तिहाड़ में तहव्‍वुर राणा को मिलेंगे कई 'दोस्‍त', कुछ तो जन्‍नत पहुंच गए

4 weeks ago

Last Updated:April 10, 2025, 17:33 IST

तिहाड़ जेल में तहव्वुर राणा को रखा जाएगा, जहां अफजल गुरु और मकबूल भट को फांसी दी गई थी. तिहाड़ भारत की सबसे सुरक्षित जेलों में से एक है, जहां कई खूंखार आतंकी बंद हैं.

तिहाड़ में तहव्‍वुर राणा को मिलेंगे कई 'दोस्‍त', कुछ तो जन्‍नत पहुंच गए

तहव्‍वुर राणा को तिहाड़ जेल में रखे जाने की संभावना है.

हाइलाइट्स

द‍िल्‍ली की तिहाड़ जेल को माना जाता है आतंक‍ियों की कब्रगाह.अफजल गुरु से मकबूल भट तक यहीं पर मिली सजा-ए-मौत.अब तहव्‍वुर राणा को भी द‍िल्‍ली की तिहाड़ जेल में ही रखा जाएगा.

द‍िल्‍ली की तिहाड़ जेल के बारे में आपने सुना होगा. वही जेल, जहां संसद हमले के आरोपी अफजल गुरु को फांसी दे दी गई, जहां कश्मीर‍ियों का कत्‍लेआम करने वाले मकबूल भट को फंदे पर लटका द‍िया गया. अब मुंबई हमलों के गुनहगार तहव्‍वुर राणा का नंबर है. सूत्रों के मुताबिक, तहव्‍वुर राणा को सुरक्षा की वजह से महाराष्‍ट्र की जेल में नहीं रखा जाएगा, उसे द‍िल्‍ली की त‍िहाड़ जेल में ही स्‍पेशल सेल में रखा जाएगा. अमेर‍िका के साथ डील के मुताबिक- उसे फांसी तो नहीं दी जा सकती, लेकिन तिहाड़ जेल में ऐसे रखा जाएगा क‍ि वह खुद मौत की भीख मांगेगा. आइए जानते हैं क‍ि आख‍िर तिहाड़ जेल में ही क्यों रखे जाते हैं खूंखार आतंकी?

तिहाड़ भारत की सबसे चर्चित और सुरक्षित जेलों में से एक है. यहां 19,500 से अधिक कैदी हैं, जिनमें ज्‍यादातर खूंखार गैंगस्‍टर और आतंकी हैं. इन्‍हें हाई सिक्‍योरिटी बैरक में रखा जाता है. सुरक्षा की वजह से तमाम आतंक‍ियों के बारे में जानकारी भी शेयर नहीं की जाती. लश्कर और जैश से जुड़े सैकड़ों आतंकी इस जेल में कैद हैं. कुछ तो ऐसे भी हैं जिनका मुंबई आतंकी हमलों से सीधा कनेक्‍शन है. यानी तहव्‍वुर राणा की जेल में अपने दोस्‍तों से भी मुलाकात होगी.

जानें कौन-कौन यहां रहा बंद?

अफजल गुरु
2001 में संसद पर हमले का दोषी अफजल गुरु यहीं बंद था और 9 फरवरी 2013 को उसे तिहाड़ जेल में ही फांसी दी गई थी. वह जैश-ए-मोहम्मद का सदस्य था और हमले की साजिश रचने में शामिल था.

मकबूल भट्ट
कश्मीर‍ियों का कत्‍लेआम करने वाले मकबूल भट को देश के ख‍िलाफ जंग छेड़ने का दोषी पाया गया. इसे भी 11 फरवरी 1984 को तिहाड़ जेल में ही फांसी दी गई थी.

यासीन भटकल
मुंबई हमलों का दोषी यासीन भटकल इंडियन मुजाहिदीन (IM) का सह-संस्थापक है. 2010 पुणे बम विस्फोट, 2012 पुणे धमाके, और 2013 हैदराबाद धमाकों में होने के आरोप में उसे सजा-ए-मौत सुनाई जा चुकी है. अभी भी वह तिहाड़ में बंद है.

जगतार सिंह हवारा
खालिस्तानी आतंकी जगतार सिंह हवारा 1995 में पंजाब के मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या में मुख्य साजिशकर्ता है. उसे उम्रकैद की सजा मिली है. लेकिन 2004 में वह तिहाड़ जेल से भागने में सफल रहा, मगर 2006 में फिर पकड़ा गया. अभी वह तिहाड़ में बंद है.

परमजीत सिंह भियोरा
खालिस्तानी आतंकी परमजीत सिंह भ‍ियोरा बेअंत सिंह की हत्या में सह-अभियुक्त है. इसे भी उम्रकैद की सजा मिल चुकी है. यह भी हवारा के साथ 2004 में तिहाड़ से भागा था और फिर पकड़ा गया. अभी भी यह तिहाड़ में बंद है.

Location :

New Delhi,New Delhi,Delhi

First Published :

April 10, 2025, 17:33 IST

तिहाड़ में तहव्‍वुर राणा को मिलेंगे कई 'दोस्‍त', कुछ तो जन्‍नत पहुंच गए

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