Last Updated:April 11, 2025, 07:10 IST
Tahawwur Rana News: मुंबई में दर्जनों मासूमों का खून बहाने की साजिश रचने वाला कुख्यात आतंकवादी तहव्वुर राणा आखिरकार न्याय की गिरफ्त में आ चुका है. अब सवाल यह उठ रहा है कि मुंबई के गुनहगार को फांसी पर कब तक ल...और पढ़ें

तहव्वुर राणा की फांसी को लेकर शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने चौंकाने वाला दावा किया है. (फोटो: पीटीआई)
हाइलाइट्स
आतंकी तहव्वुर राणा को कड़ी मशक्कत के बाद भारत लाया गया हैसंजय राउत ने मुंबई के गुनहगार की फांसी पर बड़ा दावा कियातकरीबन 17 साल पहले मुंबई की सड़कों को किया गया था लालनई दिल्ली. देश की आर्थिक राजधानी मुंबई की सड़कों को मासूमों की खून से लाल करने वाले गुनहगार को आखिरकार न्याय के कठघरे तक ले आया गया है. तमाम प्रयासों और ठोस सबूतों के आधार पर मुंबई हमले के मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा को अमेरिका से भारत लाने में सफलता मिली है. अब सबके मन में एक ही सवाल उठ रहा है कि इस दरिंदे को कब तक फांसी के फंदे पर लटकाया जाएगा. बता दें कि मुंबई हमले में शामिल रहे अजमल कसाब को बहुत पहले फांसी दिया जा चुका है. तहव्वुर राणा की फांसी की कयासबाजी के बीच उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना के नेता और संजय राउत ने बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा कि तहव्वुर राणा को बिहार विधानसभा चुनाव तक फांसी नहीं दिया जाएगा. बिहार में इस साल अक्टूबर-नवंबर में चुनाव होने हैं.
शिवसेना-यूबीटी सांसद संजय राउत ने कहा कि 26/11 आतंकी हमले के मुख्य आरोपी तहव्वुर हुसैन राणा (जिसे गुरुवार को भारत प्रत्यर्पित किया गया था) को तुरंत फांसी दी जानी चाहिए और दावा किया कि सरकार बिहार चुनाव के दौरान ऐसा करेगी. राउत ने यह भी मांग की कि कुलभूषण जाधव को वापस घर लाया जाना चाहिए. जाधव को साल 2016 में पकड़ा गया था और कथित जासूसी के लिए एक पाकिस्तानी सैन्य अदालत ने मौत की सजा सुनाई थी. भारत ने पाकिस्तान के आरोपों को मनगढ़ंत बताते हुए खारिज कर दिया है. नई दिल्ली के अनुसार जाधव को ईरान में अगवा किया गया था, जहां उनके वैध व्यापारिक हित थे और उन्हें पाकिस्तान लाया गया. जाधव को बचाने के लिए भारत ने अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय का रुख किया, जिसने पाकिस्तान को उनकी फांसी पर रोक लगाने का आदेश दिया.
राउत ने कांग्रेस का लिया नाम
राउत ने कहा, ‘तहव्वुर राणा को तुरंत फांसी दी जानी चाहिए, लेकिन उसे बिहार चुनाव (इस साल के अंत में होने वाले) के दौरान फांसी दी जाएगी.’ राउत ने कहा कि राणा को भारत लाने के लिए 16 साल से लड़ाई चल रही है और यह कांग्रेस के शासन के दौरान शुरू हुई थी. राउत ने कहा, ‘इसलिए राणा को वापस लाने का श्रेय किसी को नहीं लेना चाहिए.’ शिवसेना (यूबीटी) सांसद ने कहा कि राणा भारत प्रत्यर्पित होने वाला पहला आरोपी नहीं है. उन्होंने कहा कि इससे पहले साल 1993 के सीरियल ब्लास्ट के आरोपी अबू सलेम को भी भारत प्रत्यर्पित किया गया था. उन्होंने यह भी मांग की कि आर्थिक भगोड़े नीरव मोदी और मेहुल चोकसी को भारत प्रत्यर्पित किया जाए.
18 दिन की रिमांड
NIA को 26/11 मुंबई हमलों के आरोपी तहव्वुर राणा की 18 दिन की रिमांड मिली है. दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने गुरुवार देर रात फैसला सुनाया. इससे पहले केंद्रीय जांच एजेंसी ने तहव्वुर राणा को कोर्ट के सामने पेश किया गया था. इस मामले में कोर्ट में काफी देर तक बहस चली. एनआईए की ओर से सीनियर वकील दयान कृष्णन ने अदालत के सामने राणा के खिलाफ सबूत पेश किए. मुंबई हमलों के साजिशकर्ता तहव्वुर राणा का इससे पहले दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर ही मेडिकल किया गया था.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
April 11, 2025, 06:57 IST