Last Updated:June 20, 2025, 11:08 IST
Rajasthan Politics :राजस्थान में जल्द ही बारां जिले की अंता विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव होंगे. बीजेपी विधायक कंवरलाल मीणा की सजा बरकरार रहने के बाद उन्हें अयोग्य घोषित कर देने से यह सीट खाली हुई है. राज्य निर्व...और पढ़ें

भारत निर्वाचन आयोग अब कभी भी उपचुनाव की तारीख का ऐलान कर सकता है.
हाइलाइट्स
अंता विधानसभा सीट पर जल्द होंगे उपचुनावबीजेपी विधायक कंवरलाल मीणा की सजा के बाद सीट खाली हुईबीजेपी और कांग्रेस दोनों उपचुनाव की तैयारियों में जुटीजयपुर. राजस्थान के हाड़ौती के बारां जिले के अंता विधानसभा सीट पर सियासी हलचल एक बार फिर तेज हो गई है. यहां के विधायक रहे कंवरलाल मीणा को अयोग्य करार दिए जाने के बाद खाली हुई इस सीट पर अब जल्द ही उपचुनाव की प्रक्रिया शुरू हो सकती है. राजस्थान के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) नवीन महाजन ने इस सीट के उपचुनाव को लेकर भारत निर्वाचन आयोग (ECI) को औपचारिक सिफारिश भेज दी है. अब भारत निर्वाचन आयोग कभी भी उपचुनाव की तारीख का ऐलान कर सकता है. सूबे की दोनों प्रमुख पार्टियां बीजेपी और कांग्रेस उपचुनाव को लेकर पहले से ही एक्टिव मोड में है.
उपचुनाव के लिए सिफारिश भेजे जाने के बाद सूबे की चुनावी मशीनरी भी एक्टिव मोड में आ गई है. उपचुनाव को लेकर तैयारियां तेज कर दी गई है. सीईओ नवीन महाजन के मुताबिक उपचुनाव के संबंध में भारत निर्वाचन आयोग को अनुशंसा भेज दी गई है. राज्य की मशीनरी चुनाव कराने के लिए पूरी तरह तैयार है. बस तारीख का इंतजार है. इसके साथ ही मतदाता सूची की समीक्षा, बूथ स्तर पर कर्मचारियों की तैनाती और लॉजिस्टिक्स की योजना पर भी काम शुरू कर दिया गया है.
विधायक कंवरलाल मीणा को तीन साल की सजा हुई है
अंता से पहले बीजेपी के कंवरलाल मीणा विधायक थे. लेकिन उनको बीते दिनों एक क्रिमीनल केस में तीन साल की सजा हो गई थी. हालांकि 20 साल पुराने इस मामले में उनको यह सजा पांच साल पहले साल 2020 में ही हो गई थी. लेकिन उन्होंने उसके खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर रखी थी. उस याचिका पर बीते दिनों फैसला आ गया था. हाईकोई ने पूर्व में अधीनस्थ अदालत की ओर से दिए गए सजा के फैसले को बरकरार रखा था.
बीजेपी और कांग्रेस दोनों की नजरें इस सीट पर टिकी हुई है
हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ बाद में मीणा बचाव के लिए सुप्रीम कोर्ट गए थे. लेकिन उनको वहां भी राहत नहीं मिल पाई थी. बाद में मीणा को कोर्ट में सरेंडर करना पड़ा था. फिर मीणा को जेल भेज दिया गया था. मीणा की सजा बरकरार रहने के बाद राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने जनप्रतिनिधत्व नियमों के तहत उनकी विधानसभा की सदस्यता को रद्द कर दिया था. इससे अंता सीट खाली हो गई. अब इस सीट पर बीजेपी और कांग्रेस दोनों की नजरें टिकी हुई है.
बीजेपी कांग्रेस दोनों इंटरनल तैयारियों में जुटी है
बीजेपी अपनी सीट को बरकरार रखने की कोशिश करेगी. वहीं कांग्रेस इस सीट को छीनने का प्रयास. दोनों ही पार्टियां सीट खाली होने के बाद से ही इंटरनल तैयारियों में जुटी हुई हैं. दावेदारों का बैकग्राउंड और उनकी जमीनी पकड़ की पड़ताल की जा रही है. वहीं दावेदार भी अपनी दावेदारी को पुख्ता करने के लिए लॉबिंग में जुटे हैं. अब देखना यह है कि कब उपचुनाव की तारीख का ऐलान होता है? क्या बीजेपी अपनी सीट को बरकरार रख पाएगी या फिर कांग्रेस इसे उससे छीन लेगी.
संदीप ने 2000 में भास्कर सुमूह से पत्रकारिता की शुरुआत की. कोटा और भीलवाड़ा में राजस्थान पत्रिका के रेजीडेंट एडिटर भी रह चुके हैं. 2017 से News18 से जुड़े हैं.
संदीप ने 2000 में भास्कर सुमूह से पत्रकारिता की शुरुआत की. कोटा और भीलवाड़ा में राजस्थान पत्रिका के रेजीडेंट एडिटर भी रह चुके हैं. 2017 से News18 से जुड़े हैं.
Location :
Jaipur,Jaipur,Rajasthan