दुनिया का सबसे पुराना और बड़ा बोर्ड, 100 साल से भी पुराना है इतिहास

1 week ago

Last Updated:April 08, 2025, 09:58 IST

UP Board Result 2025: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद 10वीं, 12वीं रिजल्ट जारी करने की तैयारी में है. यूपी बोर्ड रिजल्ट 2025 अप्रैल के अंत तक घोषित होने की उम्मीद है. इस साल 50 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स ने यू...और पढ़ें

दुनिया का सबसे पुराना और बड़ा बोर्ड, 100 साल से भी पुराना है इतिहास

UP Board Result 2025: यूपी बोर्ड का इतिहास काफी रोचक है

हाइलाइट्स

यूपी बोर्ड रिजल्ट 2025 अप्रैल के अंत तक घोषित होने की उम्मीद है.इस साल 54 लाख स्टूडेंट्स ने यूपी बोर्ड परीक्षा दी थी.यूपी बोर्ड की स्थापना 1921 में हुई थी.

नई दिल्ली (UP Board Result 2025). यूपी बोर्ड परीक्षा 24 फरवरी से 12 मार्च 2025 के बीच हुई थी. यूपी बोर्ड परीक्षा 2025 में शामिल हुए स्टूडेंट्स रिजल्ट पर लेटेस्ट अपडेट का इंतजार कर रहे हैं. यूपी बोर्ड रिजल्ट 20 अप्रैल 2025 के बाद जारी होने की उम्मीद है. इस साल करीब 54 लाख स्टूडेंट्स ने यूपी बोर्ड 10वीं, 12वीं परीक्षा दी थी. यूपी बोर्ड का इतिहास काफी रोचक है. उत्तर प्रदेश के ज्यादातर सरकारी स्कूल यूपी बोर्ड और सीबीएसई बोर्ड से संबद्ध हैं.

यूपी बोर्ड से संबद्ध स्कूलों की सटीक संख्या हर साल बदलती है. मौजूदा दौर में 27,000 से ज्यादा स्कूलों को यूपी बोर्ड की मान्यता मिली हुई है (School Education). यह संख्या उन सरकारी, सहायता प्राप्त और निजी स्कूलों की है, जहां यूपी बोर्ड के तहत 10वीं और 12वीं की पढ़ाई होती है. यूपी बोर्ड की स्थापना 1921 में हुई थी और पहली परीक्षा 1923 में आयोजित की गई थी. तब प्रयागराज और आस-पास के क्षेत्रों के स्कूल इसके तहत शामिल थे. अब यूपी बोर्ड के स्कूल पूरे उत्तर प्रदेश में हैं.

Oldest Education Board: दुनिया के सबसे पुराने बोर्ड में शामिल
यूपी बोर्ड की स्थापना 1921 में हुई थी. इसे बने हुए करीब 104 साल हो गए हैं. तब इसे यूनाइटेड प्रोविंसेज लेजिस्लेटिव काउंसिल के एक अधिनियम के तहत स्थापित किया गया था. यह भारत का पहला शिक्षा बोर्ड था. कई लेखों में इसे दुनिया के सबसे पुराने बोर्ड में से एक माना गया है.

यूरोप में कैंब्रिज असेसमेंट की स्थापना 1858 में हुई थी. यह स्कूलों के लिए परीक्षाएं आयोजित करने वाली शुरुआती संस्थाओं में से एक थी. लेकिन यह मुख्य रूप से विश्वविद्यालय स्तर की परीक्षाओं से जुड़ा था, न कि स्कूल बोर्ड की तरह. अमेरिका में, न्यूयॉर्क स्टेट बोर्ड ऑफ रीजेंट्स (1784 में स्थापित) को शिक्षा के नियमन के लिए सबसे पुरानी संस्थाओं में से एक माना जाता है, लेकिन यह मॉडर्न स्कूल बोर्ड की तरह काम नहीं करता था. स्कूल-स्तरीय शिक्षा बोर्ड के लिए यूपी बोर्ड को पहला औपचारिक शिक्षा बोर्ड माना जा सकता है.

टिका है लाखों स्टूडेंट्स का भविष्य
यूपी बोर्ड सिर्फ भारत या एशिया का नहीं, बल्कि दुनिया का सबसे बड़ा परीक्षा बोर्ड माना जाता है. हर साल करीब 50 लाख या इससे ज्यादा स्टूडेंट्स यूपी बोर्ड हाईस्कूल (10वीं) और इंटरमीडिएट (12वीं) की परीक्षा देते हैं. इस साल भी करीब 54 लाख स्टूडेंट्स यूपी बोर्ड रिजल्ट 2025 जारी होने का इंतजार कर रहे हैं. सीबीएसई बोर्ड, जिससे संबद्ध स्कूल विदेशों में भी हैं, को भारत में दूसरे नंबर पर रखा जा सकता है. इसकी परीक्षा में 30-35 लाख स्टूडेंट्स शामिल होते हैं.

UP Board Syllabus: यूपी बोर्ड सिलेबस क्या है?
यूपी बोर्ड में मुख्य तौर पर हिंदी और अंग्रेजी भाषाओं में पढ़ाई होती है. कुछ साल पहले तक यूपी बोर्ड से संबद्ध सभी स्कूलों में सिर्फ हिंदी भाषा में पढ़ाई होती थी. लेकिन बदलते वक्त और मौजूदा दौर की जरूरतों को आधार बनाकर अब यहां अंग्रेजी पर भी फोकस किया जाने लगा है. पिछले कुछ सालों में यूपी बोर्ड सिलेबस में भी बदलाव किया गया है. अब इसे सीबीएसई बोर्ड सिलेबस की तरह रीफ्रेम किया गया है. यूपी बोर्ड के स्कूल में एनसीईआरटी सिलेबस फॉलो किया जाता है.

UP Board History, Significance: समय के साथ बदलता गया यूपी बोर्ड
यूपी बोर्ड ने सिर्फ अपना सिलेबस, किताबें या पढ़ाने के तौर-तरीके में ही बदलाव नहीं किया है. इसने अपने मूलभूत ढांचे में भी कई बदलाव अपनाए हैं. डिजिटलीकरण को बढ़ावा मिलते ही उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद ने भी इसे अपनाया. यूपी बोर्ड रिजल्ट की घोषणा ऑनलाइन की जाती है, स्टूडेंट्स को डिजिटल मार्कशीट और प्रमाणपत्र दिए जाते हैं. यूपी बोर्ड के स्टूडेंट्स राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाते हैं. सरकारी नौकरी और प्रतियोगी परीक्षा में इनका डंका बजता है.

स्कूल शिक्षा की बात करें तो 100 साल से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी कोई बोर्ड खुद को यूपी बोर्ड की टक्कर का नहीं बना पाया है.

First Published :

April 08, 2025, 09:58 IST

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