Last Updated:March 27, 2025, 20:20 IST
कर्नाटक सरकार ने दूध दही के दाम 4 रुपये बढ़ा दिए हैं. बीजेपी का आरोप है कि मुफ्त की योजनाओं को पूरा करने के लिए सरकार दाम बढ़ा रही है. इससे पहले मेट्रो किराया, बिजली के दाम, वाहन और संपत्ति पंजीकरण समेत कई...और पढ़ें

कर्नाटक सरकार मुफ्त की घोषणाओं के बाद दाम बढ़ाती जा रही है. (Photo_AI)
हाइलाइट्स
कर्नाटक सरकार ने दूध-दही के दाम में 4 रुपये का इजाफा कर दिया है.इससे पहले बीते 5 महीने में कई चीजों के दाम अचानक बढ़ा दिए गए हैं.बीजेपी का आरोप है कि फ्रीबीज के लिए सरकार मजबूरी में दाम बढ़ा रही हैचुनाव के वक्त मुफ्त की रेवड़ी हर राज्य में बांटी जाती है. लेकिन उसके बाद भुगतना जनता को ही पड़ता है. अब कर्नाटक सरकार को ही ले लीजिए. चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस सरकार ने ‘पांच गारंटी’ नाम से मुफ्त घोषणाएं की. महिलाओं के लिए फ्री बस सर्विस, हर घर को मुफ्त 200 यूनिट बिजली, महिलाओं को 2000 रुपये हर महीना और बेरोजगारों को 3000 रुपये प्रतिमाह भत्ता. सरकार बन गई तो वादे पूरे करने का दबाव था. अब पैसा कहां से आए. कुछ योजनाएं शुरू हुईं तो फंड का रोना. लेकिन कर्नाटक सरकार समझ गई कि पैसा तो जुटाना ही होगा. अब ‘वसूली’ शुरू हुई है. इसे देखकर आप भी समझ जाएंगे कि मुफ्त की रेवड़ी, फ्री तो बिल्कुल नहीं है.
गुरुवार को कर्नाटक सरकार ने दूध की कीमतों में 4 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि कर दी. यानी 1 अप्रैल से अब 4 रुपये ज्यादा देना होगा. इससे पहले 2023 में 3 रुपये और 2024 में 2 रुपये की बढ़ोतरी हो चुकी है. यानी तीन साल में 9 रुपये. बीजेपी नेता प्रह्लाद जोशी ने कहा, ‘उनका फाइनेंसियल कंडीशन ठीक नहीं है. सब कुछ प्राइस बढ़ा कर देना है तो फ्री का मतलब क्या है? पहले बिजली का दाम बढ़ाया था अब दूध का दाम बढ़ा दिया. इतना ही नहीं, दूध उत्पादकों को मिलने वाली मदद भी बंद कर दी. ये कर्नाटक को कंगाल करके छोड़ेंगे.’ प्रह्लाद जोशी जो कह रहे हैं, उसके पीछे की कहानी भी आप जान लीजिए. हम आपको बताने जा रहे हैं कि पिछले पांच महीनों में सरकार ने किन किन जरूरी चीजों के दाम बढ़ाए हैं, ताकि पैसों का जुगाड़ हो सके.
एक हाथ देना, दूसरे हाथ लेना
कर्नाटक में पिछले पांच महीनों यानी नवंबर 2024 से मार्च 2025 के बीच इन चीजों के बढ़ गए दाम.
दूध
दूध की कीमत में 4 रुपये प्रति लीटर वृद्धि की घोषणा, जो 1 अप्रैल 2025 से लागू होगी. दावा किया जा रहा कि किसानों को फायदा हो, इसलिए यह फैसला लिया गया है.
बेंगलुरु मेट्रो किराया
बेंगलुरु मेट्रो के किराए में 50% तक की बढ़ोतरी हुई. यह पिछले कुछ महीनों में लागू की गई थी, जिससे शहरी यात्रियों पर अतिरिक्त बोझ पड़ा है.
बिजली शुल्क
बिजली के दामों में 14.5% की बढ़ोतरी हुई है. यह वृद्धि भी हाल के महीनों में देखी गई, जिसने घरेलू और व्यावसायिक उपभोक्ताओं को प्रभावित किया.
संपत्ति पंजीकरण शुल्क
संपत्ति पंजीकरण शुल्क में 600% और संपत्ति गाइडेंस वैल्यू में 30% की बढ़ोतरी हुई है. यह बदलाव अचल संपत्ति बाजार को प्रभावित कर रहा है.
वाहन पंजीकरण शुल्क
वाहन पंजीकरण शुल्क में 10% की वृद्धि हुई, जिससे वाहन मालिकों पर अतिरिक्त लागत आई.
अस्पताल और कॉलेज शुल्क
सरकारी अस्पतालों में सेवा शुल्क 5% और राज्य द्वारा संचालित कॉलेजों की फीस में 10% की बढ़ोतरी हुई है. यह शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को महंगा बना रहा है.
इलेक्ट्रिक वाहन कर
इलेक्ट्रिक वाहनों पर कर में 10% की वृद्धि हुई, जो पर्यावरण-अनुकूल विकल्पों को भी प्रभावित कर रही है.
Location :
New Delhi,New Delhi,Delhi
First Published :
March 27, 2025, 20:20 IST