Russia: रूस पर आरोग लगा है कि वह अपने 'घोस्ट शिप' के जरिए यूरोप को घेरने और दबाने के लिए दक्षिणी भूमध्य सागर पर अपना प्रभाव बढ़ा रहा है. इसके लिए रूस हथियारों की गुपचुप तरीके से सप्लाई कर रहा है. बताया जा रहा है कि क्रेमलिन ने इसके लिए कुछ 'Ghost Ships'यानी भूतिया जहाजों को तैनात किया है. पुतिन पर आरोप लगे हैं कि वह इसके जरिए आतंकवाद को बढ़ावा देने का काम कर रहे हैं.
लीबिया को हथियार बेच रहा रूस
'डेली स्टार' की एक रिपोर्ट के मुताबिक यूरोपीय यूनियन और अमेरिका का मानना है कि रूस अपने तेल की बिक्री पर लगने वाले सेंक्शन से बचने के लिए भूतिया जहाजों का इस्तेमाल कर रहा है. इसके लिए ये जहाज अपने AIS सिस्टम में हेरफेर करने के लिए कई तरह की तरकीब निकालते हैं ताकि उनका पता न चले और वे ऐसी जगह दिखाई दें जहां वे मौजूद नहीं है. रूस पर इन भूतिया जहाजों का इस्तेमाल कर लीबिया में पैसे, सैन्यकर्मियों और हथियारों की तस्करी करने का आरोप लगा है. इससे लीबिया की सेना के प्रमुख सरदार खलीफा हफ्तार को फायदा पहुंचता है.
यूरोप के लिए बड़ा खतरा
यूनाइटेड नेशंस की रिपोर्ट में खलीफा हफ्तार को मानवता के खिलाफ अपराधों का दोषी करार देने के बावजूद उसका अबतक पश्चिमी अधिकारियों की ओर से इंटरनेशनल लेवल पर बहिष्कार नहीं किया गया है. इसके अलावा एम्नेस्टी इंटरनेश्नल की ओर से हफ्तार के बेटे द्वारा लीड की जा रही एक मिलिट्री पर मर्डर, टॉर्चर और रेप का आरोप भी लगाया गया है. 'सादेक इंस्टीट्यूट' के डायरेक्टर अल गोमाती का कहना है कि इस तरह के अभियान न सिर्फ लीबिया को प्रभावित करते हैं बल्कि इससे यूरोप की सुरक्षा पर भी खतरा पैदा होता है.
यूरोप को घेरना चाहते हैं पुतिन?
'डेली स्टार' के साथ इंटरव्यू में सिक्योरिटी और इंटेलिजेंस एक्सपर्ट एंथनी गिलीज ने बताया कि लीबिया सेनेगल और अटलांटिक महासागर से लेकर लाल सागर तक फैले साहेल के कई राज्यों से जुड़ा हुआ है. वहीं पुतिन मगरिब और साहेल में अपना दबदबा बढ़ाएगा. इसमें उसकी मदद ये भूतिया जहाज करेंगे. इंटेलिजेंस एक्सपर्ट ने कहा कि पुतिन इसके जरिए सोवियत यूनियन को वापस स्थापित करने और दक्षिणी भूमध्य सागर से उत्तरी अफ्रीका में अपना प्रभाव बढ़ाकर यूरोप को घेरना चाहते हैं.