मनुस्मृति पर संघ को क्लीनचिट! शशि थरूर बोले- अब RSS पहले जैसा नहीं रहा

4 hours ago

Last Updated:June 28, 2025, 20:54 IST

Shashi Tharoor on RSS: शशि थरूर ने कहा कि गोलवलकर ने संविधान को मनुस्मृति से दूर बताया था, लेकिन अब RSS बदल गया है. थरूर के इस नरम रुख से कांग्रेस की और मुश्किलें खड़ी होने वाली है.

मनुस्मृति पर संघ को क्लीनचिट! शशि थरूर बोले- अब RSS पहले जैसा नहीं रहा

RSS पर नरम नजर आए शशि थरूर. (फाइल फोटो)

हाइलाइट्स

शशि थरूर बोले- गोलवलकर को संविधान में मनुस्मृति की कमी खली थी.RSS अब बदल चुका है, उनकी सोच वही बता सकते हैं- थरूर.राहुल गांधी और मायावती पहले ही कर चुके हैं संविधान को लेकर तीखा हमला.

Shashi Tharoor on RSS: इन दिनों कांग्रेस नेता शशि थरूर अपनी पार्टी से खासे नाराज़ बताए जा रहे हैं. वजह? ऑपरेशन सिंदूर के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार के फैसलों पर उनका नरम रुख. कांग्रेस हाईकमान से उनकी दूरी साफ दिख रही है और पार्टी भी उन्हें धीरे-धीरे किनारे करती नजर आ रही है. अब थरूर एक और संवेदनशील मुद्दे पर बयान देकर सुर्खियों में आ गए हैं. उन्होंने ‘मनुस्मृति बनाम संविधान’ की बहस पर बड़ा बयान दिया है. साथ ही उन्होंने कहा है कि संघ यानी RSS अब बदल चुका है.

शशि थरूर ने 28 जून को एक कार्यक्रम में कहा कि संविधान लागू होने के वक्त RSS के दूसरे सरसंघचालक एमएस गोलवलकर इसे “त्रुटिपूर्ण” मानते थे क्योंकि इसमें “मनुस्मृति की कोई बात नहीं थी.” थरूर ने आगे कहा, “यह उनके हिसाब से एक बड़ी कमी थी.”

संघ अब वैसा नहीं है- थरूर का नरम रुख
हालांकि थरूर ने इस बयान को इतिहास की नजर से बताया और साथ ही जोड़ दिया, “RSS अब उस सोच से आगे बढ़ चुका है. आज उनकी सोच क्या है यह वही बता सकते हैं.” थरूर का यह संतुलनपूर्ण रुख उस वक्त आया है जब उनकी पार्टी और विपक्ष, RSS और बीजेपी पर संविधान से छेड़छाड़ के आरोप लगा रहे हैं.

RSS महासचिव ने की प्रस्तावना की समीक्षा की मांग
यह बहस दरअसल तब तेज हुई जब RSS महासचिव दत्तात्रेय होसबाले ने संविधान की प्रस्तावना में जोड़े गए शब्द ‘समाजवादी’ और ‘धर्मनिरपेक्ष’ की समीक्षा की बात कही. उनका कहना था कि ये शब्द आपातकाल के दौरान जोड़े गए थे जब संसद और न्यायपालिका निष्क्रिय थीं.

राहुल गांधी का तीखा हमला- संविधान नहीं, मनुस्मृति चाहिए
राहुल गांधी ने होसबाले के बयान के बाद कहा था, “RSS का नकाब फिर उतर गया है. उन्हें संविधान नहीं मनुस्मृति चाहिए.” उन्होंने आरोप लगाया कि “संविधान में बराबरी, न्याय और धर्मनिरपेक्षता की बातें संघ को चुभती हैं.”

मायावती की चेतावनी: संविधान से छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं
बसपा प्रमुख मायावती ने भी प्रेस से बात करते हुए साफ कहा कि “अगर संविधान से किसी भी तरह की छेड़छाड़ हुई, तो BSP सड़कों पर उतरेगी. हम नज़र बनाए हुए हैं.”

क्यों मायने रखता है थरूर का यह बयान?
एक ओर जहां कांग्रेस RSS और बीजेपी पर हमलावर है वहीं थरूर का यह कहना कि “संघ अब बदल चुका है”. उनका यह बयान न सिर्फ पार्टी लाइन से हटकर है, बल्कि एक अलग ही राजनीतिक संकेत देता है. क्या थरूर अपनी पार्टी के खिलाफ धीरे-धीरे नई भूमिका तलाश रहे हैं? ये सवाल अब राजनीति के गलियारों में गूंजने लगा है.

Sumit Kumar

Sumit Kumar is working as Senior Sub Editor in News18 Hindi. He has been associated with the Central Desk team here for the last 3 years. He has a Master's degree in Journalism. Before working in News18 Hindi, ...और पढ़ें

Sumit Kumar is working as Senior Sub Editor in News18 Hindi. He has been associated with the Central Desk team here for the last 3 years. He has a Master's degree in Journalism. Before working in News18 Hindi, ...

और पढ़ें

homenation

मनुस्मृति पर संघ को क्लीनचिट! शशि थरूर बोले- अब RSS पहले जैसा नहीं रहा

Read Full Article at Source