Last Updated:December 20, 2025, 13:05 IST
Nishant Kumar grandmother death tribute : मनुष्य के जीवन में कुछ रिश्ते शब्दों के दायरे से बड़े होते हैं और कुछ छायाएं ऐसी होती हैं जो उम्र भर साथ रहती हैं. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इकलौते बेटे निशांत कुमार के लिए उनकी नानी मां ऐसी ही “प्यार भरी छाँव” थीं. उनके निधन की खबर ने निशांत को भीतर तक तोड़ दिया. सोशल मीडिया पर लिखी उनकी कुछ पंक्तियां सिर्फ एक निजी शोक नहीं, बल्कि उस मासूम रिश्ते की आवाज हैं जिसमें बिना शर्त प्रेम, स्नेह, सकुशल होने की प्रार्थना और आजीवन आशीर्वाद के बोल होते हैं!
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार ने नानी मां के निधन पर भावुक पोस्ट से दर्द उजागर किया.पटना. “प्यारी नानी माँ के देहांत की दुखद खबर से मन बहुत व्यथित है. वे न केवल एक नानी थीं, बल्कि एक प्यार भरी छाँव थीं, जिनकी कहानियाँ, दुलार और मुस्कान हमेशा हमारे दिलों में बसी रहेंगी.” उन्होंने आगे कहा कि नानी ने उन्हें प्यार और अच्छाई का पाठ पढ़ाया. निशांत ने वादा किया कि वे इन सीख को कभी नहीं भूलेंगे. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इकलौते बेटे निशांत कुमार अपनी नानी मां के निधन से बहुत दुखी और भावुक हैं. नानी मां के देहांत की खबर से उनका मन व्यथित हो गया है. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट लिखकर अपना यह दर्द व्यक्त करते हुए नानी को प्यार भरी छाँव बताया और उनकी यादों को हमेशा दिल में संजोने का वादा किया.
दरअसल, निशांत के नानी का इस दुनिया से जाना सिर्फ एक परिवारिक नुकसान नहीं, बल्कि बचपन की उस प्यार भरी दुनिया का अंत है जो हर पोते-पोती के लिए सबसे सुरक्षित जगह होती है. निशांत की मां मंजू कुमारी सिन्हा की 14 मई 2007 में हुई मौत के बाद नानी मां के सहारे रहे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इकलौते बेटे निशांत कुमार की यह भावुक पोस्ट पढ़कर दिल भर आएगा. वे लिखते हैं कि नानी न केवल नानी थीं, बल्कि “प्यार भरी छाँव” थीं. यह शब्द कितने गहरे हैं- उस छाँव की जो गर्मी में ठंडक देती थी, दुख में सहारा बनती थी. आज जब वह छाँव उजड़ गई तो मन व्यथित होना स्वाभाविक है. निशांत का दर्द हम सबका दर्द बन जाता है, क्योंकि नानी तो हर घर की वो शख्सियत होती हैं जो बिना शर्त प्यार लुटाती हैं.
कहानियां, दुलार और मुस्कान
निशांत ने कितनी खूबसूरती से कहा – “जिनकी कहानियां, दुलार और मुस्कान हमेशा हमारे दिलों में बसी रहेंगी” ये तीन चीजें तो संसार की हर ‘नानी मां’ की विशेष पहचान होती हैं. रात को सोते समय सुनाई जाने वाली कहानियां, गोद में बैठकर मिलने वाला दुलार और वो मुस्कान जो हर फिक्र को भुला देती थी. निशांत की पोस्ट में यह भावुकता इसलिए और गहराई लिए हुए इसलिए लगती है, क्योंकि वे एक व्यस्त राजनीतिक परिवार से हैं जहां भावनाओं को जाहिर करना मुश्किल होता है. फिर भी निशांत ने दिल खोलकर लिखा कि नानी ने उन्हें “प्यार और अच्छाई का पाठ” पढ़ाया. उनकी कही बातें पढ़कर लगता है जैसे नानी की सीख अब निशांत की जिंदगी का हिस्सा बन गई हैं – एक वादा जो वे कभी नहीं भूलेंगे.
नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार ने नानी मां के निधन पर भावुक पोस्ट लिखी, पार्थिव शरीर को कंधा देते हुए लिखा- अंतिम यात्रा… Miss You…नानी माँ..
वादा और प्रार्थना, आशीर्वाद की आस
निशांत के पोस्ट का सबसे मार्मिक हिस्सा है जहां निशांत कहते हैं, “मैं वादा करता हूँ कि आपकी सीख को कभी नहीं भूलूंगा. आप जहां भी हैं, खुश रहें और हमें आशीर्वाद दें.” यह वादा कितना पवित्र है- नानी को खोने के दर्द में भी उनकी अच्छाइयों को जीवित रखने का संकल्प, और अंत में प्रार्थना, “ईश्वर उनकी आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दे” ये शब्द भाव के बहाव को रोकने नहीं देते. निशांत की यह पोस्ट सिर्फ एक श्रद्धांजलि नहीं, बल्कि नानी-पोते के उस अटूट रिश्ते की गवाही है जो मौत के बाद भी जीवित रहता है.
परिवार और समाज के लिए संदेश
ऐसे दुख की घड़ी में निशांत की पोस्ट हमें याद दिलाती है कि कितनी भी ऊंची कुर्सी पर बैठा इंसान हो अपनों के जाने का गम सबको एक समान दर्द देता है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का परिवार इस समय एकजुट होकर इस नुकसान को सह रहा होगा. निशांत की भावुकता हमें सिखाती है कि अपनों की यादों को संजोकर रखो, क्योंकि यही यादें हमें जीने की ताकत देती हैं. नानी मां की आत्मा को शांति मिले और परिवार को इस दर्द को सहने की शक्ति. उनकी मुस्कान सच में हमेशा दिलों में बसी रहेगी.
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First Published :
December 20, 2025, 13:05 IST

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