पाक और चीन जैसे देश चाहते हैं... किसे रास नहीं आई भारत-बांग्लादेश की दोस्ती?

1 month ago

नई दिल्ली. पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में छात्रोें के उग्र विरोध प्रदर्शन को देखते हुए देश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया. भारत मामले में अपनी नजर बनाए हुए है. विदेश मामलों के एक्सपर्ट डॉ. संदीप त्रिपाठी ने इस मुद्दे पर अपनी बात रखी.

डॉ. संदीप त्रिपाठी ने कहा, “आमतौर पर साउथ एशिया शांत रहता है, लेकिन बांग्लादेश में जो घटित हुआ, वो इसके विपरीत है. प्रधानमंत्री शेख हसीना ने जिस तरीके से देश छोड़ा और उसके बाद प्रदर्शनकारियों की जो तस्वीरें सामने आईं, वो परेशान करने वाली हैं. कहा जा रहा है कि यह छात्रों का प्रदर्शन है, लेकिन प्रदर्शनकारियों की तस्वीरें एक सोची-समझी साजिश की ओर इशारा कर रही हैं.”

भारत के साथ बांग्लादेश के संबंध को लेकर डॉ. संदीप त्रिपाठी ने कहा, “बांग्लादेश 15 सालों से आर्थिक विकास के रास्ते पर था. इस पड़ोसी मुल्क के साथ हमारे अच्छे संबंध थे. हाल में दोनों देशों के बीच कंप्रिहेंसिव इकोनॉमिक पार्टनरशिप एग्रीमेंट की बात हो रही थी. बांग्लादेश इस बात को लेकर उत्सुक था कि हम लोग फ्री ट्रेड एग्रीमेंट को लेकर बात करें. दोनों देशों के बीच ट्रेड प्रोसेस आगे बढ़ रहा था. निवेश को लेकर बात चल रही थी.”

उन्होंने कहा, “बांग्लादेश हमारा एक बहुत महत्वपूर्ण पड़ोसी देश है और उसके सृजन में हमारी बहुत बड़ी भूमिका रही है, लेकिन पाकिस्तान और चीन जैसे देश चाहते हैं कि भारत के साथ बांग्लादेश के अच्छे संबंध नहीं रहें. शेख हसीना के नेतृत्व में बांग्लादेश के साथ पिछले 15 साल से भारत के रिश्ते बहुत अच्छे रहे. इसके कारण बांग्लादेश से सटे पांच राज्यों की सीमा को लेकर हम आश्वस्त थे और अवैध घुसपैठ जैसी समस्याओं पर सकारात्मक बातचीत हो रही थी.”

उन्होंने कहा, “बांग्लादेश की घटना भारत की सुरक्षा के मुद्दे से ये बहुत महत्वपूर्ण घटना है. सबसे महत्वपूर्ण बात है कि साउथ एशिया में बांग्लादेश, भारत का सबसे बड़ा ट्रेड पार्टनर है. बांग्लादेश के लिए भी भारत दूसरा सबसे बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर है.”

Tags: Bangladesh, China, Narendra modi, Pakistan army, Sheikh hasina

FIRST PUBLISHED :

August 5, 2024, 22:48 IST

Read Full Article at Source