लाचारी! बाढ़, बारिश, सैलाब और... मिडिल ईस्ट से ईस्ट एशिया तक मची तबाही, वजह क्या है?

2 hours ago

Climate news: दुनिया के कई देशों में एक तरफ कड़ाके की ठंड दस्तक दे रही है. दूसरी तरफ कई मुल्कों में भारी बारिश और बाढ़ ने तबाही मचा दी है. अगर ये बाढ़ एक-दो मुल्कों में होती तो समझा जा सकता था. मगर मिडिल ईस्ट से लेकर पूर्वी एशिया तक 10 से ज्यादा देशों में बाढ़ ने हाहाकार मचा रखा है. लेकिन सवाल ये है कि मौसम का ये मिजाज आखिर बिगड़ा क्यों हैं. ऐसी बरसात की इमारत भरभरा कर गिर गई. उफनती लहरों में गाड़ी बह गई. हैरानी की बात यह है कि दुनिया के उन इलाकों में भी मुसीबत देखने को मिल रही है. जो सूखे से प्रभावित रहे हैं. जहां रेत उड़ती है. आधा दिसंबर बीत चुका है  फिर भी सबसे बड़ा मुद्दा यही है कि आखिर मिडिल ईस्ट में क्यों आ रही है बाढ़?

इराक के सुलेमानियाह प्रांत में पानी की तेज धार में परिवार सहित एक गाड़ी बह गई. ये सच्ची घटना इराक में बाढ़ की विभिषिका बयान करने को काफी है. इराक के कुर्दिस्तान के हालात भी ज्यादा अच्छे नहीं हैं. शहर के बीचों-बीच पानी की तेज धार बह रही है. ऐसा लग रहा है कि ये कोई सड़क नहीं उफनती मटमैली नदी है. कुर्दिस्तानमें जगह जगह रस्सी की मदद की से लोगों को निकाला जा रहा है. बाढ़ का पानी हर सीमा को तोड़कर शहर में दाखिल हो चुका है. इराक के किरकुक में भी सब पानी-पानी है. उफनती लहरों के बीच अनगिनत लोग फंसे हैं. कई फिट पानी भरा होने से रेस्क्यू टीम घरों में नहीं पहुंच पा रहीं.

वैसे बारिश का कहर सऊदी अरब में भी देखने को मिल रहा है. सऊदी में बारिश और ओलावृष्टि तो रुक गई. मगर अचानक हुई बारिश ने  जो तांडव मचाया. उसकी तस्वीरों रोंगटे खड़े कर देने वाली हैं. सऊदी के जेद्दा में पानी जितनी तेजी से उतर रहा है. उतनी ही तेजी से आफत वाला कोहराम मच रहा है.

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एक्सपर्ट्स का कहना है कि क्लाइमेट चेंज की वजह से मिडिल ईस्ट में एक्स्ट्रीम वेदर की मुसीबत में इजाफा हुआ है. कई इलाकों में अचानक भारी बरसात से फ्लैश फ्लड का संकट बढ़ा है. 2024 में यूएई में बाढ़ से भयंकर तबाही हुई थी. मिडिल ईस्ट के मुल्क बारिश से परेशान हैं. वहीं पूर्वी एशिया में भयंकर तबाही मची है. 

पूर्वी एशिया में एक साथ बारिश और लैंडस्लाइड का डबल अटैक

बारिश के साथ लैंडस्लाइड का ऐसा कहर कि एक इमारत के टुकड़े टुकड़े हो गए. इंडोनेशिया के सुमात्रा में बाढ़ से उफनाई नदी जब जंगल के बीचों बीच से गुजरी. तो अपने साथ तबाही का मलबा लेकर आई. बड़ा सवाल ये है कि सर्दियों में सैलाबी आफत की मिस्ट्री क्या है?

इस हफ्ते सबसे ज्यादा विनाशकारी आफत आई है इंडोनेशिया में जहां जंगलों की कटाई की वजह से इंडोनेशिया में बाढ़ की वजह से हालात बेकाबू हो गए. इंडोनेशिया के सुमात्रा में आई बाढ़ का असर जंगलों और वन्यजीवों पर भी भी पड़ा है. बाढ़ ने जंगलों और वन्यजीवों के ठिकानों को तबाह कर दिया है. इससे लुप्तप्राय प्रजातियां गंभीर खतरे में पड़ गई हैं. इंडोनेशिया में पिछले एक हफ्ते में 960 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है. बाढ़ की वजह ये इस मुल्क में 290 से ज्यादा लोग लापता हैं. एक्सपर्ट्स का कहना है कि बाढ़ की वजह से इंडोनेशिया में ओरांगगुटान जैसे जीव का अस्तिव खतरे में आ गया है.

वजह क्या है?

क्या ये घटनाएं दुनिया में बदलते मौसम के पैटर्न का प्रतीक हैं. बाढ़ की विनाशकारी मुसीबत का सवाल एक मुल्क, एक इलाके तक सीमित नहीं है. इस वक्त दुनिया का बड़ा इलाका सैलाबी आफत का कहर झेल रहा है. ब्राजील के ग्रेटर फ्लोरियानोपोलिस इलाके में उफनती लहरों में एक कार डूब गई. बेमौसम हो रही इस बरसात को लेकर इंसान लाख बहाने बना ले.मगर सच ये है कि कुदरत जितना भी तांडव मचा रही है. वो सब कुदरत से खिलवाड़ का ही नतीजा है.

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