Last Updated:October 25, 2025, 19:08 IST
Rahul Gandhi Bihar Chunav Campaign: बिहार चुनाव 2025 में महागठबंधन के स्टार प्रचारक राहुल गांधी की कब और कितनी रैलियां होंगी? क्या राहुल-तेजस्वी की संयुक्त रैली होगी या दोनों अलग-अलग चुनाव प्रचार करेंगे?
राहुल गांधी कब उतरेंगे बिहार चुनाव के प्रचार में?बिहार चुनाव 2025: बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन ने भले ही तेजस्वी यादव को अपना मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित कर दिया हो, लेकिन महागठबंधन के सबसे बड़े चेहरे राहुल गांधी के चुनावी मैदान में उतरने की तारीखों को लेकर अभी भी संशय बना हुआ है. एनडीए के दिग्गज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के साथ-साथ बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, खुद सीएम नीतीश कुमार घूम रहे हैं. वहीं, कांग्रेस का कोई भी बड़ा स्टार प्रचारक बिहार चुनाव में नहीं उतरा है. क्या महागठबंधन में सीटों के बंटवारे पर अभी कड़वाहट है? क्या छठ पर्व के बाद राहुल गांधी महागठबंधन के लिए जोरदार बैटिंग करते नजर आएंगे?
कांग्रेस सूत्रों की मानें तो बिहार विधानसभा चुनाव के लिए महागठबंधन का घोषणा पत्र जारी होने के तुरंत बाद राहुल गांधी की चुनावी सभाओं का दौर शुरू हो सकता है. यह संयुक्त घोषणा पत्र 28 अक्टूबर को जारी होने की संभावना है. ऐसे में राहुल गांधी 29 अक्टूबर या 30 अक्टूबर से बिहार के पहले चरण के चुनाव वाले क्षेत्रों पर केंद्रित रैलियों से प्रचार की शुरुआत कर सकते हैं. उनकी एंट्री को चुनावी मोर्चा संभालने की औपचारिक घोषणा के रूप में देखा जाएगा, ताकि यह संदेश दिया जा सके कि महागठबंधन पूरी तरह से एकजुट है और राष्ट्रीय नेतृत्व ने तेजस्वी को अपना समर्थन दे दिया है.
राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की फाइल फोटो
राहुल कब उतरेंगे मैदान में?
बता दें कि अगस्त 2025 में हुई ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दौरान राहुल और तेजस्वी ने पहले ही संयुक्त शक्ति प्रदर्शन किया था, जिससे कार्यकर्ताओं में उत्साह पैदा हुआ था. हालांकि, पिछले कुछ हफ्तों से राहुल की कम उपस्थिति पर विपक्ष सवाल उठा रहा था. तेजस्वी के सीएम फेस बनने की आधिकारिक घोषणा के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने भी स्पष्ट किया है कि तेजस्वी के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ा जाएगा, जिससे राहुल का प्रचार करना अब आवश्यक हो गया है.
कितनी सभाएं और क्या होगी रणनीति?
महागठबंधन के अभियान प्रबंधकों के अनुसार, राहुल गांधी के लिए पहले चरण में लगभग छह से आठ और दूसरे चरण में चार से छह यानी कुल 10 से 12 मेगा रैलियों का प्रस्ताव तैयार किया गया है. ये रैलियां उन प्रमुख प्रमंडलों पर केंद्रित होंगी, जहां कांग्रेस के उम्मीदवार मैदान में हैं, और जहां राजद के पारंपरिक वोट बैंक के साथ युवा मतदाताओं को आकर्षित किया जाना है.
तेजस्वी यादव की फाइल फोटो
क्या अलग-अलग रैलियां करेंगे दोनों?
रणनीति मुख्य रूप से संयुक्त रैलियों की होगी. तेजस्वी यादव और राहुल गांधी अधिकांश मेगा रैलियों में एक साथ मंच साझा करेंगे. इसका उद्देश्य राष्ट्रीय और क्षेत्रीय नेतृत्व के बीच तालमेल दिखाना और यह संदेश देना होगा कि केंद्र में इंडिया गठबंधन और राज्य में तेजस्वी का नेतृत्व मिलकर काम करेगा. राहुल गांधी राष्ट्रीय मुद्दों जैसे बेरोजगारी, अर्थव्यवस्था और जाति जनगणना पर जोर देंगे, जबकि तेजस्वी स्थानीय विकास एजेंडा और रोजगार देने के अपने 10 लाख नौकरियों के वादे पर फोकस करेंगे.
क्या तेजस्वी यादव अकेले ही प्रचार करेंगे? राहुल गांधी की कुछ रैलियां उन सीटों पर हो सकती हैं जहां कांग्रेस की स्थिति मजबूत है या जहां वे अपने पारंपरिक वोटर सवर्ण जाति का एक वर्ग को पुनर्गठित करना चाहते हैं. महागठबंधन के नेताओं का मानना है कि एनडीए की ओर से प्रधानमंत्री मोदी के आक्रामक अभियान के जवाब में राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की युवा जोड़ी का एक साथ आना ही सबसे बड़ा हथियार होगा. अब देखना यह है कि यह संयुक्त दिखावा जमीन पर कितना असरदार साबित होता है.
रविशंकर सिंहचीफ रिपोर्टर
भारतीय विद्या भवन से पत्रकारिता की पढ़ाई करने वाले रविशंकर सिंह सहारा समय न्यूज चैनल, तहलका, पी-7 और लाइव इंडिया न्यूज चैनल के अलावा फर्स्टपोस्ट हिंदी डिजिटल साइट में भी काम कर चुके हैं. राजनीतिक खबरों के अलावा...और पढ़ें
भारतीय विद्या भवन से पत्रकारिता की पढ़ाई करने वाले रविशंकर सिंह सहारा समय न्यूज चैनल, तहलका, पी-7 और लाइव इंडिया न्यूज चैनल के अलावा फर्स्टपोस्ट हिंदी डिजिटल साइट में भी काम कर चुके हैं. राजनीतिक खबरों के अलावा...
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First Published :
October 25, 2025, 19:08 IST

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