Last Updated:December 30, 2025, 17:03 IST
PM Narendra Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2025 को भारत के लिए रिफॉर्म एक्सप्रेस का साल बताया है. उन्होंने कहा कि टैक्सेशन, श्रम और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में हुए क्रांतिकारी सुधारों ने देश की विकास यात्रा को नई गति दी है. पीएम के अनुसार ये नीतिगत बदलाव केवल सुधार नहीं बल्कि 2047 तक विकसित भारत के निर्माण की मजबूत नींव हैं, जिससे शासन सरल हुआ और समावेशी विकास के नए द्वार खुले हैं.
पीएम मोदी ने साल 2025 का अपना रिपोर्ट कार्ड पेश किया. नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को घोषणा की कि भारत अब रिफॉर्म एक्सप्रेस पर सवार हो चुका है. साल 2025 के समापन अवसर पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ और ‘LinkedIn’ के जरिए राष्ट्र को संबोधित करते हुए पीएम ने इस साल को भारतीय अर्थव्यवस्था के इतिहास में एक निर्णायक मोड़ बताया. उन्होंने कहा कि 2025 में टेक्सेशन, श्रम, व्यापार, ऊर्जा, शिक्षा और ग्रामीण रोजगार जैसे प्रमुख क्षेत्रों में जो नीतिगत बदलाव किए गए हैं, वे केवल सुधार नहीं बल्कि विकसित भारत की नींव हैं. पीएम मोदी के अनुसार ये सुधार पिछले 11 वर्षों की तपस्या का परिणाम हैं, जिन्होंने शासन को सरल बनाया और संस्थानों को आधुनिक बनाकर समावेशी विकास के नए द्वार खोले हैं. पीएम मोदी का ‘रिफॉर्म एक्सप्रेस’ का आह्वान यह दर्शाता है कि सरकार अब रुकने वाली नहीं है. 2025 को एक ‘नेशनल मिशन’ के रूप में मनाना यह संकेत देता है कि आने वाले दशक में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के अपने लक्ष्य को समय से पहले ही हासिल कर सकता है.
2025 के वे रिफॉर्म्स जिन्होंने बदली देश की तस्वीर
1. टेक्सेशन और व्यापार में सरलीकरण (Taxation & Trade): साल 2025 में टैक्स ढांचे को और अधिक पारदर्शी और ‘सिटिजन फ्रेंडली’ बनाया गया है. व्यापार करने की बाधाओं को दूर करते हुए ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ को जमीनी स्तर पर उतारा गया. इससे न केवल विदेशी निवेश (FDI) बढ़ा है बल्कि घरेलू स्टार्टअप्स को भी वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने की ताकत मिली है.
2. श्रम सुधार और रोजगार के नए मानक (Labour Reforms): श्रम कानूनों के संहिताकरण (Codification) ने दशकों पुराने जटिल नियमों को समाप्त कर दिया है. इससे श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा मिली है और उद्योगों को अधिक लचीलापन. यह रिफॉर्म भारत को वैश्विक मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हुआ है.
3. ऊर्जा सुरक्षा और हरित भविष्य (Energy Transition): 2025 में भारत ने रिन्यूएबल एनर्जी की दिशा में लंबी छलांग लगाई है. ऊर्जा क्षेत्र में किए गए सुधारों ने न केवल कार्बन उत्सर्जन कम करने के लक्ष्य को गति दी, बल्कि ‘आत्मनिर्भर ऊर्जा मिशन’ के तहत ग्रामीण इलाकों में बिजली की उपलब्धता को चौबीसों घंटे सुनिश्चित किया.
4. शिक्षा और कौशल विकास (Education & Skilling): नई शिक्षा नीति (NEP) के प्रभावी कार्यान्वयन और उच्च शिक्षा के आधुनिकीकरण ने युवाओं को भविष्य की नौकरियों के लिए तैयार किया है. शिक्षा क्षेत्र में सुधारों का केंद्र ‘इनोवेशन’ और ‘स्किलिंग’ रहा है, जिससे युवा केवल नौकरी मांगने वाले नहीं, बल्कि नौकरी देने वाले (Job Creators) बन रहे हैं.
5. ग्रामीण अर्थव्यवस्था का कायाकल्प (Rural Employment): ग्रामीण रोजगार और कृषि क्षेत्र में किए गए सुधारों ने गांवों में आय के नए स्रोत पैदा किए हैं. आधुनिक बुनियादी ढांचे और डिजिटल कनेक्टिविटी के जरिए सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि ‘विकसित भारत’ की यात्रा में गांव पीछे न छूट जाएं.
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पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...और पढ़ें
First Published :
December 30, 2025, 17:03 IST

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