Last Updated:May 03, 2025, 17:17 IST
US On India Pakistan: जॉन बोल्टन जैसे पूर्व अमेरिकी अधिकारी का ये बयान ऐसे वक्त आया है जब भारत-पाकिस्तान रिश्तों में तनाव चरम पर है. सीमा पार से हमलों में फिर तेजी देखी जा रही है.

अमेरिका के पूर्व NSA जॉन बोल्टन (फाइल फोटो)
नई दिल्ली: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान को सीधी चेतावनी दी है. उनका कहना है कि अगर आतंकी हमले पाकिस्तान की सरजमीं से होते हैं, तो भारत को आत्मरक्षा में जवाब देने का पूरा अधिकार है. उन्होंने साफ कहा कि दक्षिण एशिया में कोई युद्ध नहीं चाहता, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि भारत चुपचाप बैठा रहे. IANS से खास बातचीत में बोल्टन ने कहा कि जिस तरह 2019 में पुलवामा हमले के बाद भारत ने बालाकोट स्ट्राइक की थी, वैसी ही कार्रवाई दोबारा भी न्यायसंगत मानी जा सकती है. उन्होंने याद दिलाया कि पुलवामा के वक्त भी अमेरिकी नेतृत्व में यही सोच थी कि अगर पाकिस्तान आतंकियों को पनाह देता है, तो भारत की सैन्य प्रतिक्रिया वैध है.
‘भारत को जवाबी कार्रवाई का पूरा हक’
बोल्टन ने जम्मू-कश्मीर में हालिया हालात पर चिंता जताई. उन्होंने कहा कि पर्यटक इलाकों में नागरिकों पर हमले ये दिखाते हैं कि पाकिस्तान प्रायोजित आतंकी गतिविधियों का दायरा बढ़ता जा रहा है. उन्होंने कहा, ‘कोई भी स्थायी संघर्ष नहीं चाहता, लेकिन अगर पाकिस्तान अपनी जमीन से आतंकियों को खुला छोड़ता है, तो भारत के पास जवाबी कार्रवाई का पूरा हक है.’
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसरन घाटी में चार हथियारबंद आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग की थी. इस हमले में 26 लोगों की जान गई, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे. कई घायल भी हुए. इस हमले की जिम्मेदारी शुरू में लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े संगठन ‘द रेसिस्टेंस फ्रंट’ यानी टीआरएफ ने ली, लेकिन बाद में किनारा कर लिया. हमलावरों में से दो के पाकिस्तानी होने की पुष्टि भी हो चुकी है.
मजबूत स्टैंड लेना होगा: बोल्टन
बोल्टन ने इस बात पर भी जोर दिया कि भारत की प्रतिक्रिया का अंतरराष्ट्रीय मंच पर ठोस आधार होना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘जब आप आत्मरक्षा की बात करते हैं तो यह सिर्फ एक रिएक्शन नहीं, एक मजबूत पॉलिसी स्टैंड होता है. भारत को यह बताना होगा कि हमले कहां से हो रहे हैं और कौन इनका समर्थन कर रहा है.’
Location :
New Delhi,Delhi