लांडे राजनीति में कितने होंगे कामयाब? इन आईएएस- IPS अधिकारियों का देख लें हश्र

1 week ago

Last Updated:April 09, 2025, 19:32 IST

Shivdeep Lande News: चर्चित आईपीएस अधिकारी शिवदीप लांडे ने इस्तीफा देकर नई पार्टी हिंद सेना बनाने का ऐलान किया है. अरविंद केजरीवाल जैसे सफल उदाहरण हैं, लेकिन कई आईएएस, आईपीएस और आईआरएस अधिकारी राजनीति में असफल ...और पढ़ें

लांडे राजनीति में कितने होंगे कामयाब? इन आईएएस- IPS अधिकारियों का देख लें हश्र

क्या शिवदीप लांडे राजनीति में परचम लहराएंगे?

हाइलाइट्स

शिवदीप लांडे ने नई पार्टी हिंद सेना बनाई.अरविंद केजरीवाल राजनीति में सबसे सफल अधिकारी.कई अधिकारी राजनीति में असफल रहे.

पटना. बिहार कैडर के चर्चित आईपीएस अधिकारी शिवदीप लांडे इस्तीफा देकर नई पार्टी हिंद सेना बनाने का ऐलान किया है. शिवदीप लांडे पुलिस विभाग में जितने सफल थे, क्या उतनी सफलता और लोकप्रियता उन्हें राजनीति में भी मिलेगी? क्या महाराष्ट्र के रहने वाले लांडे बिहार में अपनी राजनीति चमका पाएंगे? क्योंकि, देश में कई आईएएस, आईपीएस और आईआरएस अधिकारियों ने वीआरएस लेकर राजनीतिक पार्टी तो बनाई है, लेकिन उनमें एक-दो के अलावा बाकी का जो हश्र हुआ है वह किसी से छिपी नहीं है. कईयों ने तो दोबारा से नौकरी ज्वाइन कर ली है. ऐसे में आज जानेंगे कि देश में कौन-कौन से चर्चित आईएएस, आईपीएस और आईआरएस अधिकारी हुए हैं, जिन्होंने राजनीतिक पार्टी का गठन किया है? वे सारे राजनीति में कितने सफल हुए हैं और कितने असफल?

हाल के वर्षों में सरकारी नौकरी से इस्तीफा देकर राजनीतिक पार्टी बनाने वालों में दिल्ली के पूर्व सीएम और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल का नाम सबसे ऊपर है. दिल्ली में 10 साल से ज्यादा समय तक सीएम बनने के साथ-साथ अरविंद केजरीवाल ने अपनी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी बनाने का बड़ा काम कर दिखाया है. कुछ महीने पहले तक दिल्ली और पंजाब में सरकार के साथ-साथ राज्यसभा और लोकसभा में तकरीबन आधा दर्जन सांसदों की मौजूदगी बताती है कि अभी तक जितने भी अधिकारियों ने वीआरएस लेकर नई पार्टी बनाई, उनमें अरविंद केजरीवाल सबसे सफल साबित हुए हैं.

केजरीवाल बनेंगे लांडे या हाल होगा उदित राज जैसा?
कांग्रेस नेता उदित राज भी आईआरएस की नौकरी छोड़कर इंडियन जस्टिस पार्टी बनाई थी. लेकिन लंबे समय के बाद सफलता नहीं मिलने पर साल 2014 में उदित राज बीजेपी में शामिल हो गए. बीजेपी ने नॉर्थ-वेस्ट सीट से टिकट दिया और वह जीतकर संसद पहुंच गए. लेकिन 2019 के चुनाव में टिकट नहीं मिलने पर उदित राज ने बीजेपी छोड़कर कांग्रेस ज्वाइन की. इसके बाद से वह लगातार कांग्रेस में बने हुए हैं.

और कौन-कौन चर्चित अधिकारी राजनीति में आए?
1978 बैच के आईआरएस अधिकारी धुली चंद ने भी साल 2011 में रिटायर होने के बाद लोक परिवर्तन पार्टी बनाई, लेकिन हिसार लोकसभा उपचुनाव में हार के बाद उनका राजनीतिक करियर समाप्त हो गया. हरियाणा के दूसरे इलाके में उनकी पार्टी ने कोई विशेष प्रभाव नहीं छोड़ा और वे राजनीति में असफल साबित हुए.

आंध्र प्रदेश में वी वी लक्ष्मीनारायण नाम के एक आईपीएस अधिकारी, जो सीबीआई के जॉइंट डायरेक्टर के पद पर थे, ने साल 2018 में वीआरएस ली. 2019 में उन्होंने जय भारत नेशनल पार्टी बनाई और आंध्र प्रदेश में चुनाव लड़ा, लेकिन उनकी पार्टी कोई खास प्रभाव नहीं बना पाई और वे चुनाव में असफल रहे. उनका राजनीतिक प्रयोग ज्यादा चर्चा में नहीं रहा.

अजित जोगी जैसे कई नाम और भी हैं
एमपी कैडर के वरिष्ठ आईएस अधिकारी अजित जोगी ने भी छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस का गठन किया, लेकिन लंबे समय तक प्रभाव नहीं रहा. हालांकि, उन्होंने वीआरएस लेने के बाद कांग्रेस ज्वाइन की थी. कांग्रेस ने उन्हें छत्तीसगढ़ का सीएम बनाया. लेकिन, बाद में कई विवादों के कारण उन्होंने पार्टी छोड़कर नई पार्टी बनाई, जो ज्यादा सफल नहीं रही.

कुल मिलाकर भारत में कई आईएएस, आईपीएस और आईआरएस अधिकारियों ने नौकरी से इस्तीफा देकर राजनीतिक पार्टियां बनाई हैं. लेकिन बहुत ही कम अधिकारियों ने राजनीति में बड़ा मुकाम हासिल किया है. ऐसे में बिहार कैडर के चर्चित आईपीएस अधिकारी शिवदीप लांडे राजनीति में कितने सफल होंगे, यह आने वाला वक्त ही बताएगा.

First Published :

April 09, 2025, 19:32 IST

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