बनी है. एक लड़की जो नारायणपुरा के अंकुर चार रोड के पास रहती है, उसने 15 अक्टूबर को एक अंजान नंबर से कॉल रिसीव किया. उस कॉल में बताया गया कि उसने थाईलैंड भेजे गए पार्सल में ड्रग्स पाई गई हैं. दूसरी बार कॉल करने पर लड़की को धमकाया गया और अलग-अलग एजेंसियों के फेक डॉक्यूमेंट्स दिखाए गए, साथ ही कंप्लेनेंट की डिटेल्स का पीडीएफ फाइल भी भेजा गया. उसके बाद उससे कहा गया कि पैसा RBI में जमा करना है. कुल मिलाकर, लड़की के बैंक अकाउंट से 4 लाख 92 हजार रुपये चुरा लिए गए, इस कहानी के साथ कि पैसा वेरिफाई होने पर वापस किया जाएगा.
‘बर्थमार्क दिखाने के लिए कपड़े उतारो’
बता दें कि पैसे लूटने के बाद, लड़की से यह भी कहा गया कि अपने बर्थमार्क दिखाने के लिए कपड़े उतारो. लेकिन लड़की ने साफ-साफ मना कर दिया. इसके अलावा, आरोपी ने लड़की के पड़ोसी को वीडियो कॉल करके बताया कि उन्होंने लड़की को डिजिटल अरेस्ट के नाम पर धोखा दिया है. जब लड़की को पता चला कि उसे धोखा दिया गया है, तो वो सीधा नारायणपुरा पुलिस स्टेशन गई. जहां पुलिस ने लड़की की शिकायत रजिस्टर की और बैंक अकाउंट और मोबाइल नंबर की डिटेल लेकर जांच शुरू की. इस जांच में पुलिस ने कुछ ही दिनों में गुजरात, राजस्थान, तमिलनाडु से 12 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.
मुख्य आरोपी तक पहुंचने के लिए जांच तेजी से जारी
पुलिस ने आरोपियों से 2 लैपटॉप, 17 मोबाइल, 11 चेक बुक्स, और 8 डेबिट कार्ड भी जब्त किए हैं. पुलिस की जांच में पता चला है कि चीनी हैंडलर्स ने टेलीग्राम पर अलग-अलग चैनल्स बना रखे थे, जिसमें सदस्यों को शामिल किया जाता था. उन्होंने लालच भरे विज्ञापन दिए और हाई कमीशन या हाई सैलरी का वादा करके लोगों से बैंक अकाउंट लिए थे, जिसमें फ्रॉड मनी जमा की जाती थी. अब पुलिस ने इन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और इस गैंग के मुख्य आरोपी तक पहुंचने के लिए जांच तेजी से जारी है. आप सभी से निवेदन है कि ऐसे फ्रॉड से बचने के लिए सावधानी बरतें और किसी भी अंजान नंबर से आए कॉल्स पर ध्यान न दें.
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FIRST PUBLISHED :
November 5, 2024, 15:49 IST