लाखों लोगों के दिल जीतने वाली गिलहरी को मिली इच्छामृत्यु, 7 साल से पाल रहा शख्स हुआ भावुक

2 weeks ago

Squirrel: सोशल मीडिया पर खूब चर्चा का विषय रह 'पीनट' नाम की गिलहरी को इच्छामृत्यु दे दी गई है. इंस्टाग्राम पर अपनी अजीब-अजीब और हैरान कर देने वाली हरकतों की वजह से चर्चा में आने वाली इस गिलहरी के लाखों फॉलोअर्स थे. चेमंग काउंटी स्वास्थ्य डिपार्टमेंट और न्यूयॉर्क राज्य पर्यावरण संरक्षण विभाग ने अपने एक बयान में कहा कि पीनट और एक रैकून को न्यू यॉर्क निवासी मार्क लोंगो ने अवैध रूप से कब्जे में रखा गया था. बताया जा रहा है कि रेबीज के कारणों की वजह से इनको जब्त किया गया था. बयान में यह भी कहा गया है कि जांच के दौरान शामिल एक व्यक्ति गिलहरी ने काट भी लिया था. 

जंगल से आ गई थी वापस:

गिलहरी को पालने वाले मार्क लोंगो का कहना है कि उन्होंने एक कार से गिलहरी की मां को मरे हुए पाया था. जिसके बाद वो उस गिलहरी को अपने साथ ले आए और उसकी देखभाल में लग गए. वो उस गिलहरी को बोतल से दूध भी पिलाया करते थे. मार्क ने ही उस गिलहरी को 'पीनट' नाम दिया था. बताया जा रहा है कि पीनट नामी यह गिलहरी जब ठीक हो गई तो उसे जंगल में छोड़ दिया गया था लेकिन वो फिर से वापस आ गई और 7 वर्षों तक मार्क लोंगो के साथ रही. 

 PEANUT THE SQUIRREL DEAD AFTER NY DEC SEIZURE

Mark Longo revealed that the New York Department of Environmental Conservation (DEC) euthanized his pet squirrel, Peanut, within 48 hours of seizing it from his home without a warrant.

Mark had raised Peanut from infancy after… https://t.co/HTXkOQmJwy pic.twitter.com/YLOUwjYSM7

— Mario Nawfal (@MarioNawfal) November 1, 2024

लड़ेंगे कानूनी लड़ाई:

उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा,''इंटरनेट, तुम जीत गए. तुमने अपने स्वार्थ की वजह से मुझसे सबसे अद्भुत जानवरों में से एक को छीन लिया. जिन लोगों ने (न्यूयॉर्क राज्य पर्यावरण संरक्षण विभाग) को फोन किया, उनके लिए नरक लिए एक विशेष स्थान है.' उन्होंने कहा कि वे 'सदमे, अविश्वास और घृणा में हैं... पिछले सात सालों से, पीनट मेरा सबसे अच्छा दोस्त रहा है.' बताया जा रहा है कि वो इस संबंध कानूनी लड़ाई भी लड़ेंगे. 

क्यों दी गई इच्छामृत्यु?

चेमंग काउंटी स्वास्थ्य विभाग और न्यूयॉर्क राज्य पर्यावरण संरक्षण विभाग ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि पीनट और लोंगो के साथ रहने वाले एक रैकून को अवैध रूप से रखा गया था. पर्यावरण संरक्षण विभाग (डीईसी) ने कहा, '30 अक्टूबर को डीईसी ने मनुष्यों के साथ एक आवास साझा करने वाले एक रैकून और गिलहरी को जब्त कर लिया, जिससे मनुष्यों के रेबीज के संपर्क में आने की संभावना का खतरा था.' इसके अलावा, जांच में शामिल एक व्यक्ति को गिलहरी ने काट लिया था. रेबीज के परीक्षण के लिए दोनों जानवरों को मार दिया गया. विभाग ने जानवरों के संपर्क में आने वाले किसी भी व्यक्ति से डॉक्टर से परामर्श करने की बात कही है. 

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