नीति आयोग क्या है? क्यों हुआ गठन, कौन होता है शामिल, क्या है मकसद, जानें सब

1 month ago

नई दिल्ली. नीति आयोग (NITI Aayog) की बैठक शनिवार को संस्कृति भवन में होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) इस बैठक की अध्यक्षता करेंगे. देश के सभी राज्य के मुख्यमंत्री शामिल होंगे, लेकिन विपक्ष ने 2024 के नीति आयोग के बैठक का बहिष्कार किया है और बैठक में भाग न लेने का ऐलान किया है. इस बैठक से इतर हम बात करेंगे कि नीति आयोग क्या होता है, कौन-कौन से लोग इसके सदस्य होते हैं. नीति आयोग का क्या काम क्या होता है और नीति आयोग कब से काम कर रहा है.

नीति आयोग, आजादी के बाद 1950 में देश के विकास के लिए, केंद्र की सरकार की नीतियों के लॉन्ग टर्म में अप्लाई के लिए बनाए गए ‘योजना आयोग’ की जगह पर लाया गया था. साल 2014 में भारतीय जनता पार्टी की सरकार आने के बाद 1 जनवरी 2015 को नीति आयोग (NITI Aayog) का गठन किया गया. इसे भारत सरकार का थिंक-टैंक माना जाता है. नीति आयोग देश के सतत विकास लक्ष्यों (सस्टनेबल डेवल्पमेंट) को हासिल करने के साथ साथ उस नजर रखने का भी काम करता है. यह केंद्र सरकार की राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के बीच प्रतिस्पर्धी और सहकारी संघवाद को बढ़ावा देने का दोहरा दायित्व निभाता है. देश की विकास में राज्यों के योगदान को भी तय करता है.

क्यों बनी नीति आयोग?
बारत सरका की वेबसाइट के अनुसार, बदलते समय को ध्यान में रखते हुए योजना आयोग के स्थान पर नीति आयोग (नेशनल इंस्टिट्यूट फॉर ट्रांस्फॉर्मिंग इंडिया) बनाने का निर्णय लिया गया. नीति आयोग के गठन से पहले MyGov के माध्यम से मुख्यमंत्रियों, विशेषज्ञों, अर्थशास्त्रियों और आम जनता के साथ व्यापक परामर्श किया गया था.

कैसे काम करता है नीति आयोग 
केंद्र सरकार के थिंक टैंक के रूप में जाने जाने वाले नीति आयोग तीन टाइम टर्मों पर काम करता है. केंद्र सरकार ने अपने योजनाओं के लागू करने से लेकर उसके रिव्यू तक का टाइम पीरियड रखी है. इसमें पहला 3 साल, दूसरा 7 साल- मिड टर्म स्ट्रैटजी टर्म और तीसरा 15 साल- विजन डॉक्यूमेंट टर्म होता है.

सदस्य
प्रधानमंत्री इसके पदेन अध्यक्ष होते हैं जबकि सभी राज्यों और यूनियन टेरिटरी के प्रमुख (मुख्यमंत्री और शासक/उप-राज्यपाल) गवर्निंग काउंसिल के सदस्य हैं. सुमन बेरी वहीं, प्रधानमंत्री इसके 4 फुल टाइम मेंबर को सेलेक्ट करते हैं. पीएम नरेंद्र मोदी इसके अध्यक्ष और साथ ही सुमन बेरी इसके उपाध्याक्ष हैं. इसके परमानेंट सदस्य वी. के. सारस्वत (पूर्व डीआरडीओ प्रमुख), रमेश चंद (कृषि विशेषज्ञ), वी. के. पॉल (सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ) और अरविंद विरमानी (अर्थशास्त्री) हैं. इसके पदेन सदस्य में गृह मंत्री अमित शाह, कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण हैं. इसमें आमंत्रित सदस्य भी होते हैं.

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2024 के बैठक में किन बातों पर होगी फोकस
नीति आयोग के बैठक में फोकस 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य पर हासिल करने पर रहेगा. इसमें राज्य की योगदान के बारे में चर्चा होगी. इस बैठक में इन आठ बातों पर खास ध्यान रहेगा.

पानी  बिजली  जमीन  शिक्षा: खासकर इसके उपलब्धता और गुणवता पर  प्रेपॉर्टी का डिजिटलीकरण और रजिस्ट्रेशन  साइबर सुरक्षा  सरकारी ऑफिस में AI के प्रयोग पर जोर इसके अलावे इस बैठक में केंद्र द्वारा दिए जाने वाले योजना और रोजगार के अवसर के सही तरीके से लागू करने पर बात होने की संभावना है.

कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों, खासकर कांग्रेस शासित राज्यों ने इस बैठक का बहिष्कार किया है. जिन राज्यों ने इस बैठक में भाग नहीं लेने का फैसला किया है वे इस प्रकार हैं- तेलंगाना, कर्नाटक, तामिलनाडु, पंजाब, केरल, हिमाचल प्रदेश और हैं. वहीं, इंडिया ब्लॉक को चकमा देते हुए ममता (बंगाल की सीएम) बैठक में भाग लेंगी. वहीं, इस बैठक में बाग लेने के लिए नॉर्थ ईस्ट के सारे मुख्यमंत्री दिल्ली पहुंच चुके हैं.

Tags: Niti Aayog, PM Modi

FIRST PUBLISHED :

July 27, 2024, 10:43 IST

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