US President Donald Trump on Israel Iran War: मध्य पूर्व में 17 से 18 देश हैं, इनमें से आठ देश ऐसे हैं, जहां अमेरिकी सेना ने अपने स्थायी और अस्थायी ठिकाने बना रखे हैं. अगर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ईरान पर हमले का आदेश देते हैं, तो कुछ मिनटों ही तेहरान के आसमान में अमेरिकी लड़ाकू विमान पहुंच जाएंगे. इराक और इजरायल युद्ध खत्म न होता देख अमेरिका अब इसमें कूदने वाला है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी दे दी है कि उनका संयम खत्म हो रहा है.अमेरिकी राजधानी वाशिंगटन डीसी से ईरान की राजधानी तेहरान की दूरी भले ही 10 हजार किमी दूर हो, लेकिन मध्य पूर्व में अमेरिका के लिए ईरान पर धावा बोलना बहुत मुश्किल नहीं है. संयुक्त अरब अमीरात-सऊदी अरब से लेकर जॉर्डन-कुवैत तक आठ खाड़ी देशों में अमेरिकी एयरबेस हैं.
दो अमेरिकी युद्धपोत पहले से तैनात
खाड़ी क्षेत्र में भी दो अमेरिकी युद्धपोत पहले से ही तैनात हैं. अगर कोई इस्लामिक मुल्क इजाजत न भी दे तो भी अमेरिका समुद्र से ही ईरान को मटियामेट करने का मंसूबा पूरा कर सकता है. अमेरिका के एयरबेस सऊदी अरब, यूएई, कतर-कुवैत, जॉर्डन-बहरीन, मिस्र और ओमान में अमेरिकी सेना के ठिकाने हैं. सीरिया से भी बशर अल असद सरकार को उखाड़ फेंकने के बाद वहां अमेरिका समर्थित सरकार है. सीरिया के राष्ट्रपति से डोनाल्ड ट्रंप ने हालिया मध्यपूर्व दौरे में मुलाकात भी की थी.
मध्य पूर्व में अमेरिकी सेना के ठिकाने
अमेरिका ने खाड़ी देशों में 19 जगहों पर स्थायी और अस्थायी सैन्य ठिकानें बना रखे हैं. मिस्र-जॉर्डन, कुवैत-कतर, सऊदी अरब-यूएई और इराक और बहरीन में तो अमेरिकी सेना के स्थायी बेस हैं.
मिडिल ईस्ट में कितने अमेरिकी सेना
मध्य पूर्व में अमेरिकी सैनिकों की तैनाती 65 सालों से ज्यादा पुरानी है. जुलाई 1958 में लेबनान संकट के वक्त अमेरिकी सेना ने वहां 15 हजार सैनिक और लड़ाकू विमान भेजे थे. खाड़ी देशों में लगभग 40 हजार से 50 हजार के करीब अमेरिकी सैनिक हैं.
ईरान ने चेतावनी दी है कि अगर इजरायल पर निशाना साधने वाली उसकी मिसाइलों और ड्रोनों को मध्य पूर्व में अमेरिका-ब्रिटेन और फ्रांस के आर्मी बेस से रोका गया तो वो इन्हें भी निशाना बनाएगा. ब्रिटेन ने भी अपने लड़ाकू विमानों को हालात बिगड़ने के बीच खाड़ी देशों में भेज दिया है. ब्रिटिश सेना के भी कतर, यूएई, बहरीन-ओमान समेत पांच खाड़ी देशों में सैन्य अड्डे हैं. उसने भूमध्यसागर में साइप्रस में भी अपना स्थायी ठिकाना RAF Akrotiri बना रखा है.
फ्रांसीसी सेना की भी मौजूदगी
फ्रांसीसी सेना ने यूएई के अल दाफरा में स्थायी सैन्य एयरबेस बना रखा है. सीरिया और इराक में विद्रोहियों के खिलाफ ऑपरेशन के लिए जॉर्डन में भी उसका अड्डा है.