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बड़े बे-आबरू होकर निकले तेरे कूंचे...कई नेता करते रहे BJP कार्यालय में दुपट्टा पहनने का इंतजार और फिर...
बीजेपी कार्यालय में पार्टी मेंं शामिल होने के इंतजार में बैठे पूर्व विधायक नंदकिशोर महरिया (जैकेट में).
जयपुर. राजधानी जयपुर स्थित बीजेपी कार्यालय में बड़ा अजीब वाकया सामने आया है. यहां बीजेपी ज्वॉइन करने आए पार्टी के बागी और अन्य नेताओं को लिफ्ट नहीं दी गई. वे दिनभर प्रदेश बीजेपी कार्यालय में पार्टी का दुपट्टा पहनने का इंतजार करते रहे. सुबह से शाम हो गई लेकिन उनको पार्टी का दुपट्टा नहीं पहनाया गया. विधानसभा चुनाव में बगावत कर बीजेपी को हराने वाले नेताओं को पार्टी कार्यालय बुलाकर बैरंग लौटा दिया गया. वहां बीजेपी के किसी भी नेता ने उन नेताओं को कोई तवज्जो नहीं दी. इनमें फतेहपुर के पूर्व विधायक नंदकिशोर महरिया के अलावा बीजेपी से बगावत कर चुनाव लड़ने वाले राजेंद्र भांभू, कैलाश मेघवाल और मधुसूदन भिंडा शामिल हैं.
यह वाकया मंगलवार को बीजेपी कार्यालय में सामने आया. बीजेपी कार्यालय में शायद यह पहला मौका था जब पूर्व विधायक और विधानसभा चुनाव लड़ चुके प्रत्याशियों को बिना पार्टी में शामिल हुए बैरंग लौटना पड़ा. वजह थी इनकी बगावत जिसे पार्टी कतई माफ करने के मूड में नजर नहीं आई. इन नेताओं ने एक नहीं बल्कि झुंझुनूं लोकसभा क्षेत्र की तीन सीटों को हराने में अहम भूमिका निभाई थी. इसलिए पार्टी ने उनकी बीजेपी में ज्वॉइनिंग में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई. इससे पहले इन नेताओं के दिलों में भाजपा में शामिल होने की हसरतें आसमां छू रही थी.
इन नेताओं के बीजेपी में शामिल होने की खबर शेखावाटी में आग की तरह फैल गई. इन नेताओं की वजह से बीजेपी के जिन नेताओं को विधानसभा चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ा उन्होंने प्रदेश के शीर्ष नेतृत्व से लेकर पार्टी आलाकमान तक इनकी ज्वॉइनिंग का विरोध कर दिया. इसके चलते उनको पार्टी में शामिल नहीं किया गया.
आखिर क्यों अटकी ज्वॉइंनिंग
पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में फतेहपुर से बीजेपी प्रत्याशी श्रवण चौधरी के सामने नंदकिशोर महरिया और मधुसूदन भिंडा बागी बनकर खड़े हो गए थे. इसके कारण श्रवण चौधरी चुनाव जीतते जीतते रह गये. क्योंकि महरिया और भिंडा ने मिलकर बीजेपी को मिलने वाले वोट बैंक में बड़ी सेंधमारी कर दी. अब श्रवण चौधरी की शिकायत को पार्टी ने गंभीरता से लेते हुए नेताओं को बैरंग लौटा दिया. वहीं झुंझुनूं में बीजेपी उम्मीदवार बबलू चौधरी के सामने राजेंद्र भांभू बागी बनकर मैदान में आखिर तक डटे रहे. नतीजतन बीजेपी वहां भी चुनाव हार गई.
पिलानी में भी हो गया था खेला
पिलानी में बीजेपी के कभी बड़े नेता रहे सुंदरलाल काका के बेटे कैलाश मेघवाल बीजेपी उम्मीदवार राजेश दहिया के सामने बगावत कर चुनाव मैदान में कूद पड़े थे. वहां भी नतीजा वही हुआ जो फतेहपुर और झुंझुनूं में हुआ. पिलानी में भी बीजेपी उम्मीदवार को हार का सामना करना पड़ा. इसलिए इन नेताओं के बीजेपी में शामिल होने की खबरों से शेखावाटी में हड़कंप मच गया. बीजेपी एकजुट हो गई और बागियों को पार्टी से बाहर ही रखने के लिए मुहिम शुरू हुई. वह आखिरकार शाम तक अपने अंजाम तक पहुंच ही गई. ये नेता सुबह करीब 11 बजे ही बीजेपी ज्वॉइन करने पार्टी कार्यालय पहुंच गए थे लेकिन शाम को आखिरकार निराश होकर वापस आ गए.
झुंझुनूं सीट पर बीजेपी ने शुभकरण चौधरी को टिकट दिया है
बहरहाल झुंझुनूं सीट पर बीजेपी ने शुभकरण चौधरी को टिकट दिया है. कांग्रेस ने उनके सामने पूर्व मंत्री बृजेंद्र ओला को मैदान में उतारा है. वहां मुकाबला कांटे का बताया जा रहा है. इसलिए बीजेपी झुंझुनूं में कोई गलती नहीं करना चाहती. पार्टी काडर को कोई भी गलत संदेश नहीं देना चाहती है. लिहाजा बागियों को पार्टी में शामिल नहीं किया गया.
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Tags: Jaipur news, Rajasthan bjp, Rajasthan news
FIRST PUBLISHED :
March 27, 2024, 12:59 IST