Last Updated:April 09, 2025, 12:08 IST
ममता बनर्जी ने भाजपा के हिंदू शोषण के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि वह एकता, सर्व धर्म समभाव और सभी परंपराओं का सम्मान करती हैं. उन्होंने 'सबको जीने दो' नीति पर जोर दिया.

ममता बनर्जी ने राज्य में शांति के लिए अल्पसंख्यकों का शुक्रिया किया है.
हाइलाइट्स
ममता बनर्जी ने एकता और सर्व धर्म समभाव पर जोर दिया.ममता ने 'सबको जीने दो' नीति को स्पष्ट किया.ममता ने अल्पसंख्यकों का आभार व्यक्त किया.पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा की ओर से लगाए जा रहे हिंदू शोषण के आरोपों के बीच कहा है कि वह एकता, सर्व धर्म समभाव और सभी परंपराओं के प्रति सम्मान रखने वाली नेता हैं. उन्होंने स्पष्ट किया कि वह भारत की विविधता और एकता में गहरा विश्वास रखती हैं. वह सभी धर्मों, परंपराओं और समुदायों को सम्मान देने के साथ-साथ समाज में शांति और भाईचारा बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं. ममता ने यह भी कहा कि उनकी नीति ‘सबको जीने दो’ पर आधारित है. इस नीति में कोई किसी की संपत्ति कोई नहीं छीन सकता है.
ममता बनर्जी ने कहा कि आप एकता में विश्वास रखते हैं. यह हमारा भारत है. सभी राज्यों की अपनी-अपनी पोशाकें, भोजन, परंपराएं और विरासत होती हैं. हम सभी धर्मों को स्वीकार करते हैं. मैं सभी परंपराओं को स्वीकार करती हूं. वह भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक विविधता को देश की ताकत मानती हैं. ममता का मानना है कि हर राज्य की अपनी पहचान है, जो अलग-अलग परंपराओं और रीति-रिवाजों में नजर आती है. वे चाहती हैं कि ये विविधता बनी रहे और इसे हर कोई सम्मान दे.
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि वह सभी धर्मों के कार्यक्रमों में क्यों शामिल होती हैं. उन्होंने कहा कि मैं सर्व-धार्मिक आयोजन में क्यों जाती हूं? मुझसे ये प्रश्न पूछते हैं, मैं हर जगह जाऊंगी, भले ही वे मुझे गोली मार दें, मैं एकता के लिए खड़ी हूं. यह हमारी एकता है, मैं जाऊंगी चाहे कोई कुछ भी कहे. ममता ने साफ किया कि वह किसी भी कीमत पर एकता और भाईचारे के लिए काम करती रहेंगी. उनके लिए यह सिर्फ राजनीति नहीं, बल्कि एक विश्वास है. वह हर धर्म के त्योहारों और आयोजनों में शामिल होकर यह संदेश देना चाहती हैं कि समाज में कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए. चाहे ईद हो, दिवाली हो या कोई और पर्व, ममता हर मौके पर लोगों के साथ जुड़ती हैं.
सबको जीने दो की नीति
ममता बनर्जी ने अपनी नीति को और स्पष्ट करते हुए कहा कि उनकी नीति सबको जीने दो की है. जैसे मेरी संपत्ति कोई नहीं ले सकता है, वैसे ही किसी और की संपत्ति भी कोई नहीं ले सकता है. इसके साथ ही उन्होंने अल्पसंख्यक समुदायों के प्रति अपनी जिम्मेदारी भी जताई. ममता ने कहा कि मेरे अल्पसंख्यक भाई-बहनों को आभार, सब त्योहार बहुत अच्छे से मनाया. इससे पता चलता है कि वह अपने राज्य में अल्पसंख्यकों के हितों की रक्षा करने और उनके त्योहारों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
First Published :
April 09, 2025, 12:08 IST