बांग्लादेशी बाटा, पिज्जा हट, KFC आउटलेट्स पर क्यों कर रहे हैं हमले?

1 week ago

Last Updated:April 09, 2025, 18:09 IST

Bangladesh News: बांग्लादेश में हालात बिगड़ते जा रहे हैं, कट्टरपंथियों ने विदेशी ब्रांड्स पर हमले तेज कर दिए हैं. बाटा, केएफसी और पिज्जा हट के आउटलेट्स लूटे गए. यूनुस सरकार की क्यों निंदा हो रही है?

बांग्लादेशी बाटा, पिज्जा हट, KFC आउटलेट्स पर क्यों कर रहे हैं हमले?

बांग्लादेश में बिदेश ब्रांड्स के आउटलेट्स पर क्यों हमले हो रहे हैं?

Bangladesh News: बांग्लादेश में हालात दिन-प्रतिदिन बिगड़ते जा रहे हैं. अब विश्व समुदाय को भी महसूस हो रहा है कि मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार ने आंखों पर पट्टी बांध रखी है. हिंदू अल्पसंख्यकों पर हमले के बाद अब कट्टरपंथी बांग्लादेशियों ने कई अंतरराष्ट्रीय ब्रांड्स के आउटलेट्स पर भी हमले तेज कर दिए हैं. बांग्लादेशी कट्टरपंथियों की नई जमात ने विदेशी ब्रांड्स के शो-रूम और आउटलेट्स पर हमले तेज कर दिए हैं. बाटा के शो-रूम से जूते-चप्पल लूटे जा रहे हैं, पिज्जा हट और केएफसी से खाने के सामान लूटे जा रहे हैं. दरअसल, गाजा में इजरायल के हमले के विरोध में बांग्लादेशी विदेशी ब्रांड्स का बहिष्कार करने की मांग कर रहे हैं. प्रदर्शनकारी इन ब्रांडों को इजरायल से जुड़ा मानते हैं. बुधवार को यह विरोध प्रदर्शन कई शहरों में हिंसक हो गया और भीड़ ने दुकानों पर न केवल पथराव किया बल्कि, कांच तोड़े और लूटपाट भी की.

हालांकि, बांग्लादेश की अंतरिम यूनुस सरकार ने इस हिंसा की निंदा की है, लेकिन कहीं न कहीं सरकार की मिलीभगत भी नजर आ रही है. क्योंकि, शेख हसीना की सरकार को हटाने के बाद बांग्लादेश में हालात बद से बदतर हो गए हैं. भारत सरकार की बीते कई महीनों से बांग्लादेश की स्थिति पर नजर है. अभी हाल ही में पीएम मोदी ने यूनुस सरकार को बांग्लादेश की स्थिति को लेकर आगाह किया था. लेकिन, इसके कुछ ही दिन बाद एक बार फिर से कई विदेशी ब्रांड्स के आउटलेट्स को न केवल निशाना बनाया गया बल्कि, लूट भी लिया गया.

बांग्लादेश में क्यों मची है लूट?
बांग्लादेश की आवामी लीग ने इस घटना के बाद कहा है, ‘यह सिर्फ एक राजनीतिक संकट नहीं है. यह एक राष्ट्रीय आपातकाल है. अगर अंतरराष्ट्रीय समुदाय चुप रहा तो बांग्लादेश अगला अफगानिस्तान बन सकता है.’ बता दें कि पार्टी ने कानून और व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने के लिए यूनुस के नेतृत्व वाली सरकार को जिम्मेदार ठहराया और स्थिरता बहाल करने के लिए तुरंत कदम उठाने की मांग की है.

जानकारों की मानें तो भारत और बांग्लादेश के बीच संबंध हाल के महीनों में तनावपूर्ण रहे हैं, खासकर शेख हसीना के सत्ता से हटने के बाद से यूनुस के कुछ बयान और नीतियों को भारत विरोधी माना गया है. खासकर, पूर्वोत्तर भारत को “लैंडलॉक्ड” बताने वाला उनका बयान या चीन के साथ बढ़ती निकटता भारत को उकसाने वाली रही है. हालांकि, बांग्लादेश की अस्थिरता भारत के लिए भी नुकसानदेह हो सकती है, खासकर व्यापार और सुरक्षा के लिहाज से. इसलिए, संयम और कूटनीति से स्थिति को संभालना ज्यादा फायदेमंद होगा.

बाटा सहित कई आउटलेट्स में तोड़फोड़
इधर, बांग्लादेश में अपने आउटलेट्स पर तोड़फोड़ के बाद बाटा ने भी बयान दिया है. बाटा ने कहा, ‘हम उन गलत दावों से अवगत हैं जो सुझाव देते हैं कि बाटा एक इजरायली स्वामित्व वाली कंपनी है या इजरायल-फिलिस्तीन संघर्ष में राजनीतिक संबंध रखती है. बाटा वैश्विक स्तर पर एक निजी स्वामित्व वाली, परिवार द्वारा संचालित कंपनी है, जिसकी स्थापना चेक गणराज्य में हुई थी और इसका संघर्ष से कोई राजनीतिक संबंध नहीं है. यह अत्यंत खेदजनक है कि हमारे कुछ रिटेल स्थानों पर हाल ही में तोड़फोड़ की गई है, जो इन झूठी कहानियों से प्रेरित प्रतीत होती है.’

कुल मिलाकर बुधवार को बांग्लादेश में इजरायल विरोधी व्यापक प्रदर्शन हुए, जिसमें यहूदी राष्ट्र के गाजा पर सैन्य हमलों की निंदा की गई और देश से जुड़े उत्पादों के बहिष्कार की मांग की गई. खास बात यह है कि जैसे-जैसे प्रदर्शन हिंसक होते गए, गुस्साई भीड़ ने बाटा, केएफसी और पिज्जा हट जैसे अंतरराष्ट्रीय ब्रांडों के आउटलेट्स को नुकसान पहुंचाया. ढाका सहित बांग्लादेश के विभिन्न शहरों में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हुए, जहां प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर उतरकर इजरायल के गाजा में सैन्य अभियान की निंदा की और देश से जुड़े उत्पादों के बहिष्कार की मांग की.

First Published :

April 09, 2025, 18:09 IST

homenation

बांग्लादेशी बाटा, पिज्जा हट, KFC आउटलेट्स पर क्यों कर रहे हैं हमले?

Read Full Article at Source