Vladimir Putin Security: पुतिन सिर्फ अल्ट्रा-सीक्रेट लाइन पर बात करते हैं. पुतिन अपने सुरक्षित ऑफिस से बाहर ना मोबाइल रखते हैं ना कोई आम फोन. पुतिन किसी नेता से बात करने के लिए जिस नेटवर्क का इस्तेमाल करते हैं वह Cold War जमाने का है, जो आज भी फुल एन्क्रिप्टेड है.. यानि इसको इंटरसेप्ट करना लगभग असंभव है. फुल एन्क्रिप्टेड नेटवर्क में डेटा, मैसेज, कॉल, चैट या फाइलें- सबको ऐसे कोड में बदल दिया जाता है जिसे कोई भी तीसरा इंसान न पढ़ सकता है, न समझ सकता है, और न ही बदल सकता है. सिर्फ भेजने वाला और पाने वाला ही उसे पढ़ सकते हैं.
पुतिन की ट्रेन की खासियत
हमने आपको डीएनए में पुतिन की स्पेशल कार और स्पेशल प्लेन के बारे में जानकारी दी थी. जो एक किले की तरह सुरक्षित हैं. इसके अलावा पुतिन के पास एक सुपर-सीक्रेट आर्मर्ड ट्रेन है. आज आपको इसके बारे में भी जानना चाहिए क्योंकि रूस के अंदर आजकल पुतिन ज्यादातर यात्रा अपनी इसी ट्रेन से करते हैं. जिसे आप पटरी पर चलने वाला बंकर भी कह सकते हैं. रूस में इसे आर्मर्ड प्रेसिडेंशियल ट्रेन कहा जाता है.
1. पुतिन की ये ट्रेन पूरी तरह बुलेटप्रूफ है.ट्रेन के हर कोच में मल्टी-लेयर आर्मर प्लेटिंग लगी होती है. इसमें स्नाइपर राइफल, ऑटोमैटिक हथियार, और हैंड ग्रेनेड जैसी फायरिंग को झेलने की क्षमता है. यानि ये सामान्य ट्रेन से कई गुना मजबूत है
2. पुतिन की ये ट्रेन बिना रुके चलती है, यानि पुतिन को जहां उतरना है..वहां से पहले कहीं नहीं रूकती इसे खासतौर पर इस तरह प्लान किया जाता है कि पूरे रास्ते सिग्नल क्लियर मिले. अगर जरूरत पड़े तो पूरे रूट पर अलग से सुरक्षा बल, ड्रोन, और हेलीकॉप्टर तैनात किए जाते हैं.
3. पुतिन की सीक्रेट ट्रेन को स्पेशल पटरियों पर चलाया जाता है. यानि जब पुतिन की ट्रेन पटरियों पर होती है. तो कोई और ट्रेन वहां मौजूद नहीं होती. पुतिन का रूट पूरी तरह ब्लैकआउट होता है. यानि न पब्लिक सिस्टम में दिखाई देती है, ना ही शेड्यूल में.
4. पुतिन की ट्रेन के लिए स्पेशल रेलवे स्टेशनों पर अलग प्लेटफॉर्म बनाए गए हैं. जो आम जनता के लिए बंद हैं.
5. पुतिन की ट्रेन के अंदर सिनेमाघर, स्पा, मेडिकल और मिलिट्री कमांड सेंटर की सुविधा भी मौजूद है. यानि यह ट्रेन केवल यात्रा के लिए नहीं, बल्कि एक पूरा चलता हुआ राष्ट्रपति मुख्यालय है.
6. पुतिन की ट्रेन में भी सैटेलाइट एन्क्रिप्टेड कम्युनिकेशन मौजूद है. जिसके बारे में हम आपको बता चुके हैं
ऐसी ट्रेन की जरूरत क्यों?
पुतिन के लिए ऐसी ट्रेन इसलिए बनाई गई है क्योंकि हवाई यात्रा में सैटेलाइट ट्रैकिंग और मिसाइल थ्रेट रहता है. वहीं कार काफिले में ड्रोन हमलों का खतरा रहता है. इसलिए ट्रेन सबसे कम नोटिस की जाने वाली, सबसे सुरक्षित और सबसे ज़्यादा नियंत्रित यात्रा-व्यवस्था है. ये ट्रेन पुतिन के साथ दिल्ली तो नहीं आएगी लेकिन भारत में भी पुतिन की सुरक्षा के लिए ठीक वैसा ही प्रोटोकॉल रहेगा जैसा रूस में रहता है. यानि जिस वक्त पुतिन दिल्ली में होंगे...भारत की राजधानी की सुरक्षा अभेद्य रहेगी.
(इनपुट-टीम डीएनए)

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