संघ के 100वें स्थापना समारोह में पाक, तुर्की और बांग्लादेश को न्योता नहीं

19 hours ago

Last Updated:August 06, 2025, 10:48 IST

Sangh Centenary Event: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपने 100वें स्थापना वर्ष समारोह में पाकिस्तान, तुर्की और बांग्लादेश को निमंत्रण नहीं भेजेगा. समारोह का मुख्य आकर्षण दिल्ली में 26 अगस्त से तीन दिवसीय संवाद होगा.

संघ के 100वें स्थापना समारोह में पाक, तुर्की और बांग्लादेश को न्योता नहींमुख्य कार्यक्रम में मोहन भागवत अपनी बात रखेंगे.

हाइलाइट्स

संघ के शताब्दी समारोह में पाक, तुर्की, बांग्लादेश को न्योता नहीं.दिल्ली में 26 अगस्त से तीन दिवसीय संवाद होगा.समारोह में समाज के विभिन्न वर्गों को आमंत्रित किया जाएगा.

Sangh Centenary Event: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपने 100वें स्थापना वर्ष के समारोह में पाकिस्तान, तुर्की और बांग्लादेश के दूतावासों को निमंत्रण नहीं भेजेगा, जबकि अन्य देशों के राजनयिक मिशनों के साथ संपर्क साधा जा रहा है. यह जानकारी संघ के प्रचार प्रमुख सुनील अंबेकर ने दी. संगठन ने इस ऐतिहासिक अवसर पर समाज के विभिन्न वर्गों, अल्पसंख्यक समुदायों, खेल और सांस्कृतिक हस्तियों, विचारकों, स्टार्टअप्स और भारतीय ज्ञान प्रणाली से जुड़े उद्यमियों को आमंत्रित करने की योजना बनाई है. समारोह का मुख्य आकर्षण 26 अगस्त से दिल्ली में शुरू होने वाला तीन दिवसीय संवाद होगा, जिसमें सरसंघचालक मोहन भागवत संगठन के 100 वर्ष के लंबे सफर, राष्ट्र-निर्माण में इसकी भूमिका और भविष्य की दृष्टि पर चर्चा करेंगे.

दिल्ली में तीन दिवसीय संवाद

संघ के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में चार प्रमुख आयोजनों की योजना है, जिनमें से पहला दिल्ली में 26 अगस्त से शुरू होगा. इस तीन दिवसीय कार्यक्रम में मोहन भागवत प्रत्येक दिन शाम 5:30 बजे से व्याख्यान देंगे. पहले दो दिन उनके व्याख्यान होंगे, जबकि तीसरा दिन पहले से जमा किए गए सवालों के जवाब के लिए समर्पित होगा. इस संवाद में ‘पंच परिवर्तन’ (पांच परिवर्तनों) के एजेंडे पर विशेष जोर होगा, जिसमें स्वदेशी ताकतों के आधार पर भारत के भविष्य को आकार देने, विभिन्न क्षेत्रों में अनछुई संभावनाओं और देश की उभरती वैश्विक भूमिका जैसे मुद्दे शामिल होंगे.

अन्य शहरों में भी आयोजन

दिल्ली के बाद समान संवाद बेंगलुरु (नवंबर), कोलकाता और मुंबई में आयोजित होंगे. प्रत्येक आयोजन में दो दिन मोहन भागवत के व्याख्यान और तीसरा दिन प्रश्नोत्तर सत्र के लिए होगा. ये आयोजन दो अक्टूबर को विजयदशमी के शताब्दी समारोह तक चलेंगे, जो संघ के लिए विशेष महत्व रखता है.

निमंत्रणों का दायरा

संघ ने समाज के हर वर्ग को इस समारोह में शामिल करने की योजना बनाई है. सुनील अंबेकर के अनुसार निमंत्रण सूची में 17 मुख्य श्रेणियां और 138 उप-श्रेणियां शामिल हैं, जिनमें सामाजिक, आर्थिक, धार्मिक, आध्यात्मिक, खेल, कला, मीडिया और बौद्धिक क्षेत्रों के नेता शामिल हैं. इसमें युवा नवप्रवर्तक, तकनीकी विशेषज्ञ, भाषा प्रचारक और उद्यमी भी शामिल हैं.

पाकिस्तान, तुर्की और बांग्लादेश को न्योता नहीं

संघ ने स्पष्ट किया कि कुछ देशों के दूतावासों को निमंत्रण नहीं भेजा जाएगा. सुनील अंबेकर ने कहा कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में पाकिस्तान को आमंत्रित नहीं किया जाएगा. सूत्रों के अनुसार बांग्लादेश और तुर्की को भी निमंत्रण नहीं भेजा जाएगा. यह निर्णय इन देशों के साथ भारत के तनावपूर्ण राजनयिक संबंधों और क्षेत्रीय भू-राजनीति को ध्यान में रखते हुए लिया गया है. हालांकि, संगठन अन्य देशों के दूतावासों के साथ संपर्क में है और उन्हें इस समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया जा रहा है.

संतोष कुमार

न्यूज18 हिंदी में बतौर एसोसिएट एडिटर कार्यरत. मीडिया में करीब दो दशक का अनुभव. दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, आईएएनएस, बीबीसी, अमर उजाला, जी समूह सहित कई अन्य संस्थानों में कार्य करने का मौका मिला. माखनलाल यूनिवर्स...और पढ़ें

न्यूज18 हिंदी में बतौर एसोसिएट एडिटर कार्यरत. मीडिया में करीब दो दशक का अनुभव. दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, आईएएनएस, बीबीसी, अमर उजाला, जी समूह सहित कई अन्य संस्थानों में कार्य करने का मौका मिला. माखनलाल यूनिवर्स...

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First Published :

August 06, 2025, 10:48 IST

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संघ के 100वें स्थापना समारोह में पाक, तुर्की और बांग्लादेश को न्योता नहीं

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